शहीद मदन लाल ढींगरा की खंडित प्रतिमा पर हंगामा: हिसार में पंजाबी समाज भड़का, मेयर के सामने धक्का-मुक्की

Martyr Madan Lal Dhingra
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शहादत दिवस कार्यक्रम में मेयर के सामने हंगामा करते लोग। 

शहादत दिवस पर कार्यक्रम में मेयर के सामने हंगामा हो गया। मनोहर मोर्चा के प्रधान ने मेयर से तीन महीने बाद भी प्रतिमा की मरम्मत न होने पर सवाल किया। इस दौरान मंच पर ही दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की होने पर मेयर ने बीच-बचाव किया।

हरियाणा के हिसार में पंजाबी समाज में शहीद मदन लाल ढींगरा की खंडित प्रतिमा को लेकर तनाव बढ़ गया है। ढींगरा शहादत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जब प्रतिमा की मरम्मत न होने पर सवाल उठाया गया, तो मेयर के सामने ही हंगामा और धक्का-मुक्की हो गई।

यह घटना ग्रीन स्क्वेयर मार्केट में हुई, जहां पंजाबी कल्याण मंच ने कार्यक्रम का आयोजन किया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मेयर प्रवीण पोपली मौजूद थे। मेयर का संबोधन खत्म होते ही मनोहर मोर्चा के प्रधान सुभाष ढींगरा व अन्य लोग मंच पर आ गए। मेयर से तीन महीने बाद भी प्रतिमा की मरम्मत न होने पर जवाब मांगा। मेयर ने उनको शांत करने की कोशिश की, लेकिन हंगामा जारी रहा।

मंच पर धक्का-मुक्की

हंगामा बढ़ने पर कार्यक्रम का मंच संभाल रहे वीएल शर्मा ने सुभाष ढींगरा को मंच से बाहर जाने के लिए कहा। जब हंगामा शांत नहीं हुआ तो वीएल शर्मा ने सुभाष ढींगरा को धक्का देकर बाहर निकालने की कोशिश की। इससे दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। मेयर प्रवीण पोपली ने तुरंत बीच-बचाव किया और दोनों पक्षों को शांत करवाया।

सुभाष ढींगरा ने बताया कि मेयर यह दावा कर रहे हैं कि मूर्ति बनकर तैयार हो चुकी है, जबकि सच्चाई यह है कि मूर्ति अभी भी वैसी ही पड़ी है, जैसी तीन महीने पहले थी। दूसरी ओर पंजाबी कल्याण मंच ने हंगामे के लिए सुभाष ढींगरा को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि प्रतिमा के निर्माण का काम एक एजेंसी को सौंपा गया है और यह जल्द ही लग जाएगी। मेयर ने इस घटना के बाद कहा कि समाज को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है।

तीन महीने पहले प्रतिमा हो गई थी खंडित

यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब तीन महीने पहले आए एक तूफान में शहीद मदन लाल ढींगरा की प्रतिमा खंडित हो गई थी। इसके बाद नगर निगम के कर्मचारियों ने बिना किसी को सूचना दिए प्रतिमा को उठाकर नगर निगम कार्यालय ले गए और उसे कबाड़ में रख दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि यह खंडित प्रतिमा एक शौचालय के पास रखी गई थी।

जब शहीदी मदन लाल ढींगरा पार्क विकास समिति को प्रतिमा के गायब होने का पता चला, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। बाद में, जब उन्हें पता चला कि प्रतिमा नगर निगम में है और उसे कबाड़ में रखा गया है, तो वे आक्रोशित हो गए।

पंजाबी कल्याण मंच पर भी निशाना साधा

सुभाष ढींगरा ने पंजाबी कल्याण मंच पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब प्रतिमा खंडित हुई थी, तब मंच के लोग कहां थे? उन्होंने कहा कि यह मूर्ति 2022 में उन्हीं के प्रयासों से बनी थी और वह मदन लाल ढींगरा के वंशज के रूप में इस लड़ाई को लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पूरा पंजाबी समाज उनके साथ खड़ा है।

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