Jyoti Malhotra: पाक के लिए जासूसी करने की आरोपी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की पुलिस रिमांड बढ़ी, पहलगाम कनेक्शन की जांच जारी

पाक के लिए जासूसी करने की आरोपी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की पुलिस रिमांड बढ़ी, पहलगाम कनेक्शन की जांच जारी
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पाकिस्तान के लिए जासूसी के संदेह में पकड़ी गई ज्योति ने कथित तौर पर कश्मीर में उन स्थानों के वीडियो बनाए थे जहां सैन्य मौजूदगी कम थी। सुरक्षा एजेंसियां उनके मोबाइल, बैंक खातों और संदिग्ध संचार की गहराई से जांच कर रही हैं।

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के संदेह में पकड़ी गई हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की पुलिस रिमांड 4 दिन के लिए बढ़ा दी गई है। हिसार पुलिस ने गुरुवार सुबह 9:30 बजे उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां उनकी रिमांड को लेकर करीब डेढ़ घंटे तक बहस चली। पेशी के दौरान ज्योति को मीडिया की नज़रों से बचाने के लिए पुलिस ने फिल्मी अंदाज अपनाया। एक काले शीशों वाली स्कॉर्पियो मंगाई गई, मुख्य गेट बंद कराया गया और फिर ज्योति को उसमें बैठाकर पुलिस तुरंत रवाना हो गई। इस दौरान किसी भी अधिकारी ने मीडिया से बात नहीं की। पेशी के वक्त उनके पिता हरीश मल्होत्रा को भी उनसे मिलने नहीं दिया गया।

16 मई को गिरफ्तार किया गया था, गहन पूछताछ जारी

ज्योति मल्होत्रा को 16 मई को गिरफ्तार किया गया था, और उसके बाद से वह 5 दिन की पुलिस रिमांड पर थी। इस दौरान हिसार पुलिस के अलावा NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी), मिलिट्री इंटेलिजेंस, IB (खुफिया ब्यूरो) और अन्य खुफिया एजेंसियों ने उनसे लगातार पूछताछ की । NIA सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम आतंकी हमले में ज्योति की भूमिका की गहन जांच की जा रही है। NIA यह पता लगा रही है कि हमले से पहले और बाद में वह किन-किन लोगों के संपर्क में थीं और किससे बात की। इसके लिए उनके मोबाइल फोन खंगाले जा रहे हैं।

पहलगाम कनेक्शन और बैंक खातों की जांच

यह शक इसलिए गहराया है, क्योंकि पहलगाम हमले से पहले ज्योति ने कश्मीर में उन्हीं जगहों के वीडियो बनाए थे, जहां सेना की तैनाती या गतिविधि नहीं थी। जांच एजेंसी इस बात की पड़ताल कर रही है कि क्या ये वीडियो केवल यात्रा के इरादे से बनाए गए थे या उनमें पाकिस्तानी एजेंटों के लिए कोई गुप्त कोड छिपा था। उनके 4 बैंक खातों में कश्मीर दौरे के दौरान हुए लेन-देन की भी जांच की जा रही है।

सूत्रों के अनुसार NIA ज्योति मल्होत्रा की पहलगाम आतंकी हमले में भूमिका की बारीकी से जांच कर रही है। यह पता लगाने के लिए उनके मोबाइल फोन खंगाले जा रहे हैं कि हमले से पहले और बाद में वह किन-किन लोगों के संपर्क में थीं और किससे बात की। NIA उन्हें आगे की जांच के लिए पहलगाम भी ले जा सकती है। यह संदेह इसलिए गहराया है, क्योंकि पहलगाम हमले से पहले ज्योति ने कश्मीर में उन्हीं जगहों के वीडियो बनाए थे जहां सेना की तैनाती या कोई गतिविधि नहीं थी। जांच एजेंसी इस बात की पड़ताल कर रही है कि क्या इन वीडियो का उद्देश्य केवल यात्रा दस्तावेज़ीकरण था, या उनमें पाकिस्तानी एजेंटों के लिए कोई छिपा हुआ कोड था। उनके बैंक खातों में कश्मीर यात्रा के दौरान हुए लेन-देन की भी जांच की जा रही है। जांच में ज्योति के चार बैंक खाते सामने आए हैं।

जांच एजेंसियों के अनुसार, कई ऐसे बिंदु हैं जो ज्योति के पहलगाम हमले से संभावित कनेक्शन की ओर इशारा करते हैं:

• हमले से 3 महीने पहले कश्मीर यात्रा : 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। ज्योति के यूट्यूब चैनल 'ट्रैवल विद जो' की जांच से पता चला कि वह 3 महीने पहले, 5 जनवरी को कश्मीर गई थीं। इस दौरान उन्होंने गुलमर्ग, डल लेक, लद्दाख की पैंगोंग लेक के साथ-साथ पहलगाम सहित कई पर्यटक स्थलों का दौरा किया और उनके वीडियो भी बनाए।

• पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा पर सवाल : 22 अप्रैल के हमले के बाद ज्योति ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि यह सिर्फ सरकार की ही नहीं, बल्कि हर उस नागरिक की जिम्मेदारी है जो घूमने जाता है। उन्हें चौकस रहना चाहिए। उन्होंने कश्मीर में "सुरक्षा में चूक" का भी उल्लेख किया, जबकि वहां "चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा" होने की बात कही।

ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में 16 मई को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद हिसार पुलिस को 5 दिन का रिमांड मिला था। हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने उनकी गिरफ्तारी को लेकर पांच बड़े दावे किए:

1. PIOs के संपर्क में : एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (PIOs) के संपर्क में थीं और उन्होंने कुछ सूचनाओं का आदान-प्रदान किया था। हिसार पुलिस जांच कर रही है, और केंद्रीय जांच एजेंसियां भी उनसे पूछताछ कर रही हैं।

2. सैन्य जानकारी तक पहुंच नहीं : अब तक की जांच में यह सामने नहीं आया है कि ज्योति की किसी भी सैन्य, रक्षा या रणनीतिक जानकारी तक पहुंच थी। जब्त किए गए मोबाइल-लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फोरेंसिक लैब में जांच चल रही है, जिसके परिणाम अभी हिसार पुलिस को नहीं मिले हैं।

3. वॉट्सऐप चैट और डायरी : एसपी ने ज्योति की वॉट्सऐप चैट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि ऐसी चैट सामने आई हैं जिनमें अली हसन उनसे अंडर कवर एजेंट के बारे में पूछ रहा है और ज्योति उससे पाकिस्तान में शादी कराने को कहती है। एसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि आरोपी की कथित डायरी के जो पन्ने सार्वजनिक हुए हैं, वे पुलिस के कब्जे में नहीं हैं।

4. रुपयों के लेन-देन की जांच : ज्योति के चार बैंक खातों का पता चला है, जिनकी गहनता से जांच की जा रही है। इस स्तर पर पैसों के लेन-देन के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती।

5. आतंकी संगठन से संपर्क नहीं, न ही शादी/धर्म परिवर्तन : एसपी शशांक ने बताया कि ज्योति को पता था कि कुछ लोग पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी हैं, फिर भी वह उनसे बात कर रही थीं। हालांकि, अभी तक यह सामने नहीं आया है कि वह किसी आतंकी संगठन के सीधे संपर्क में थीं या किसी पाक खुफिया अधिकारी से शादी या धर्म परिवर्तन की बात सामने आई है।

हिसार पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई पूछताछ के दौरान, ज्योति ने जांच एजेंसियों के स्रोतों के अनुसार कहा कि अगर उन्हें कुछ छिपाना होता तो वह वीडियो अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया अकाउंट पर अपलोड क्यों करतीं। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों के वीडियो क्यों बनाए, तो ज्योति ने कहा कि उन पर लाइक और कमेंट ज्यादा आते थे। ज्योति ने पहलगाम आतंकी हमले से किसी भी तरह के संबंध से साफ इनकार कर दिया। वह यही दोहराती रहीं कि पाकिस्तान से पहले उन्होंने अपने देश में कई अच्छी जगहों के वीडियो बनाए थे और वह सिर्फ वहां की अच्छी चीजें दिखाती थीं।

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