हरियाणा के 50 से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि: हिसार में बारिश ने तोड़ा 35 साल का रिकॉर्ड, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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हरियाणा के हिसार में पिछले 35 सालों में पहली बार इतनी भारी बारिश हुई है। इस बारिश के साथ ही 50 से अधिक गांवों में ओलावृष्टि भी हुई, जिससे किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है।

Haryana Weather Update: हरियाणा में मौसम विभाग के मुताबिक, 28 दिसंबर 2024 को हल्की बारिश होने की संभावना है। राज्य में मौसम पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रभावित है, जिसके चलते ठंड का असर बढ़ सकता है। जहां, अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस बताई गई है। बता दें, बारिश के कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट देखी जा सकती है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे फसलों की देखभाल करें और रोगों से बचाने के लिए उचित कदम उठाएं। अगले कुछ दिनों में मौसम साफ होने और ठंड में वृद्धि की संभावना है।

इसी के साथ ही हरियाणा के हिसार में दिसंबर माह में 35 साल बाद रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। 24 घंटों में 12-13 मिमी बारिश दर्ज की गई। तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि ने आदमपुर, हांसी और आसपास के 50 से अधिक गांवों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया। आलू, मैथी, टमाटर और कद्दू जैसी फसलें नष्ट हो गईं। बारिश के कारण कई कॉलोनियों में पानी भर गया, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ।

किसानों के लिए आफत बनी ओलावृष्टि

ओलावृष्टि से फसल बर्बादी पर किसानों में निराशा है। भारतीय किसान यूनियन के नेता कुलदीप टिकैत ने सरकार से मांग की है कि प्रभावित फसलों का सर्वे करवा कर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। वहीं, सेक्टर 14 में ओलावृष्टि से बिजली कटने के दौरान लाइट का काम कर रहे सुनील नामक युवक की करंट लगने से मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल भेजा गया है।

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तापमान में गिरावट पर मौसम वैज्ञानिक की चेतावनी

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक मदनलाल खीचड़ ने बताया कि बारिश का सिलसिला शनिवार तक जारी रहेगा। न्यूनतम तापमान में गिरावट आने और ओलावृष्टि के चलते फसलों को नुकसान की संभावना है। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वे फसलों की नियमित निगरानी करें।

किसानों से कृषि वैज्ञानिकों की अपील

कृषि वैज्ञानिक डॉ. ओमप्रकाश बिश्नोई ने कहा कि यह बारिश गेहूं और चने जैसी फसलों के लिए फायदेमंद है। हालांकि, नमी वाले मौसम में गेहूं में पीला रतुवा रोग की संभावना बढ़ सकती है। उन्होंने किसानों को फसलों की देखभाल और रोग नियंत्रण के लिए उपाय करने की सलाह दी। इसी के साथ ही आदमपुर विधायक चंद्र प्रकाश और अन्य किसान नेताओं ने सरकार से मांग की है कि ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति का तत्काल सर्वे कराया जाए और प्रभावित किसानों को मुआवजा प्रदान किया जाए।

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