कुंवारों के लिए खुशखबरी: जींद में 7 सितम्बर को जुटेंगे सैकड़ों युवक-युवतियां, शादी के लिए करें पसंद

जींद में युवक-युवती परिचय सम्मेलन के बारे में जानकारी देते अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जीन्द के पदाधिकारी।
कुंवारों के लिए खुशखबरी : हरियाणा समेत कई राज्यों में शादी के लिए योग्य वर या वधू का मिलना एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। कम लिंगानुपात, बिचौलियों की खत्म होती भूमिका, एकांकी परिवार और अन्य कई कारणों की वजह से युवाओं के रिश्ते नहीं हो पा रहे। इस समस्या को देखते हुए अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जीन्द की ओर से 7 सितम्बर को एक ऐसा आयोजन करवाया जाएगा, जहां सैकड़ों युवक-युवतियां इकट्ठा होंगे। यहां पर ये युवक व युवतियां अपनी मनपसंद का वर चुन सकेंगे। इसके लिए कई राज्यों से आवेदन आने भी शुरू हो गए हैं। इस संबंध में अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जिला जीन्द की एक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता अग्रवाल समाज के अध्यक्ष डॉ. राजकुमार गोयल ने की। बैठक में सावर गर्ग, रामधन जैन, पवन बंसल, सोनू जैन, मनीष गर्ग, रजत सिंगला, बजरंग सिंगला, गोपाल जिंदल, सुशील सिंगला, राजेश गोयल, जय भगवान सिंगला, नरेश अग्रवाल, सुभाष डाहौला इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि समाज की जरूरत को देखते हुए आगामी 7 सितम्बर को जीन्द में उत्तर भारत स्तर का एक ऐतिहासिक विवाह योग्य अग्रवाल परिचय सम्मेलन का आयोजन किया जाए।
हरियाणा में 250 से ज्यादा केंद्रों पर बनेंगे रजिस्ट्रेशन सेंटर
राजकुमार गोयल ने बताया कि यह परिचय सम्मेलन आज तक का सबसे बड़ा सम्मेलन होगा। सम्मेलन में हजारों की तादाद में अग्र बंधु उपस्थित होंगे। इस सम्मेलन में देश-प्रदेश से अग्रवाल समाज के दर्जनों राष्ट्रीय नेता मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। परिचय सम्मेलन के लिए हरियाणा में 250 से ज्यादा स्थानों पर पंजीकरण केन्द्र बनाए जाऐंगे। इसके अलावा आसपास के राज्यों दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ व पंजाब इत्यादि राज्यों में भी पंजीकरण करवाने की व्यवस्था रहेगी। गोयल ने बताया कि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य योग्य युवक-युवतियों का परिचय करवाना, समाज में रिश्तों के नेटवर्क को मजबूत करना, सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना और नई पीढ़ी को एक मजबूत वैवाहिक मंच उपलब्ध कराना है। इस सम्मेलन में केवल अग्रवाल समाज के युवा ही भाग ले सकते हैं।
तलाकशुदा, विधवा व विधुर भी करवा सकते हैं पंजीकरण
रामधन जैन व सावर गर्ग ने कहा कि परिचय सम्मेलन आज के समय की जरूरत है। सम्मेलन से जहां मनपंसद रिश्ता मिलने में आसानी हो जाती है वहीं दहेज प्रथा जैसी बीमारी को रोकने में भी मदद मिलती है। जैन व गर्ग ने कहा कि इस तरह के परिचय सम्मेलनों में भाग लेकर विवाह के लिए लड़का लड़की ढूंढने से लेकर देखा दिखाई जैसी बहुत सी परेशानियों से बचा जा सकता है। इसके अलावा जिन घरों में शादी के कुछ साल बाद पति या पत्नी की आकस्मिक मौत हो जाती है या फिर अवांछित कारणों से तलाक की घटना घट जाती है, ऐसे में दोबारा विवाह का स्थायी समाधान भी परिचय सम्मेलन ही है। इन सभी आवश्यकताओं के मद्देनजर जीन्द में यह विशाल परिचय सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
परिचय पुस्तिका से भी मिलेगी सैकड़ों रिश्तों की जानकारी
इस मौके पर पवन बंसल, सोनू जैन व मनीष गर्ग ने बताया कि समाज के लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा में ही नहीं बल्कि दिल्ली, चंडीगढ़, राजस्थान एवं पंजाब जैसे पड़ोसी राज्यों में भी पंजीकरण केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इन पंजीकरण केंद्रों के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा विवाह योग्य प्रत्याशियों के पंजीकरण करवाएं जाएंगे। परिचय सम्मेलन के अवसर पर एक विशेष परिचय पुस्तिका भी प्रकाशित की जाएगी जिसमें पंजीकृत युवक-युवतियों की विस्तृत जानकारी, सामाजिक गतिविधियां और प्रेरणादायक संदेश सम्मिलित होंगे। इस पुस्तिका को राज्य के प्रमुख नेताओं, सामाजिक संगठनों व प्रतिष्ठित लोगों तक भी पहुंचाया जाएगा।
पांच परिचय सम्मेलन में करवा चुके हैं करीब 1 हजार रिश्ते
प्रधान राजकुमार गोयल ने बताया कि संस्था द्वारा निस्वार्थ भाव से इससे पहले पांच परिचय सम्मेलन करवाए जा चुके हैं। जींद में 2001, 2005, 2009, 2013 व 2018 में परिचय सम्मेलन हुए थे। इन परिचय सम्मेलन में कुल 5600 रजिस्ट्रेशन हुए हैं, जिनमें से करीब 1000 रिश्ते सिरे चढ़े हैं। सम्मेलन में हर तरह के रिश्ते आते हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, सफल बिजनेसमैन से लेकर तलाकशुदा युवाओं का भी पंजीकरण होता है। एक ही मंच पर पसंद करने के लिए कई ऑप्शन मिल जाते हैं।