गांव लोवा खुर्द के रास्ते की हालत खस्ता: स्कूल के मेन गेट पर भरा पानी, दीवार तोड़कर बनाया छात्राओं के लिए रास्ता

Water filled on the road due to obstruction in drainage in Bahadurgarh. School wall was broken.
X
बहादुरगढ़ में निकासी बाधित होने के चलते मार्ग पर भरा पानी। स्कूल की तोड़ी गई दीवार।
बहादुरगढ़ में गांव लोवा खुर्द की ओर जाने वाले रास्ते की हालत बेहद खराब है। पानी भरा होने के कारण सरकारी स्कूल में आने जाने का रास्ता भी बाधित हो गया।

Bahadurgarh: विधायक, पूर्व विधायक के गांव लोवा खुर्द की ओर जाने वाले रास्ते की हालत बेहद खराब है। निकासी व्यवस्था दुरुस्त न होने के कारण हालात बिगड़े हुए हैं। नाले ओवरफ्लो हैं और सड़कों, गलियों में पानी भरा है। आवागमन बाधित है। इतना ही नहीं, नजदीक स्थित सरकारी स्कूल में आने जाने का रास्ता भी बाधित हो गया है। हालात ये हैं कि स्कूल के पिछले हिस्से की दीवार तोड़ कर विद्यार्थियों के लिए आने जाने का रास्ता बनाया गया है। इन हालातों से गांव के लोगों में रोष है।

लंबे समय से रास्ते ही हालत खराब

दरअसल, नूना माजरा बस स्टैंड से गांव लोवा खुर्द तथा बादली की ओर जाने वाली सड़क पर पिछले लंबे समय से यह समस्या गहराई हुई है। अब इन दिनों बरसात के कारण समस्या और विकट हो गई है। लगभग 300 मीटर तक पानी भरा हुआ है। पैदल राहगीरों के लिए तो रास्ता तक नहीं बचा और वाहन चालक भी परेशान हैं। इसी रास्ते पर लड़कियों का सरकारी स्कूल है, जहां सैकड़ों छात्राएं पढ़ती हैं। मुख्य गेट के बाहर जल भराव होने के चलते रास्ता बंद हो गया है। बच्चों की परेशानी को देखते हुए स्कूल की पिछली दीवार तोड़कर रास्ता बनाया गया है। इसी रास्ते बच्चे आ-जा रहे हैं।

बेटियों को पढ़ाना तो दूर, स्कूल जाने का रास्ता तक नहीं करवाया ठीक

राजकीय स्कूल और रास्ता एक तरह से लोवा खुर्द गांव की सीम पर पड़ता है। लोवा खुर्द गांव से मौजूदा विधायक राजेंद्र सिंह जून और पूर्व विधायक नरेश कौशिक हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मौजूदा और पूर्व विधायक समेत गांव के चार लोग चुनावी मैदान में हैं। ये विकास की बात करते हैं और इनके खुद के पैतृक गांव के आसपास बने दयनीय हालात इनको नजर नहीं आते। बेटियों को पढ़ाने की बात की जाती है और यहां उन्हें स्कूल में जाने तक का भी रास्ता नहीं मिल पा रहा। काफी समय से यह समस्या गहराई हुई है। पहले वाला नाला तोड़कर दोबारा बनाया गया। गांव में निकासी के लिए बनाई गई जोहड़ी से इस नाले को जोड़ा गया। इन दिनों बरसात के चलते जोहड़ी भी फुल है, इसलिए नाला भी बैक मार रहा है और हालात सबके सामने हैं।

बरसात के कारण हालत बिगड़े

नूना माजरा के सरपंच जयभगवान सिंह ने कहा कि जिस हिस्से में जलभराव है, वो निचाई पर है। गांव में जो जोहड़ी है, उसमें क्षमता से अधिक पानी हो जाता है। ड्रेन से जुड़ा पुराने नाले को दोबारा बनाने की दरकार है। पानी निकासी के लिए बंदोबस्त किए गए हैं। आठ इंच की पाइपलाइन में मोटर पंप के जरिये पानी निकाला जाता है। लेकिन दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। बच्चों के स्कूल में आने जाने के लिए फिलहाल वैकल्पिक रास्ता बनाया गया है। जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story