डिप्टी बैंक मैनेजर का शव रोहतक में मिला: करनाल में छोटे भाई को बचाने में जान गंवाई, दूसरे की तलाश जारी

मृतक विशाल।
हरियाणा के करनाल जिले में हांसी ब्रांच नहर में छोटे भाई को बचाने के लिए कूदे डिप्टी बैंक मैनेजर विशाल (26) का शव आज रोहतक के पास नहर से बरामद हुआ है। उनके पिता रामनिवास ने इसकी पुष्टि की है। छोटे भाई मुकुल (23) की तलाश अभी भी जारी है, जिसके लिए गोताखोरों की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। विशाल के पिता रामनिवास ने बताया कि 1 जून को उनका छोटा बेटा मुकुल एसी ठीक करने मूनक गांव गया था और उसके बाद बाल पबाना गांव में एसी लगाने गया। वहीं से वह सीधा नहर पर पहुंच गया।
आप मेरी आवाज आखिरी बार सुन रहे हैं...
रामनिवास के मुताबिक मुकुल ने उन्हें फोन किया और कहा आप मेरी आवाज आखिरी बार सुन रहे हैं अब मैं किसी से बात नहीं करूंगा। बेटे की यह बात सुनकर घबराए पिता ने तुरंत अपने बड़े बेटे विशाल को फोन किया। विशाल उस वक्त करनाल में था और तुरंत अपने कुछ साथियों के साथ नहर पर पहुंचा। रामनिवास ने अपने भाई सोमपाल को भी कॉल कर दिया था जो उस वक्त मूनक एरिया में ही मौजूद थे।
मुकुल को ढूंढते हुए सभी हांसी ब्रांच नहर पर पहुंच गए। उन्होंने मुकुल को नहर के किनारे बैठा देखा। सभी ने मुकुल से बातचीत करने की कोशिश की और उसे घर चलने के लिए कहा। रामनिवास के अनुसार मुकुल किसी बात से नाराज था और जैसे ही विशाल व अन्य उसे पकड़ने के लिए आगे बढ़े वह हड़बड़ा गया और उसका पांव फिसल गया और वह नहर में जा गिरा।
छोटे भाई को बचाने के लिए विशाल ने लगा दी छलांग
अपने छोटे भाई को नहर में गिरता देख विशाल ने जरा भी देर नहीं की और नहर में छलांग लगा दी। दोनों भाइयों को नहर में डूबते देख चाचा सोमपाल, भतीजे शुभम और दो अन्य लोगों ने भी नहर में छलांग लगा दी। हालांकि, तैरना किसी को नहीं आता था, ऐसे में वे तो किसी तरह बाहर आ गए।
रामनिवास ने अपने भाई सोमपाल से बातचीत की तो खुलासा हुआ कि विशाल ने मुकुल को नहर के पानी में पकड़ लिया था। दोनों एक-दूसरे के साथ बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उनमें से किसी को भी तैरना नहीं आता था, ऐसे में दोनों तेज पानी की धार में बह गए और डूब गए।
सुबह मिला विशाल का शव, मुकुल की तलाश जारी
आज मंगलवार सुबह करीब 10 बजे विशाल का शव रोहतक के खरैंटी से बैंसी नहर पुल के पास बरामद हुआ। यह स्थान मूनक से करीब 161 किलोमीटर दूर है। सूचना मिलने पर लाखन माजरा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक भेज दिया। परिजन भी पीजीआई के लिए रवाना हो गए हैं।
पुलिस जांच और प्रारंभिक कार्रवाई
यह घटना 1 जून की रात को हुई थी। सूचना मिलते ही मूनक और बल्लाह पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों से बातचीत की जिसमें यह बात सामने आई कि मुकुल को बचाते हुए विशाल नहर में गिर गया था। इसके बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन किया लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया। पिता रामनिवास ने मूनक थाना पुलिस को अपने बेटों के नहर में गिरने की शिकायत दी थी, जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमों ने करीब 10 से 15 किलोमीटर तक सर्च ऑपरेशन चलाया था। गोताखोर प्रगट सिंह ने भी ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ नहर में उतरकर तलाश की थी, लेकिन तब भी दोनों भाइयों का कोई सुराग नहीं लगा था।
एक साल के बेटे के सिर से उठा पिता का साया
पिता रामनिवास ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी का करीब 10 साल पहले निधन हो चुका है। उनके तीन बेटे हैं - विशाल, साहिल और मुकुल। रामनिवास अपने बीच वाले बेटे साहिल के साथ एसी सर्विस का काम करते हैं। सबसे बड़ा बेटा विशाल बैंक में डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत था, जबकि मुकुल पिछले तीन साल से एसी रिपेयरिंग का काम कर रहा था। रामनिवास ने यह भी बताया कि उन्होंने विशाल और साहिल की शादी एक साथ ही की थी। विशाल के पास एक डेढ़ साल का बेटा है, जबकि साहिल के पास भी एक बच्चा है। छोटे बेटे मुकुल की अगले साल शादी करने की योजना थी।
