हिसार में डॉक्टर की जलने से मौत का मामला : मृतका की चचेरी बहन का देवर निकला हत्यारोपी, एचएयू में 6 साल से है क्लर्क

Dr. Bhawna Yadav murder case : हिसार में राजस्थान की डॉ. भावना यादव (25) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में नया मोड़ आया है। इस सनसनीखेज केस में मुख्य आरोपी उदेश यादव के बारे में पता चला है कि वह भावना की चचेरी बहन चंचल का देवर है। उदेश हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कंट्रोलर रूम में क्लर्क के पद पर 2019 से कार्यरत है। विश्वविद्यालय के पास ही उसने क्वार्टर भी ले रखा था, जहां वह अकेले रहता था। भावना को अस्पताल में भर्ती करवाने के बाद से ही वह फरार है। परिजनों व पुलिस को अभी तक इस सवाल का जवाब नहीं मिला है कि भावना दिल्ली से हिसार क्यों और कैसे पहुंची।
वीडियो कॉल पर मां को कहा था-मम्मी मुझे बचा लो
24 अप्रैल को भावना को गंभीर हालत में हिसार के सोनी बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उसे जलने और चोट के गंभीर निशानों के साथ अस्पताल लाने वाला उदेश ही था, जो इलाज के दौरान चुपचाप फरार हो गया। भावना की मां गायत्री यादव ने बताया कि बेटी वीडियो कॉल पर मदद की गुहार लगाते हुए रो रही थी, लेकिन अपनी गंभीर हालत के चलते ढंग से बोल नहीं पा रही थी। वह कह रही थी मम्मी मुझे बचा लो।
भावना के पेट पर भी थे गहरे घाव
परिवार ने उदेश यादव पर ही हत्या का शक जताया है। भावना के पेट पर गहरे घाव और शरीर पर जलने के गंभीर निशान मिले हैं। डॉक्टर्स को शक है कि ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल कर उसे जलाया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई है कि भावना को गंभीर रूप से प्रताड़ित किया गया था।
दिल्ली पुलिस में है उदेश का भाई, उस पर फरार कराने का शक
उदेश यादव, जो रेवाड़ी के लिलोध गांव का रहने वाला है, शादीशुदा है और उसका तीन साल का बेटा भी है। परिजनों को संदेह है कि दिल्ली पुलिस में उदेश का भाई प्रेम यादव है, उसने ही आरोपी को भागने में मदद की है। भावना का मोबाइल, पर्स और अन्य निजी सामान अब तक गायब हैं, जिससे सबूत नष्ट करने की आशंका और गहरी हो गई है।
पति की मौत के बाद सरकारी नौकरी हासिल की और बेटियों को पढ़ाया
भावना की मां गायत्री यादव ने कहा कि पति हेमंत यादव की 2001 में एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। उस समय भावना 15 महीने की थी और वह तीन माह की गर्भवती भी थी। उन्हें दूसरी भी लड़की हुई थी। बेटियों के भविष्य के लिए उन्होंने खुद पढ़ाई कर सरकारी नौकरी हासिल की। भावना को फिलीपींस से MBBS करवाई। छोटी बेटी शालू दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। 21 अप्रैल को भावना उसी के पास दिल्ली गई थी और उसे 24 अप्रैल को वापस लौटना था, लेकिन उसके जलने की खबर ही उदेश ने दी। उन्होंने कहा कि आखिरी सांस तक अपनी बेटी के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेंगी। उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष और तेज जांच की मांग की है ताकि दोषी को सख्त सजा दिलाई जा सके।
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