अस्थि विसर्जन को हरिद्वार जा रहा परिवार खत्म: करनाल के 6 लोगों की UP के मुजफ्फरनगर में ट्रक से भिड़ंत में मौत

Muzaffarnagar car accident
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करनाल के परिवार की क्षतिग्रस्त कार। 

बुधवार की सुबह हरिद्वार के लिए निकले थे सभी लोग। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पानीपत-खटीमा मार्ग पर उनकी अर्टिगा कार आगे चल रहे ट्रक से भीषणता से टकरा गई।

उत्तराखंड के पवित्र शहर हरिद्वार की ओर जाते हुए हरियाणा के करनाल के एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। यह परिवार अपने मुखिया महेंद्र जुनेजा की मृत्यु के बाद उनकी अस्थियों का विसर्जन करने निकला लेकिन उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भयानक सड़क हादसे में परिवार के छह लोगों की मौत हो गई।

कैंसर से जंग हारे पति, फिर हादसे में गई पत्नी और बेटों की जान

करनाल के फरीदपुर गांव का जुनेजा परिवार एक सप्ताह के भीतर दो बड़ी त्रासदियों का सामना कर रहा है, 51 वर्षीय महेंद्र जुनेजा को पिछले छह सालों से कैंसर था, 22 सितंबर की रात को हार्ट फेल होने के कारण उनका निधन हो गया। उनके जाने से परिवार पहले से ही गहरे सदमे में था। महेंद्र की पत्नी मोहिनी (45) अपने दो बेटों, पीयूष (22) और हार्दिक (17) के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यों को लेकर बुधवार सुबह उनकी अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार रवाना हुईं।

दो कारों में सवार होकर पूरा परिवार इस अत्यंत भावुक यात्रा के लिए निकला था। महेंद्र की अस्थियां पहली कार में थीं, जिसमें मोहिनी उनके दोनों बेटे, उनकी दो बहनें, बहनोई और ड्राइवर समेत कुल सात लोग सवार थे। दूसरी ब्रेजा कार में महेंद्र के भाई और परिवार के कुछ अन्य सदस्य पीछे-पीछे आ रहे थे।

मुजफ्फरनगर में भीषण टक्कर, ट्रक में जा घुसी तेज रफ्तार कार

बुधवार की सुबह लगभग 6 बजे जैसे ही दोनों गाड़ियां पानीपत-खटीमा मार्ग पर मुजफ्फरनगर के तितावी क्षेत्र में पहुंचीं, सामने चल रही अर्टिगा कार एक ट्रक में जा घुसी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और वह ट्रक के पिछले हिस्से में लगभग समा गया। टक्कर पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई, जिसमें अर्टिगा कार की तेज रफ्तार और फिर सीधा ट्रक से टकराने का मंजर दिखाई देता है।

हादसे में चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण और पीछे आ रहे ब्रेजा कार के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने जो देखा वह दिल दहला देने वाला था। कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह पिचक चुका था। बड़ी मुश्किल से ग्रामीणों और पुलिस की मदद से कार की खिड़कियां और बॉडी काटकर शवों को बाहर निकाला गया।

मौके पर 5 की मौत, 6 ने तोड़ा अस्पताल में दम

इस भयावह हादसे में कार में सवार पांच लोगों महेंद्र की पत्नी मोहिनी, बड़े बेटे पीयूष, बहनोई राजेंद्र (60), बहन विम्मी (50) और ड्राइवर शिवा (23)—की मौके पर ही मौत हो गई। महेंद्र की छोटी बहन अंजू (46) और छोटा बेटा हार्दिक (17) गंभीर रूप से घायल थे। उन्हें तुरंत बघरा कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (CHC) ले जाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही अंजू ने दम तोड़ दिया, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर छह हो गई।

हार्दिक को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें आगे के इलाज के लिए पानीपत के एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया है। परिवार इस समय बेटे हार्दिक के स्वास्थ्य लाभ के लिए दुआ कर रहा है, जो अपने पिता, मां और बड़े भाई को खो चुका है।

परिवार और ड्राइवर सभी मेहनती थे

महेंद्र जुनेजा पानीपत में पिछले सात साल से सेनेटरी स्टोर चलाते थे। उनके दोनों बेटे पीयूष और हार्दिक बहुत होनहार थे। पीयूष ने 12वीं के बाद कॉलेज में दाखिला लिया था, जबकि हार्दिक 10वीं कक्षा में था। पिता की बीमारी के दौरान दोनों भाइयों ने दुकान संभालने में उनकी बहुत मदद की थी। अब एक ही झटके में यह परिवार टूट गया।

इस हादसे में जान गंवाने वाला ड्राइवर शिवा भी फरीदपुर गांव का ही रहने वाला था। वह एक मेहनती युवक था और अपने पीछे अपनी पत्नी काजल और डेढ़ साल के मासूम बेटे रोनित को छोड़ गया है। परिवार ने बताया कि शिवा मंगलवार की रात को ही हिमाचल में स्थित ज्वालाजी के दर्शन करके लौटा था और वह इस यात्रा पर जाना नहीं चाहता था, लेकिन कार मालिक के कहने पर उसे जाना पड़ा।

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