हरियाणा के यूट्यूबर अरमान मलिक की पत्नी को अनोखी सजा: मां काली के वेश में वीडियो बनाने पर 7 दिन करेंगी मंदिर की सफाई

यूट्यूबर अरमान मलिक और उनकी पत्नी पायल।
हरियाणा के हांसी शहर के रहने वाले मशहूर यूट्यूबर अरमान मलिक की पत्नी और बिग बॉस OTT सीजन 3 में नजर आ चुकीं पायल को विवादित वीडियो के बाद धार्मिक संगठनों के तीव्र रोष का सामना करना पड़ा है। इस मामले में मोहाली की काली माता मंदिर कमेटी ने पायल मलिक को एक अनोखी सजा सुनाई है। उन्हें 7 दिनों तक मंदिर परिसर की सफाई करनी होगी और 8वें दिन कंजक पूजन कर अपनी गलती का प्रायश्चित करना होगा। इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले कंटेंट और उसके परिणामों पर बहस छेड़ दी है।
मां काली के वेश में वीडियो बनाया था
पूरा विवाद पायल मलिक द्वारा बनाए गए एक वीडियो से शुरू हुआ। इस वीडियो में पायल मलिक मां काली के वेश में नजर आईं। उन्होंने अपने चेहरे पर काले रंग का मेकअप किया हुआ था, सिर पर मुकुट पहना था, गले में नींबू की माला डाली हुई थी और हाथ में त्रिशूल लिया हुआ था। वीडियो में उन्हें सोफे पर बैठी दिखाया गया था।
इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही कई धार्मिक संगठनों ने इसका कड़ा विरोध करना शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि पायल ने मां काली के स्वरूप को अत्यंत असंवेदनशील और अशोभनीय तरीके से पेश किया है, जिससे सनातन धर्म को मानने वाले करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। इस मामले को लेकर मोहाली पुलिस में बाकायदा शिकायत भी दर्ज कराई गई थी, जिसमें आईटी एक्ट की धाराओं के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की गई थी।
शिवसेना हिंद ने जताई आपत्ति, पुलिस में दी शिकायत
इस वीडियो पर सबसे पहले शिवसेना हिंद ने आपत्ति जताई। संगठन के राष्ट्रीय महासचिव दीपांशु सूद ने मोहाली के थाना ढकोली के प्रभारी को लिखित शिकायत दी। अपनी शिकायत में उन्होंने साफ साफ लिखा कि पायल ने वीडियो में मां काली के स्वरूप का अनादर किया है। उनके इस वीडियो से सनातन धर्म की आस्था पर चोट पहुंची है। दीपांशु सूद ने प्रशासन से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और पायल मलिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की अपील की थी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
पटियाला और खरड़ में मांगी क्षमा
विवाद बढ़ने और धार्मिक संगठनों के दबाव के बाद, पायल मलिक ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगने का फैसला किया। मंगलवार (22 जुलाई) को वह अपने पति अरमान मलिक के साथ पटियाला स्थित काली माता मंदिर पहुंचीं। वहां उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपनी गलती के लिए माफी मांगी और प्रायश्चित के तौर पर मंदिर में बर्तन धोने की सेवा भी की। यह एक प्रतीकात्मक कदम था, जिससे यह संदेश दिया जा सके कि वे अपनी गलती को स्वीकार कर रहे हैं और उसका पश्चाताप करना चाहते हैं।
इसके बाद, अरमान मलिक अकेले मोहाली के खरड़ भी पहुंचे थे, जहां उन्होंने अपनी पत्नी की अनुपस्थिति में भी माफी मांगी थी। यह दर्शाता है कि यह विवाद कितना गंभीर हो गया था और मलिक परिवार इसे सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा था।
मोहाली मंदिर में स्वीकार की गलती और मिली सजा
बुधवार को अरमान मलिक अपनी पत्नी पायल और अपनी बच्ची को लेकर मोहाली के उसी मंदिर में पहुंचे, जहां से विवाद शुरू हुआ था। वहां पर कई धार्मिक संगठनों के सदस्य भी मौजूद थे। पायल ने एक बार फिर अपनी गलती स्वीकार की। इसके बाद मंदिर कमेटी और धार्मिक संगठनों के सदस्यों की उपस्थिति में पूजा की और फिर उन्हें औपचारिक रूप से धार्मिक सजा सुनाई गई।
यह सजा 7 दिनों तक मंदिर परिसर की सफाई करने और 8वें दिन कंजक पूजन करने के रूप में तय की गई। कंजक पूजन हिंदू धर्म की एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसमें छोटी कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर उनकी पूजा की जाती है। यह सजा पायल मलिक के लिए एक अवसर है कि वे अपनी गलती का वास्तविक पश्चाताप कर सकें और समाज में एक सकारात्मक संदेश दे सकें।
