करोड़ों का चावल घोटाला: करनाल के व्यापारियों ने कैथल के 4 राइस मिलर्स को ठगा, पेमेंट न देकर धोखा देने का आरोप

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करोड़ों के चावल घोटाले में रिपोर्ट दर्ज।  

आरोपियों ने मिल मालिकों से चावल खरीदा, उन्हें अच्छे दाम देने का आश्वासन दिया, लेकिन बाद में भुगतान करने से मना कर दिया। चीका के चार अलग-अलग व्यापारियों ने इस संबंध में पुलिस को शिकायत दी है।

हरियाणा के कैथल जिले के गुहला चीका क्षेत्र से एक बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। करनाल के दो व्यापारियों पर चावल खरीद के नाम पर चार अलग-अलग राइस मिल मालिकों के करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप लगा है। आरोपियों ने मिल मालिकों से भारी मात्रा में चावल खरीदा, लेकिन बाद में उसकी निर्धारित कीमत चुकाने से इनकार कर दिया। पीड़ित व्यापारियों की शिकायत पर पुलिस ने फर्म के दो भागीदारों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बड़ी मात्रा में चावल खरीदने का सौदा किया

गुहला और चीका पुलिस स्टेशनों में दर्ज कराई गई शिकायतों के अनुसार करनाल स्थित 'गंगा ओवरसीज' फर्म के मैनेजर संदीप और उनके साथी साहिल गर्ग ने गुहला चीका के राइस मिलरों से संपर्क साधा। उन्होंने उनसे बड़ी मात्रा में चावल खरीदने का सौदा किया और अच्छे दाम देने का भरोसा दिलाया। विश्वास में आकर मिल मालिकों ने उन्हें लाखों रुपये का चावल सौंप दिया, जिसके बाद आरोपियों ने भुगतान करने से पल्ला झाड़ लिया।

चार मिलरों से करोड़ों की ठगी

यह धोखाधड़ी एक नहीं, बल्कि चार अलग-अलग मिल मालिकों के साथ हुई है। चीका के रविंद्र कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपियों ने नवंबर माह में उनसे 27 लाख 65 हजार रुपये मूल्य का चावल खरीदा, लेकिन बाद में पेमेंट नहीं की। इसी तरह चीका निवासी जय नारायण से दोनों आरोपियों ने 48 लाख 48 हजार रुपये से अधिक का चावल खरीदा, लेकिन भुगतान मांगने पर पहले टालमटोल किया गया और बाद में पैसा देने से मना कर दिया गया। चीका के सूरजभान ने भी शिकायत दर्ज कराई कि आरोपियों ने उनसे लगभग 49 लाख 25 हजार का चावल खरीदा और अब वे उनके फोन तक नहीं उठाते। एक अन्य मामले में चीका के नरेंद्र ने पुलिस को बताया कि आरोपी साहिल गर्ग और उसके साथियों ने उनसे 8 लाख 47 हजार रुपये से अधिक कीमत का चावल खरीदा और अच्छे दाम देने का आश्वासन देने के बाद भी कीमत चुकाई नहीं। कुल मिलाकर चार मिल मालिकों के साथ एक करोड़ 33 लाख 85 हजार रुपये (लगभग) से अधिक की धोखाधड़ी की गई है।

पेमेंट मांगने पर टालमटोल और फोन बंद

पीड़ित मिल मालिकों ने बताया कि चावल उठाने के बाद जब उन्होंने आरोपियों से भुगतान की मांग की तो वे बहाने बनाने लगे। कुछ समय बाद उन्होंने भुगतान देने से पूरी तरह मना कर दिया और कई बार तो उनके फोन उठाना भी बंद कर दिया। इस धोखाधड़ी से प्रभावित मिल मालिकों की आर्थिक स्थिति पर गंभीर असर पड़ा है।

गुहला थाना एसएचओ रेखा ने इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि चारों व्यापारियों की शिकायतों के आधार पर गंगा ओवरसीज फर्म के मैनेजर संदीप और साहिल गर्ग के खिलाफ धोखाधड़ी (चीटिंग) का केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों को पकड़कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह घटना राइस मिल उद्योग में व्यापारिक लेन-देन की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।

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