हरियाणा में शादी के नाम पर धोखा: चार महीने में लुटेरी दुल्हन ने रचाईं तीन शादियां, चंद दिन ससुराल रहकर लाखों रुपये ठगे

हरियाणा की लुटेरी दुल्हन की अलग-अलग पतियों के साथ फोटो।
हरियाणा में शादी के नाम पर धोखा : हरियाणा के नूंह, पलवल और हथीन जिलों में सक्रिय लुटेरी दुल्हन गिरोह का खुलासा हुआ है। यह गिरोह युवकों से लाखों रुपये लेकर एक महिला की शादी करवाता था। वह महिला शादी के चंद दिन बाद ही फरार हो जाती थी। जांच में सामने आया है कि इस महिला ने अलग-अलग नामों से तीन शादियां कीं। पुलिस ने इस गिरोह के सात सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
शादी के नाम पर तीन बार बदला नाम
जांच में सामने आया है कि आरोपी महिला ने महज चार महीनों के भीतर तीन युवकों को अपना शिकार बनाया। पहले उसने नूंह निवासी रंजीत से अनुष्का बनकर शादी की, फिर पलवल के एक युवक को पिंकी बनकर ठगा और तीसरी शादी बोबी नामक युवक से की, जहां उसने फर्जी पहचान के दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। हर बार वह कुछ दिनों तक ससुराल में रहकर मायके जाने का बहाना बनाती थी और फिर वापस नहीं लौटती थी।
कोर्ट में कराती थी फर्जी लिव-इन समझौता
गिरोह की योजना बेहद सुनियोजित थी। शादी का झांसा देने के बाद युवकों को कोर्ट में ले जाकर लिव-इन रिलेशनशिप का हलफनामा बनवाया जाता था, जिससे बाद में दूल्हा किसी तरह का कानूनी दावा न कर सके। शादी के नाम पर बाकायदा मंडप, रस्में और बारात का आयोजन होता था, जिससे लड़के और उनके परिवार को शक न हो।
गैंग में शामिल लोगों को रिश्तेदार बताती थी
ठगी की इस साजिश में महिला के साथ उसके कथित परिजन भी शामिल थे, जो कभी भाई, कभी चाची, कभी दोस्त बनकर शादी को वास्तविक रूप देने का काम करते थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार गिरोह में सात सदस्य सक्रिय हैं, जिनमें दो महिलाएं शामिल हैं। हर शिकार से वे 2 से 5 लाख रुपये की वसूली करते थे और कुछ दिनों में ससुराल छोड़कर फरार हो जाते थे।
युवकों को धमकी देकर करवाया चुप
जब पीड़ितों ने शादी के बाद पत्नियों से संपर्क करना चाहा तो उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी गई। नूंह के रंजीत ने बताया कि जब वह पत्नी को वापस लाने गया तो उसे दहेज उत्पीड़न केस में फंसाने की धमकी दी गई और वहां से भगा दिया गया। ऐसा ही हथीन के प्रवीण के साथ भी हुआ, जिससे 5.20 लाख की ठगी हुई थी।
पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की कार्रवाई
शुरुआत में पीड़ितों की शिकायतों पर स्थानीय पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई, लेकिन जब रंजीत ने डीएसपी फिरोजपुर झिरका से मुलाकात कर दस्तावेज और रिकॉर्डिंग सौंपी तब जाकर एफआईआर दर्ज हुई। डीएसपी के आदेश पर महिला समेत उसके सहयोगियों जयदयाल, सविता उर्फ उषा, राधे, सागर, गोलू और सोनू पर मामला दर्ज किया गया है।
इस तरह फंसाया जाता था शिकार
गांव पाटन उदयपुरी निवासी रंजीत ने बताया कि उसके गांव के जयदयाल ने उसे शादी करवाने का झांसा दिया। उसने कहा कि एक युवती के पिता नहीं है और उन्हें शादी का खर्च उठाना पड़ेगा। राजी होने पर जयदयाल उन्हें पलवल में लड़की की चाची सविता उर्फ उषा के घर ले गया। यहां उन्हें दो युवक सागर और गोलू भी मिले, जो खुद को भाई बता रहे थे। उसे अनुष्का नाम बताकर एक युवती से मिलवाया गया। 16 जनवरी को शादी से एक दिन पहले जयदयाल उनसे शादी खर्च के नाम पर 2 लाख रुपये ले गया। अगले दिन पलवल कोर्ट में लिव इन रिलेशन का हलफनामा बनवाकर अनुष्का को उसके साथ भेज दिया गया। उन्होंने घर पहुंचकर शादी की रस्में की। इसके बाद 26 जनवरी को सागर और गोलू उनके घर आकर अनुष्का को ले गए। जब वह 2 दिन बाद अनुष्का को लेने पलवल गया तो उससे और पैसे मांगे गए। पैसे न देने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर भगा दिया। उन्होंने तो शादी की बात से ही इनकार कर दिया।
10 दिन बाद नाम बदलकर दूसरे लड़के को फंसाया
रंजीत को पता चला कि उसकी पत्नी अनुष्का ने 10 दिन बाद ही नाम बदलकर बॉबी निवासी पलवल के साथ 4 लाख रुपये लेकर दोबारा शादी कर ली। वहां से भी कुछ दिन बाद उसके कथित भाई उसे मायके ले आए और वह वापस नहीं गई। वहां भी इस गिरोह के खिलाफ केस दर्ज है। इसके बाद 28 अप्रैल को पलवल निवासी प्रवीण के साथ अनुष्का ने पिंकी बनकर शादी कर ली। प्रवीण से 5 लाख 20 हजार रुपये ठगे गए। वहां यह लुटेरी दुल्हन केवल दो दिन रुकी। हथीन पुलिस ने भी केस दर्ज किया है।
