करनाल में दो सगे भाइयों की मौत: पिता को फोन कर नहर में कूदा छोटा बेटा, बड़ा बचाने गया तो वह भी बह गया

करनाल में दो सगे भाइयों की मौत : हरियाणा के करनाल जिले के मुनक क्षेत्र में रविवार रात नहर में दो भाई हांसी ब्रांच नहर में डूब गए। छोटे भाई ने किसी मानसिक परेशानी के चलते घर वालों को फोन करने के बाद उनके आने पर नहर में छलांग लगा दी। उसे बचाने उतरा बड़ा भाई भी पानी में बह गया। हालांकि चार और अन्य जानकार भी नहर में उतरे थे, लेकिन वे उन्हें बचा नहीं पाए और किसी तरह जान बचाकर बाहर आ गए। दोनों की तलाश सोमवार सुबह से SDRF और स्थानीय गोताखोरों की टीम कर रही है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला। इस घटना ने न सिर्फ पीड़ित परिवार को बल्कि पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है।
बेटे ने फोन कर कहा-ये आपसे आखिरी बार बात कर रहा हूं
घटना की शुरुआत रविवार शाम को हुई। मंगलपुर गांव निवासी व एसी मैकेनिक मुकुल (23) ने अपने पिता रामनिवास को फोन कर कहा कि मैं अब किसी से बात नहीं करूंगा, ये आपकी आखिरी बार आवाज सुन रहा हूं। यह सुनकर पिता घबरा गए और तुरंत अपने बड़े बेटे व बैंक मैनेजर विशाल (26) को सूचित किया। विशाल उस समय करनाल शहर में था और सूचना मिलते ही घटनास्थल की ओर दौड़ा।
परिजनों को देखकर मुकुल ने लगाई नहर में छलांग, बचाने उतरे पांच
विशाल के साथ चाचा सोमपाल, चचेरा भाई शुभम और मुकुल के दो दोस्त भी मौके पर पहुंचे। जब मुकुल ने उन्हें देखा तो वह और भी अधिक घबरा गया और नहर में कूद गया। उसे डूबता देख विशाल ने बिना कुछ सोचे उसे बचाने के लिए छलांग लगा दी। उनके पीछे चार अन्य लोग भी नहर में उतरे, लेकिन न तो उन्हें नहर की गहराई का अंदाज़ा था और न ही तैरना आता था। किसी तरह चार लोग सोमपाल, शुभम और दोनों दोस्त तो बाहर आ गए, लेकिन विशाल और मुकुल का कोई सुराग नहीं लगा।
SDRF का सर्च ऑपरेशन जारी, गोताखोर भी तलाश रहे
सूचना मिलने के बाद पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। रातभर चले स्थानीय प्रयासों के बाद सोमवार सुबह से SDRF की टीम ने बोट और सर्च इक्विपमेंट के साथ तलाश शुरू कर दी है। थाना प्रभारी राजपाल ने बताया कि दोनों युवकों की खोजबीन जारी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सफलता नहीं मिली है। हादसे के कारणों की भी जांच की जा रही है।
परिवार में पसरा मातम, पिता बोले- पता नहीं मुकुल ने ऐसा क्यों किया
पिता रामनिवास का कहना है कि उन्हें बिल्कुल अंदाज़ा नहीं था कि मुकुल ऐसा कोई कदम उठाएगा। उन्होंने बताया कि मुकुल सुबह काम के सिलसिले में निकला था और दिनभर मुनक व बाल पबाना गांव में AC सर्विसिंग का कार्य करता रहा। फोन कॉल से पहले भी उसने लोकेशन की जानकारी दी थी। रामनिवास ने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा कि मुकुल ने ऐसा क्यों किया। न तो उसने कभी परिवार में किसी से झगड़ा किया और न ही कोई तनाव की बात सामने आई।
तीन बेटों में दो खो दिए, अगले साल मुकुल की शादी करनी थी
रामनिवास की पत्नी का देहांत करीब दस साल पहले हो चुका है। उनके तीन बेटे हैं, विशाल, साहिल और मुकुल। विशाल बैंक में मैनेजर था और एक डेढ़ साल के बेटे का पिता है। मंझला बेटा साहिल उनके साथ मिलकर AC रिपेयरिंग का काम करता है और उसकी भी शादी हो चुकी है। मुकुल की शादी अगले साल होनी थी। पिता ने बताया कि उन्होंने बेटों की शादी जल्दी करवा दी थी ताकि घर में महिलाओं की मौजूदगी से परिवार को सहारा मिल सके। लेकिन अब दो बेटों के अचानक चले जाने की आशंका से वह टूट चुके हैं। मंगलपुर गांव और आसपास के इलाकों में इस दर्दनाक हादसे के बाद सन्नाटा है। गांव के लोग नहर किनारे पहुंचकर परिवार को ढांढस बंधा रहे हैं, लेकिन किसी के पास इस त्रासदी का जवाब नहीं है।
