विदेश भेजने के नाम पर 14.76 लाख की ठगी: फर्जी वीजा देकर ऑस्ट्रेलिया की बजाय बैंकॉक तक ही भेजा, महिला एजेंट गिरफ्तार

कैथल पुलिस की गिरफ्त में महिला एजेंट।
विदेश भेजने के नाम पर 14.76 लाख की ठगी : कैथल जिले में एक युवक को ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में पंजाब के अमृतसर जिले की एक महिला एजेंट को गिरफ्तार किया है। महिला की पहचान रणजीत कौर निवासी बाबा बकाला साहिब, जिला अमृतसर के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर 3 दिन का रिमांड हासिल किया है ताकि उससे पूरे नेटवर्क और रकम की बरामदगी को लेकर पूछताछ की जा सके।
ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर ली थी मोटी रकम
गांव खेड़ी गुलाम अली निवासी महेंद्रपाल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अपने बेटे नवीन को विदेश भेजना चाहता था। इसी सिलसिले में उसकी मुलाकात रणजीत कौर से हुई, जो खुद को 'रणजीत इमिग्रेशन' की संचालिका बताती थी और पटियाला में अपना दफ्तर चलाती थी। बातचीत के दौरान रणजीत ने नवीन को ऑस्ट्रेलिया भेजने का दावा किया और पूरे प्रोसेस के लिए 25 लाख रुपये की मांग की। पहले चरण में आरोपी ने 10 लाख रुपये एडवांस मांगे।
बैंकॉक से ऑस्ट्रेलिया भेजने का झांसा
महेंद्रपाल के अनुसार, उन्होंने नवंबर 2023 से जनवरी 2024 के बीच रणजीत कौर को 10 लाख रुपये दे दिए। आरोपी ने कहा कि पहले उनके बेटे को बैंकॉक भेजा जाएगा और वहां से आगे ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना किया जाएगा। 26 जनवरी को नवीन को बैंकॉक भेज दिया गया, लेकिन वहां से उसे ऑस्ट्रेलिया नहीं भेजा गया। चार दिन बाद उसे मुंबई लौटने को कहा गया।
फर्जी वीजा और अतिरिक्त ठगी
बैंकॉक से लौटने के बाद नवीन करीब दो महीने तक मुंबई में ही रुका। इस दौरान रणजीत कौर के कहने पर नवीन ने उसके एक सहयोगी हरजीत कौर के खाते में 4.76 लाख रुपये और ट्रांसफर कर दिए। अप्रैल 2024 में नवीन घर लौट आया। जब परिवार ने पैसे वापस मांगे, तो रणजीत ने उन्हें एक चेक दिया जो बाद में बाउंस हो गया। पूछताछ में यह भी सामने आया कि जो वीजा उन्हें दिया गया था, वह फर्जी था।
जान से मारने की धमकी भी दी
पैसे मांगने पर आरोपी ने परिवार से अभद्रता की और मारपीट तक की। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी गई। पुलिस ने महेंद्रपाल की शिकायत के आधार पर रणजीत कौर को गिरफ्तार किया और मामले की गंभीरता को देखते हुए उसे अदालत में पेश कर तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस ठगी में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और अभी तक कितने लोगों को इसी तरीके से ठगा गया है।
