MTP किट रैकेट का भंडाफोड़ : 27.55 लाख रुपये की अवैध दवाएं जब्त, कैथल ड्रग रैकेट के तार करनाल से भी जुड़ते दिख रहे

MTP kit racket busted: हरियाणा के कैथल में हाल ही में उजागर हुए एमटीपी (मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी) किट रैकेट के तार अब करनाल से भी जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। इस खुलासे के बाद करनाल और कैथल के स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीमों ने बीती रात करनाल की शिव कॉलोनी में एक मकान पर छापेमारी की। इस अचानक हुई कार्रवाई में टीम ने कमरे की तलाशी ली, जहां उन्हें बिना किसी वैध लाइसेंस के स्टॉक की गई 20 अलग-अलग प्रकार की एलोपैथिक और होम्योपैथिक दवाएं मिलीं। जब्त की गई इन दवाओं में मुख्य रूप से गर्भनिरोधक और हार्मोनल दवाएं शामिल हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 27.55 लाख रुपये आंकी गई है।
टीम ने अवैध दवाओं के जखीरे को कब्जे में ले लिया
यह महत्वपूर्ण कार्रवाई कैथल के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर चेतन वर्मा के नेतृत्व में की गई। टीम में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के टीम इंचार्ज विनोद, एसएमओ कुंजपुरा डॉ. संदीप अबरोल और सेक्टर 16 एसएमओ डॉ. नीरू बाला भी शामिल थे। स्वास्थ्य विभाग की इस संयुक्त टीम ने मौके से अवैध दवाओं के पूरे जखीरे को अपने कब्जे में ले लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं, इस अवैध कारोबार के मुख्य आरोपी रविंद्र की तलाश तेज कर दी गई है।
टीम शिव कॉलोनी स्थित मकान पर पहुंची
घटनाक्रम के अनुसार, जब टीम शिव कॉलोनी स्थित मकान पर पहुंची, तो उन्हें एक कमरा बंद मिला। उसी मकान में रहने वाले एक किराएदार ने पूछताछ में बताया कि यह कमरा यशविंद्र नामक व्यक्ति का है। टीम ने तुरंत यशविंद्र को मौके पर बुलाया। यशविंद्र ने बताया कि इस दवा के कारोबार में उसका भाई रविंद्र मुख्य रूप से शामिल है। रविंद्र वही शख्स है जिसका नाम कैथल के ड्रग रैकेट के आरोपी विकास ने पूछताछ के दौरान लिया था।
कैथल के चंदाना गेट इलाके से एक करोड़ रुपये की प्रतिबंधित दवाएं बरामद की थीं
दरअसल, 29 अप्रैल को कैथल के चंदाना गेट इलाके में एक किराए के मकान पर छापेमारी के दौरान 5805 एमटीपी किट और 607 अनवांटेड-72 गोलियां बरामद की गई थीं, जिनकी कीमत लगभग एक करोड़ रुपये बताई गई थी। प्रतिबंधित दवाओं की इस अवैध खरीद-फरोख्त में शामिल आरोपी विकास के पास न तो कोई वैध दवा लाइसेंस था और न ही उसके पास कोई मेडिकल योग्यता थी। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि वह पिछले दो वर्षों से दवाओं के इस अवैध कारोबार में सक्रिय रूप से लिप्त था। पुलिस रिमांड के दौरान विकास ने कबूल किया कि उसे यह प्रतिबंधित दवाओं की खेप करनाल से मिलती थी। इसी कबूलनामे के आधार पर करनाल की शिव कॉलोनी में यह छापेमारी की गई और अवैध दवाओं का इतना बड़ा जखीरा बरामद हुआ।
प्रभावी कार्रवाई से बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश
स्वास्थ्य विभाग की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ने करनाल क्षेत्र में चल रहे एक बड़े अवैध दवा नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। अब पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मिलकर इस रैकेट की जड़ों तक पहुंचने और इसमें शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए गहन जांच कर रही हैं। यह घटना दर्शाती है कि अवैध दवा कारोबार किस तरह से एक जिले से दूसरे जिले तक फैला हो सकता है और इस पर नकेल कसने के लिए अंतर-विभागीय समन्वय और कड़ी निगरानी कितनी जरूरी है।
