हरियाणा में जुए का अड्‌डा: वॉट्सऐप से कस्टमर को लोकेशन शेयर कर बुलाते, करोड़ों की कमाई

Karnal gambling den exposed
X

छापेमारी के दौरान आरोपियों से बरामद पैसे व मोबाइल। 

कॉलोनी के लोगों की शिकायत के बाद सीएम फ्लाइंग टीम ने छापा मारा। मौके से 12 लाख रुपये नकद, 51 मोबाइल फोन और कई गाड़ियां बरामद हुईं। जुआ ताश और गिट्टियों से खेला जाता था, जिसमें 'नो लिमिट' तक सट्टा लगता था।

हरियाणा के करनाल में हाल ही में पकड़े गए जुए के एक बड़े अड्‌डे का मास्टरमाइंड, घरौंडा का रहने वाला रिंकू, अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जैसे-जैसे पुलिस उसकी कुंडली खंगाल रही है, कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। यह कोई छोटा-मोटा जुआरी नहीं, बल्कि एक निजी अस्पताल का मालिक है और इस काले कारोबार से हर महीने करोड़ों रुपये कमा रहा था।

एक से डेढ़ करोड़ की मंथली इनकम

पुलिस ने इस मामले में रिमांड पर लिए गए चार आरोपियों विजय, अभिषेक, रविंद्र और राकेश से पूछताछ की है। ये सभी रिंकू के काले कारोबार में उसके साझेदार बताए गए हैं। ये मिलकर जुए का पूरा नेटवर्क चला रहे थे। जांच में सामने आया है कि इस जुआघर से हर महीने एक से डेढ़ करोड़ रुपये कमा रहे थे। खर्च निकालकर जो भी मुनाफा होता था उसे ये बराबर बांट लेते थे। रिंकू पूरे मैनेजमेंट के लिए 50 हजार रुपये अतिरिक्त लेता था।

पूरा नेटवर्क वॉट्सऐप से संचालित होता था

पुलिस के मुताबिक यह पूरा नेटवर्क वॉट्सऐप के जरिए संचालित होता था। रिंकू करीब 10 साल से इस धंधे से जुड़ा हुआ था और उसके अन्य साथी भी जुए से संबंधित मामलों में पहले से दर्ज थे। इन्होंने जुआ खेलने वालों का वॉट्सऐप ग्रुप बना रखा था। इसी ग्रुप के जरिए नए कस्टमर जोड़े जाते थे और उन्हें जुए के अड्‌डे की लोकेशन शेयर की जाती थी। हर महीने यह अड्डा बदल दिया जाता था ताकि पुलिस की पकड़ में न आएं।

मास्टरमाइंड की क्रिमिनल हिस्ट्री

सीएम फ्लाइंग के डीएसपी सुशील कुमार ने बताया कि इस पूरे जुए के अड्‌डे का मास्टरमाइंड रिंकू है, जो मूल रूप से घरौंडा का रहने वाला है और वर्तमान में करनाल में रहता है। उसका करनाल में 'प्रभु' नाम से एक निजी अस्पताल भी है, जिसे उसने 5 साल पहले खोला था। रिंकू का आपराधिक इतिहास भी रहा है और उसके खिलाफ 13 अक्टूबर 2023 को सिविल लाइन थाने में चेक बाउंस के दो मामले (12-13 लाख रुपये के) दर्ज हैं, जिनमें वो भगौड़ा घोषित है। वर्ष 2021 में रिंकू के खिलाफ पानीपत में लड़ाई का मामला भी दर्ज है जो न्यायालय में विचाराधीन है।

शराब पार्टी का पूरा इंतजाम

इस जुआघर में शराब पार्टी का पूरा इंतजाम रिंकू का था, जिसके एवज में वह 50 हजार रुपये ज्यादा लेता था। रिंकू ही जुए के लिए लोकेशन तय करता था और शराब, बीयर, और खाने-पीने की हर चीज का इंतजाम करवाता था। जुआरियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाता था। खाने से लेकर पीने तक की व्यवस्था होती थी, जिसमें शराब, कबाब, दाल मखनी, शाही पनीर और अन्य तरह के पकवान शामिल थे, जिनके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाता था।

वॉट्सऐप ग्रुप पर मेंबर बनाने से पहले लोगों के बारे में अच्छे से पता किया जाता था। जुआ खेलने के लिए यहां तक कि यूपी व उत्तराखंड से भी लोग आते थे। इस मामले में यूपी और उत्तराखंड के दो जुआरी भी पकड़े गए हैं। अगर कोई करनाल, पानीपत या सोनीपत से आता था तो उसे किराया तक दिया जाता था ताकि वह आता रहे।

एक चूक ने खोली पोल

करनाल की घरौंडा पासी कॉलोनी स्थित जिस मकान में पुलिस ने 2 जुलाई को रेड कर 55 जुआरियों को पकड़ा था, वह मकान आरोपी विजय शर्मा का है। करीब एक महीने से इस मकान में जुआघर चल रहा था। रोजाना शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक गाड़ियों का आना-जाना लगा रहता था।

दरअसल, कॉलोनी के लोग करीब एक माह से परेशान थे क्योंकि बड़ी संख्या में कारें और बाइकें विजय शर्मा के मकान पर आकर खड़ी हो जाती थीं। जगह कम होने के कारण वाहन कॉलोनी के लोगों के घरों के आसपास खड़े कर दिए जाते थे, जिससे उन्हें परेशानी हो रही थी। लोगों ने कई बार मकान मालिक विजय से शिकायत की, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला। स्थानीय पुलिस से भी शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद मामला सीएम फ्लाइंग टीम तक पहुंचा।

55 जुआरी, 12 लाख रुपये नकद बरामद

दो जुलाई की रात 11 : 00 बजे सीएम फ्लाइंग की करनाल, पानीपत व सोनीपत से आई संयुक्त टीमों ने दो चरणों में रेड की। मौके से 12 लाख रुपये, 51 मोबाइल, 6 बाइक, 6 कार, डमी पिस्टल, शराब-बीयर की बोतलें व खाने के बड़े टिफिन बॉक्स बरामद किए। जुआघर में फर्श पर गद्दे व तकिए बिछाए थे व चार-पांच नौकर खाना परोस रहे थे। डीएसपी सुशील कुमार की टीम ने आरोपियों को लोकल पुलिस की मदद से घरौंडा थाना भेजा, 3 जुलाई को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जिसमें से 4 को रिमांड पर लिया गया था।

जुआ खेलने के दो तरीके

डीएसपी सुशील कुमार ने बताया कि यहां दो तरीके से सट्टा खेला जाता था: एक ताश के माध्यम से और दूसरा गिट्टियों के माध्यम से। उसके बाद सभी अपनी-अपनी चाल बोलते थे। यहां पर 1000 रुपये से लेकर 'नो लिमिट' तक सट्टा लगता था। पुलिस ने मौके से 504 ताश के पत्ते और गिट्टियां भी बरामद की हैं। अड्‌डे पर आने वाले जुआरियों के पास अगर पैसे नहीं होते थे तो उधार का भी इंतजाम था। अगर खेल में जीत जाते तो वापस कर देते थे और हार जाते तो बाद में अरेंज कर लौटा देते थे।

रिंकू की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

घरौंडा में जुए के अड्‌डे का मुख्य सूत्रधार रिंकू की अग्रिम जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी है। इसके साथ ही, सभी आरोपियों में से 47 ने करनाल कोर्ट में जमानत के लिए याचिका लगाई हुई है, जिसकी सुनवाई सोमवार को होगी। पुलिस रिंकू की तलाश में जुटी हुई है और उम्मीद है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story