सड़क पर स्टंट करना पड़ा महंगा: बहादुरगढ़ ACP ने रोहतक के युवकों को पकड़ा, लगवाए पुश-अप्स

स्टंट करने वालों से पुश-अप्स लगवाते एसीपी।
हरियाणा के बहादुरगढ़ में कुछ युवकों को हाईवे पर अपनी गाड़ी से स्टंट करना बहुत महंगा पड़ गया। अपनी गाड़ी से गुजर रहे बहादुरगढ़ के ACP दिनेश कुमार ने इन युवकों को देख लिया और तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाकर उन्हें पकड़ लिया। युवकों ने बताया कि वे रोहतक के रहने वाले हैं और बस मस्ती के लिए स्टंट कर रहे थे।
चालान के बजाय 50-50 पुश-अप्स लगवाए
ACP दिनेश कुमार ने युवकों का चालान काटने के बजाय उन्हें एक अनोखी सजा दी। उन्होंने हाईवे पर ही उनसे 50-50 पुश-अप्स लगवाए और उन्हें ट्रैफिक नियमों का महत्व समझाया। जब कुछ युवकों ने सही ढंग से पुश-अप्स नहीं लगाए, तो ACP ने अपने हरियाणवी अंदाज में उनसे कहा "दाने ना चुगैं, मन्नै जानो हो, मैं भी खिलाड़ी हूं।"
उन्होंने युवकों को समझाया कि सड़क पर इस तरह के स्टंट करना न केवल उनकी जान के लिए खतरा है, बल्कि दूसरों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है। यह सुनकर युवकों को अपनी गलती का एहसास हुआ। एक युवक ने तो पहले पुश-अप्स लगाने से मना कर दिया, लेकिन ACP के समझाने के बाद वह भी मान गया।
मामला सोशल मीडिया पर वायरल
ACP दिनेश कुमार का यह तरीका सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उन्होंने खुद अपने फेसबुक अकाउंट पर इसका वीडियो शेयर किया और लोगों से पूछा, "नादान युवा गाड़ी से स्टंट मार रहे थे। फाइन नहीं किया, परंतु डिप्स मरवाकर एहसास करवाया। यह सही किया ना, बताओ?" दिनेश कुमार खुद एक जाने-माने बॉक्सर हैं, जिन्होंने 10 बार नेशनल चैंपियनशिप जीती है। उन्होंने 2008 में बीजिंग ओलंपिक में भाग लिया था और 2010 के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। इसी साल उन्हें प्रतिष्ठित अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।
अपने करियर में वह कई उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं, जिनमें एशियन गेम्स में रजत पदक और वर्ल्ड पुलिस गेम्स में तीन बार गोल्ड मेडल शामिल हैं। 2011 में उन्होंने पुलिस सेवा में इंस्पेक्टर के रूप में दोबारा जॉइन किया और हाल ही में उन्हें ACP के पद पर प्रमोट किया गया है।
सड़कें स्टंट दिखाने की जगह नहीं
ACP दिनेश कुमार ने कहा कि सड़कें स्टंट दिखाने की जगह नहीं हैं। इस तरह की हरकतें गंभीर हादसों को जन्म देती हैं और अगर समय रहते इन्हें न रोका जाए तो यह जानलेवा साबित हो सकती हैं। उन्होंने युवाओं को यह भी समझाया कि असली हीरो वही है जो ट्रैफिक नियमों का पालन करता है और अपनी और दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखता है। इस अनोखी सजा से युवाओं को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने भविष्य में दोबारा ऐसी हरकत न करने का वादा किया। यह घटना एक महत्वपूर्ण सबक देती है कि कानून का पालन करना और दूसरों का सम्मान करना कितना जरूरी है।
सोशल मीडिया पर सराहना
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने ACP दिनेश कुमार की खूब सराहना की है। लोगों का कहना है कि चालान काटने से ज्यादा प्रभावी यह तरीका है, जिसमें युवाओं को सबक भी मिला और उनकी सेहत भी बनी। यह दिखाता है कि समाज को सही राह पर लाने के लिए कानून और मानवीयता का सही मिश्रण जरूरी है।
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