चलती बस में ड्राइवर को मिर्गी का दौरा: 60 खिलाड़ी बाल-बाल बचे, कुरुक्षेत्र में बड़ा हादसा टला

Kurukshetra Accident
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 कुरुक्षेत्र में खिलाड़ियों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। 

बस में कराटे चैंपियनशिप में हिस्सा लेने जा रहे 60 से अधिक खिलाड़ी सवार थे। खिलाड़ियों ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए चलती बस से और खिड़कियों से कूदकर अपनी जान बचाई।

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में उस समय एक बड़ा हादसा टल गया, जब कराटे चैंपियनशिप में हिस्सा लेने जा रहे 60 से अधिक खिलाड़ियों से भरी स्कूल बस के ड्राइवर को अचानक मिर्गी का दौरा पड़ गया। ड्राइवर के बेहोश होने से बस बेकाबू हो गई और सड़क से नीचे एक गड्ढे में जा गिरी। यह घटना एक बड़ी त्रासदी बन सकती थी, लेकिन बच्चों की सूझबूझ और आस-पास के लोगों की मदद से सभी सुरक्षित बच गए।

शाम करीब 8 बजे की घटना

यह घटना 15 अगस्त की शाम करीब 8 बजे की है। अंबाला और फरीदाबाद के 60 खिलाड़ी, जो एक प्राइवेट स्कूल बस में सवार थे, जाट धर्मशाला जा रहे थे। जैसे ही बस बीआर चौक के पास पहुंची, ड्राइवर को मिर्गी का दौरा पड़ गया। ड्राइवर के नियंत्रण खोते ही बस बेकाबू होकर गड्ढे की तरफ बढ़ने लगी।

जैसे ही खिलाड़ियों को स्थिति का अंदाजा हुआ, उनमें अफरातफरी मच गई। कुछ बच्चों ने तुरंत फैसला लिया और चलती बस से ही कूद गए। कुछ ने खिड़कियों से कूदकर अपनी जान बचाई। यह देखकर बस के रास्ते में खेल रहे दो छोटे बच्चे भी भागकर सुरक्षित जगह पर चले गए। सीसीटीवी फुटेज में भी यह भयावह दृश्य कैद हुआ है, जिसमें बस को गड्ढे में गिरते हुए देखा जा सकता है।

लोगों ने बच्चों को बस से बाहर निकाला

बस के गड्ढे में गिरने के बाद आस-पास के लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े। उन्होंने सबसे पहले बेहोश ड्राइवर को संभाला और बच्चों को बस से बाहर निकाला। इसके बाद, तुरंत डायल 112 और एम्बुलेंस को सूचना दी गई। ड्राइवर को तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी भी खिलाड़ी को गंभीर चोट नहीं आई। हादसे के बाद बच्चे सदमे में थे। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस में सिर्फ ड्राइवर और बच्चे ही थे, कोई कोच या हेल्पर उनके साथ नहीं था।

स्कूल प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल

इस घटना ने स्कूल प्रबंधन और आयोजक संस्था की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इतने छोटे बच्चों को बिना किसी कोच या वयस्क की देखरेख में अकेले भेजना एक बड़ी चूक है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अगर ड्राइवर ने बेहोश होने से पहले बस की गति धीमी नहीं की होती, तो यह हादसा और भी भयानक हो सकता था।

आश्चर्य की बात यह है कि इस गंभीर हादसे की सूचना पुलिस को भी नहीं दी गई। स्कूल प्रबंधन ने खुद ही क्रेन मंगवाकर बस को गड्ढे से बाहर निकलवाया और उसे वापस स्कूल भेज दिया।

राज्यस्तरीय कराटे चैंपियनशिप में आए थे खिलाड़ी

यह खिलाड़ी हरियाणा स्पोर्ट्स कराटे एसोसिएशन द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय कराटे चैंपियनशिप में हिस्सा लेने आए थे। इस चैंपियनशिप में पूरे हरियाणा से अंडर-14 आयुवर्ग के करीब 500 बच्चे भाग ले रहे हैं, जो जाट धर्मशाला में ठहरे हुए हैं। इस घटना ने न केवल खिलाड़ियों की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी दर्शाता है कि ऐसे आयोजनों में बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना कितना महत्वपूर्ण है।

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