Khap Mahapanchayat: जींद में समगोत्र विवाह, लिव-इन पर रोक और हिंदू मैरिज एक्ट संशोधन की मांग

उचाना कपास मंडी में महापंचायत में पहुंचे लोग।
हरियाणा के जींद जिले के उचाना की कपास मंडी में आज विशाल सर्वखाप महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में प्रदेश भर से सरपंच, विभिन्न सामाजिक संगठन, खापों के प्रतिनिधि और हाईकोर्ट के वकील शामिल हुए। महापंचायत का मुख्य उद्देश्य हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन करना और समगोत्र विवाह पर रोक लगाना है, साथ ही लिव-इन रिलेशनशिप जैसे कई सामाजिक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया जा रहा है।
महापंचायत का मुख्य एजेंडा
जींद सरपंच एसोसिएशन के जिला प्रधान सुधीर बुआना ने बताया कि पिछले एक महीने से पूरे प्रदेश में इस महापंचायत के लिए व्यापक प्रचार किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि महापंचायत में हाईकोर्ट के कई वरिष्ठ वकीलों को भी बुलाया गया है, ताकि इन गंभीर सामाजिक मुद्दों पर कानूनी पहलुओं से भी विचार किया जा सके। प्रवक्ताओं ने जोर दिया कि सरपंच का कार्य केवल गांव के विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के सुधार की दिशा में काम करना भी उनकी महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी है।
एक ही गांव/गोत्र में शादी से बढ़ती समस्याएं
महापंचायत में वक्ताओं ने चिंता व्यक्त की कि एक ही गांव या एक ही गोत्र में शादी होने से समाज में बड़ी समस्याएं पैदा हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आपसी सहमति संबंध कानून के चलते कई ऑनर किलिंग या अन्य हत्याकांड हो रहे हैं, जिसके कारण इस कानून में बदलाव करना बहुत ज़रूरी है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि समाज में सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है और जब भी मौका मिले, ऐसे सुधारों को अपनाना चाहिए ताकि समाज निरंतर प्रगति कर सके।
खाप पंचायतों की लंबे समय से यह मांग रही है कि एक ही गांव और एक ही गोत्र में शादी तथा लिव-इन रिलेशनशिप पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए। खाप प्रतिनिधियों का मानना है कि 36 बिरादरी में किसी की भी लड़की को पूरे गांव की बहन या बेटी के समान माना जाता है, और इस सामाजिक मर्यादा का उल्लंघन नहीं होना चाहिए।
परिवारों में बढ़ रही दुश्मनी, कड़े कदम उठाने की तैयारी
वक्ताओं ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि पहले लव मैरिज की प्रथा शुरू हुई और अब समगोत्र विवाह होने लगे हैं, जिससे परिवारों के बीच दुश्मनी बढ़ रही है। उनका कहना था कि इन विवाहों से लड़का और लड़की दोनों के परिवारों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
महापंचायत में यह निर्णय लिया जाएगा कि भागकर शादी करने वाले युवाओं के खिलाफ क्या कड़े कदम उठाए जाएं। इसके साथ ही, केंद्र और राज्य सरकार को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें हिंदू मैरिज एक्ट में तत्काल संशोधन की मांग की जाएगी ताकि सामाजिक ताने-बाने को बिगड़ने से बचाया जा सके और पारंपरिक मूल्यों को बनाए रखा जा सके। यह महापंचायत हरियाणा के सामाजिक संगठनों और खापों की एकजुटता का प्रतीक है, जो समाज सुधार के लिए कानूनों में बदलाव की मांग कर रहे हैं।
