हर्ष फायरिंग ने ली मासूम की जान: नवजात बच्चे के कुआं पूजन पर मामा ने की खुशी में फायरिंग, पड़ोसी लड़के की गोली लगने से मौत

हर्ष फायरिंग ने ली मासूम की जान : जींद जिले के मुआना गांव में खुशी का माहौल मातम में बदल गया। लड़के के जन्म पर कुआं पूजन कार्यक्रम के दौरान की गई हर्ष फायरिंग में पड़ोस का 13 वर्षीय लड़का गंभीर रूप से घायल हो गया। तीन दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद, शुक्रवार देर रात बच्चे की रोहतक पीजीआई में मौत हो गई। मुआना में 11 जून को नवजात बच्चे के कुआं पूजन कार्यक्रम में आए मामा ने खुशी में फायरिंग की, जो पड़ोस के बच्चे की मौत का कारण बनी।
पड़ोस में बज रहे डीजे को देखने गया था आशीष
मृतक बच्चे की पहचान आशीष के रूप में हुई है, जो पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा था। जानकारी के अनुसार, आशीष पड़ोस में डीजे पर चल रहे गानों को देखने गया था, जहां कार्यक्रम में पहुंचे नवजात बच्चे के मामा ने हर्ष फायरिंग कर दी। बताया जा रहा है कि गोली सीधे आशीष के पेट में आ लगी। गंभीर रूप से घायल आशीष को तत्काल सफीदों के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन वहां उचित सुविधाएं नहीं होने के कारण उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया।
पेट में 27 टांके लगे, लेकिन नहीं बच सकी जान
आशीष के भाई साहिल ने बताया कि रोहतक पीजीआई पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच में स्पष्ट किया कि यह गोली लगने का मामला है, न कि कोई सामान्य चोट। इसके बाद उसका ऑपरेशन किया गया और पेट पर 27 टांके लगे। हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद 14 जून की रात करीब 11:30 बजे आशीष ने दम तोड़ दिया।
गोली चलाने वाले दिनेश पर केस दर्ज
परिवार का कहना है कि जिस व्यक्ति ने गोली चलाई उसका नाम दिनेश है, जो नवजात का मामा है। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि यह पूरी तरह गैर जिम्मेदाराना हरकत थी, जिससे एक मासूम की जान चली गई। परिवार ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। सूचना मिलने के बाद सफीदों थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस ने मृतक के भाई साहिल की शिकायत पर केस दर्ज किया है। जांच अधिकारी एएसआई रमेश ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषी को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
