जर्मनी के लिए निकले युवक की बेलारूस में मौत: परिजनों ने एजेंट पर लगाया हत्या करवाने का आरोप, जांच में जुटी पुलिस 

File photo of deceased Vishal and villagers who arrived to meet the Superintendent of Police.
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मृतक विशाल का फाइल फोटो व पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचे ग्रामीण।  
कैथल का युवक जर्मनी में नौकरी करने के लिए निकला, लेकिन बेलारूस में उसकी मौत हो गई। परिजनों ने जर्मनी भेजने वाले एजेंट पर युवक की हत्या करवाने का आरोप लगाया।

ढांड/कैथल: बंदराणा गांव से विदेश में पैसे कमाने गए 18 वर्षीय युवा जर्मनी में पैसे कमाने के लिए गया था, लेकिन बेलारूस में उसकी मौत होने की सूचना मिली, जिसके बाद परिवार में मातम छा गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। घटना की सूचना से पूरा गांव सदमे में है। परिजनों ने जर्मनी भेजने वाले एजेंट पर हत्या करवाने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी और मामले में कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच करवाई जाएगी।

पैसे कमाने जर्मनी गया था मृतक

परिजनों ने बताया कि 18 वर्षीय विशाल 5 दिसंबर 2023 को अरमानिया गया था, जहां जाकर वह काम पर लग गया और पैसे कमाने लगा। इसी दौरान औंगद जिला करनाल निवासी एजेंट जो इस समय इटली में बैठा है, उससे जर्मनी भेजने के लिए साढ़े सात लाख में सौदा तय किया और यह राशि उसके परिजनों को औंगद में सौंप दी। इसके बाद एजेंट ने विकास को अरमानिया से जर्मनी जाने के लिए बुलाया और बेलारूस में रख लिया, जहां विकास की उसके परिजनों से 6 अगस्त को बात हुई। उसने परिजनों को टांग में चोट लगने की बात बताई।

जर्मनी जाने की बजाय मौत की मिली सूचना

परिजनों ने बताया कि 7 अगस्त को विकास से बात की ओर चोट अधिक होने के चलते कहा कि वापिस घर आ जा। लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि 7 अगस्त को उनकी अपने लाल से यह आखिरी बात हो रही है। इसके बाद से परिजनों का विकास से कोई संपर्क नहीं हुआ। 22 अगस्त को पुलिस उनके घर आई और उसके पासपोर्ट व आधार कार्ड दिखाते हुए पहचान करवाने के बाद कहा कि आपके बेटे की विदेश में मौत हो चुकी है। यह बात सुनते ही परिजन सदमे में आ गए। घर पर सांत्वना देने के लिए ग्रामीणों का तांता लगा हुआ है। परिजनों ने प्रशासन से मांग की कि उनके बेटे का शव भारत लाने में उनकी मदद की जाए।

एजेंट ने करवाई युवक की हत्या

परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे विशाल को औंगद निवासी एजेंट ने मारा है। मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पाल रहे थे। विदेश में बेटे को इसलिए भेजा था कि वहां जाकर पैसे कमाएगा। जिससे परिवार की गरीबी दूर होगी। पैसे भी गए, बेटा भी नहीं रहा। मृतक विशाल के माता पिता मजदूरी का काम करते है। विशाल से छोटा बेटा छटी कक्षा में पढ़ता है। मामले में ग्रामीण शनिवार को पुलिस अधीक्षक कैथल से मिले तथा आरोपी एजेंट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।

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