नशामुक्ति केंद्र या नरक: नशा छुड़वाने को 2 माह से चल रहा था इलाज, नेता के भतीजे को मिली दर्दनाक मौत

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मृतक आकाश उर्फ आशु माटा का फाइल फोटो। 

कुरुक्षेत्र में लाडवा नगरपालिका के पूर्व उप प्रधान के भतीजे को इस उम्मीद से नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करवाया गया कि वह ठीक होकर घर लौटेगा। लेकिन दो महीने बाद उसकी मौत की खबर आई।

नशामुक्ति केंद्र या नरक : लाडवा नगर पालिका के पूर्व उप प्रधान के भतीजे आकाश उर्फ आशु माटा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र संचालकों पर मर्डर करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक युवक का करीब 2 महीने से नशा मुक्ति केंद्र में इलाज चल रहा था। उसके शरीर पर लगे चोटों के घाव दर्द की कहानी बयां कर रहे हैं।

दो माह से चल रहा था अंबाला में इलाज

मृतक के चाचा एवं पूर्व नपा उप प्रधान अनिल माटा ने बताया कि उसके करीब 28 वर्षीय भतीजे आकाश उर्फ आशु का करीब 2 महीने से नशा मुक्ति केंद्र में इलाज चल रहा था। लाडवा में उसकी टेंट की दुकान है। दो महीने से आशु का अंबाला के रसूलपुर में नशा मुक्ति केंद्र में इलाज चल रहा था। गत रात्रि करीब सवा 9 बजे उनको सूचना दी गई कि उनके भतीजे का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। मामला अंबाला पुलिस का है तो मामले की जांच अंबाला पुलिस कर रही है।

शरीर पर पड़े थे कई चोटों के निशान

पूर्व नपा उप प्रधान अनिल माटा ने बताया कि सूचना मिलते ही परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए, जहां उसके भतीजे मृतक आशु का शव पड़ा था। उसके शरीर पर लाठी-डंडे और रॉड से बुरी तरह से पीटने के निशान पड़े हुए थे। हाथ पर तेजधार हथियार से कट लगे हुए थे। साथ ही उसकी कमर भी नीली पड़ चुकी थी। जैसे उसे पकड़कर घसीटा गया हो। उन्होंने कहा कि उनकी एक्सीडेंट में मौत नहीं हुई है, बल्कि उसकी हत्या की गई है। हत्या क्यों की यह तो पुलिस जांच में पता चलेगा, लेकिन उसके भतीजे की बेहरमी से पीट-पीटकर हत्या की गई है, जिसके सबूत उसके शरीर पर साफ दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नशा मुक्ति केंद्र के संचालक और उसके पार्टनर ने मिलकर उसके भतीजे की शुक्रवार को बुरी तरह से मारकर हत्या कर दी। अगली रात शनिवार को एक्सीडेंट में मौत होने की झूठी सूचना उनको दी।

एक भाई की पहले हो चुकी सड़क हादसे में मौत

माटा ने बताया कि मृतक तीन भाई-बहन थे। एक भाई दीपक माटा की करीब 6 साल पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। दूसरे भाई आकाश उर्फ आशू माटा की गत दिवस अंबाला नशा मुक्ति केंद्र के संचालक व उसके पार्टनर द्वारा कथित रूप से हत्या कर दी गई। बहन की शादी हो रही है, जबकि दोनों भाई अविवाहित थे। मृतक आकाश के जाने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो चुका है।

संचालक केंद्र खाली करके भाग गए

पूर्व नपा उप प्रधान अनिल माटा ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंचे तो नशा मुक्ति केंद्र खाली पड़ा था। उनके पहुंचने से पहले ही केंद्र में काम करने वाले और संचालक मौके से भाग गए थे। यहां तक कि वो केंद्र से सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर व केंद्र का पूरा सामान सहित केंद्र में भर्ती लोगों को लेकर दूसरी जगह चले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने अपने भतीजे आशु को कालका के नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था, मगर संचालक उनकी बिना परमिशन के आशु को रसूलपुर के केंद्र में डाल दिया। इस बात पर उन्होंने एतराज भी जताया था। अब आशु की मौत के बाद वे केंद्र को खाली करके फरार हो गए। उन्होंने बताया कि मामला अंबाला पुलिस का है तो अंबाला पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शव गृह में शव को रखवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को भी उन्होंने स्वयं मौके पर बुलाया था।

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