खौफजदा लोग, कुत्तों का पलायन, सातबास के बाद ढाणी राजू के खेतों में मिले जंगली जानवर के पांव के निशान

Hisar found footprints of wild animals
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हांसी: जमीन पर मौजूद अज्ञात जानवर के पंजों के निशान।
हिसार के गांवों में एक सप्ताह बाद फिर से राजू ढाणी के खेतों में जंगली जानवरों के पांवों के निशान मिले हैं। एक सप्ताह पहले भी गांवों में ऐसे ही निशान मिले थे।

हांसी। सात बास के गांव उमरा व सुल्तानपुर, ढंढेरी, रामायण व मुजादपुर गांव के खेतों के बाद सोमवार सुबह गांव ढाणी राजू रोड़ पर खेतों में भी अज्ञात जंगली जानवर के पंजों के निशान मिले थे। खेतों में अज्ञात जंगली जानवर के पंजों के निशान के बाद इन गांव के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है तथा लोग सोशल मीडिया के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं। बता दें कि दो तीन पहले ढंढेरी से सुल्तानपुर रोड़ पर स्थित खेतों में जंगली जानवर के पंजों के निशान देखे गए हैं। वहीं ढाणी राजू रोड़ पर एक जानवर नहीं बल्कि दो जंगली जानवरों के निशान दिखाई दिए हैं।

सोमवार सुबह दिखाई दिए निशान
Hisar:villageres are with sticks।
हांसी: ढाणी हाथों में लाठी को लेकर जंगली जानवर को ढूंढते गांव ढाणी राजू गांव के ग्रामीण।

ग्रामीणों के अनुसार ढाणी राजू के गांव के लोग सोमवार सुबह जब अपने खेतों में पहुंचे तो उन्हें कच्चे रास्ते में जंगली जानवर के निशान दिखाई दिए। जंगली जानवर के पंजों के निशान की सूचना के बाद गांव में दहशत फैल गई। काफी संख्या में लोग अपने हाथों में लाठियां व डंडे लेकर खेतों में पहुंच गए। लोगों ने खेतों में बने पंजों के निशान की दिशा में अज्ञात जंगली जानवरों की काफी तलाश की। लेकिन उनको कहीं भी कोई जंगली जानवर नहीं मिला। खेतों में जंगली जानवर की सूचना मिलने पर डायल 112 की की टीम ने मौके पहुंची तथा ग्रामीणों से मामले की जानकारी ली। ग्रामीणों ने प्रशासन से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर अज्ञात जानवर को पकड़ने की गुहार लगाई है।

सप्ताह पहले उमरा व सुल्तानपुर के खेतों में मिले थे निशान

बता दे कि पिछले सप्ताह उमरा व सुल्तानपुर गांव के खेतों में जंगली जानवर के निशान देखे गए थे। उमरा की ढाणी में रहने वाले बुजुर्ग जिले सिंह ने तो अपने निवास स्थान के पास ही जंगली जानवर को देखा था। इस जंगली जानवर ने उन पर हमला करने की कोशिश भी की थी। लेकिन हाथ में लाठी देख वह जानवर खेतों की तरफ भाग गया। इसके बाद ढंढेरी गांव के खेतों में जंगली जानवर के पंजों के निशान देखे गए हैं।

बड़े निशानों से बड़ा जानवर होने की आशंका

ढाणी राजू के किसान मुकेश व राकेश सैनी ने बताया कि उनके खेतों में एक नहीं बल्कि दो जंगली जानवरों के निशान हैं। खेतों में बने निशान को देखकर यह लग रहा है कि जानवर काफी भारी है। और कच्चे रास्ते पर बने निशान बड़े व छोटे पंजों के हैं। जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बड़े जंगली जानवर के साथ कोई छोटा जंगली जानवर भी है। सोमवार को पूरा दिन क्षेत्र के लोग खेतों में जंगली जानवरों को ढूंढ रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह जानवर दिन में कहीं पर छुप जाते हैं और रात को बाहर निकलते हैं।

कुत्तों का गांवों से पलायन

ग्रामीणों द्वारा लोगों से अपील की गई है कि अगर वह रात के समय बाहर निकले तो हाथ में लाठी डंडा जरूर रखें। तथा अकेले अपने घरों से बाहर ना निकले। ग्रामीणों ने बताया कि जिस एरिया में यह पंजों के निशान देखे गए हैं वहां पर करीब 20 कुत्ते हर वक्त मौजूद रहते थे। लेकिन क्षेत्र में जंगली जानवर की मौजूदगी से सभी कुत्ते दूसरे स्थान पर चले गए हैं। लोग जंगली जानवर की मौजूदगी से काफी डरे हुए हैं।

उमरा गांव के खेतों में बिखरा मिला था खून

बता दें कि बृहस्पतिवार की सुबह उमरा गांव के खेतों में बनी ढाणियों में खून बिखरा हुआ मिला था। जिसके बाद लोगों में और भी दहशत बढ़ गई थी। लोगों का कहना है कि उक्त जंगली जानवर ने किसी कुत्ते का शिकार किया है। अज्ञात जंगली जानवर के डर से व खुद की रक्षा के लिए लोग अपने हाथों में लाठी लेकर घरों से बाहर निकलते हैं। बता दें कि करीब एक सप्ताह से उमरा व सुलतानपुर गांव के खेतों में बनी ढाणियों में किसी अज्ञात जंगली जानवर की मौजूदगी के निशान देखे जा रहे हैं। और अब ये निशान ढाणी राजू गांव के खेतों में देखें गए है। जिसके कारण साथ लगते इलाकों के गांव के लोगों में भी दहशत का माहौल है।

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