दिल्ली में 2000 KG नकली घी जब्त: जींद से हो रहा था सप्लाई, सेहत से खिलवाड़ करने वाले सिंडिकेट की जांच तेज

नकली घी को जब्त करने पहुंची टीम।
त्योहारी सीजन शुरू होते ही मिलावटखोरों ने लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना शुरू कर दिया है। दिल्ली में नकली घी की आपूर्ति का एक और बड़ा मामला सामने आया है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने रोहिणी के बुध विहार इलाके में गोदाम पर छापा मारकर 2000 किलोग्राम से अधिक नकली घी जब्त किया है। यह सारा नकली माल कई नामी कंपनियों के ब्रांड नेम से पैक किया गया था और बाजार में बेचा जा रहा था। इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड हरियाणा के जींद से काम कर रहा था।
दिल्ली में हुआ भंडाफोड़
पुलिस को रविवार दोपहर को रोहिणी के बुध विहार इलाके में भारी मात्रा में नकली घी जमा होने की सूचना मिली थी। यह भी पता चला कि इस नकली घी को बाजार में खुलेआम सप्लाई किया जा रहा है। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच ने दिल्ली सरकार के खाद्य एवं सुरक्षा विभाग (Food and Safety Department) को सूचित किया। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने भी रेड करने वाली टीम में सहयोग किया। रविवार शाम करीब 4:30 बजे, बुध विहार फेस-2 के एक मकान में संयुक्त टीम ने छापा मारा।
पुलिस ने गोदाम से भारी मात्रा में नकली घी बरामद किया और राकेश गर्ग नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया, जो खुद बुध विहार फेस-1 में रहता है और उसने यह गोदाम किराए पर लिया हुआ था।
नामी ब्रांड्स के नाम का जखीरा मिला
जांच के दौरान गोदाम से विभिन्न नामी ब्रांड्स के नकली घी का जखीरा बरामद हुआ। जब्त किए गए माल में शामिल था।
• मिल्क फूड: 21 कार्टन में 396 नकली पैकेट
• मधुसूदन घी: 15-15 किलोग्राम के 14 टिन
• अमूल घी: 9 कार्टन में 452 ग्राम वाले 270 पैकेट
• मदर डेयरी: 40 कार्टन में 902 ग्राम वाले 600 पैकेट
• पतंजलि: 10 कार्टन में 905 ग्राम के 150 पैकेट
• आनंदा: 810 ग्राम वाले 165 पैकेट
यह मात्रा दर्शाती है कि यह गिरोह कितने बड़े पैमाने पर ग्राहकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा था।
नकली घी का असली ठिकाना है हरियाणा का जींद
पुलिस की पूछताछ में आरोपी राकेश गर्ग ने बड़ा खुलासा किया। उसने बताया कि यह सारा नकली घी हरियाणा के जींद का रहने वाला मुकेश गोयल तैयार करता है। राकेश गर्ग उसे ऑर्डर देकर यह माल बनवाता था और फिर उसे दिल्ली-एनसीआर की दुकानों में वितरित करता था। आरोपी ने यह भी स्वीकार किया कि उसका माल बाजार दर से सस्ता होता था, इसलिए इसकी मांग बहुत अधिक थी।
पुलिस ने अब मुकेश गोयल को पकड़ने के लिए जींद में एक विशेष टीम भेजी है। पुलिस का मुख्य लक्ष्य जींद में चल रही नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश करना और इस पूरे सिंडिकेट का खुलासा करना है।
कानूनी कार्रवाई और स्वास्थ्य सुरक्षा पर सवाल
पुलिस अब इस पूरे रैकेट की गहराई से जांच कर रही है। वे यह भी पता लगा रहे हैं कि इस नकली घी को कैसे तैयार किया जा रहा था और ब्रांडेड घी के बॉक्स और रैपर्स की प्रिंटिंग कहां से करवाई जा रही थी। यह घटना स्पष्ट रूप से इशारा करती है कि त्योहारों के दौरान, जब लोग शुद्ध घी का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, तो ऐसे गिरोह सक्रिय हो जाते हैं। पुलिस की यह कार्रवाई सराहनीय है और उम्मीद है कि जल्द ही पूरे गिरोह का पर्दाफाश होगा, ताकि आम जनता को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक खाद्य पदार्थों से बचाया जा सके।
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