हिसार गणेश मौत केस: एडीजीपी बोले- पुलिस की कोई गलती नहीं, हमलावरों पर होगी सख्त कार्रवाई

अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते एडीजीपी केके राव।
हिसार के 12 क्वार्टर एरिया में म्यूजिक सिस्टम बजाने को लेकर हुए विवाद में गणेश की मौत के मामले में एडीजीपी केके राव ने पुलिस का बचाव किया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस घटना में पुलिस की कहीं कोई गलती नहीं है। एडीजीपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भविष्य में किसी ने इस तरह की 'गुस्ताखी' की तो पुलिस सख्ती से पेश आएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि पुलिस की कोई त्रुटि होती तो उन्हें पहले दिन ही सजा मिल चुकी होती। एडीजीपी ने यह भी बताया कि पुलिस अब तक की जांच से जुड़े सभी दस्तावेज गणेश के परिजनों को उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।
उच्च न्यायालय के निर्देशों का होगा पालन
गुरुवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एडीजीपी ने बताया कि इस मामले में उच्च न्यायालय की ओर से जो भी निर्देश आएंगे, पुलिस उनका पूरी तरह से पालन करेगी। उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया कि जिस युवक गणेश की इस घटना में मौत हुई है, उस पर पहले से ही एक मामला दर्ज था और वह तीन महीने जेल में भी बिता चुका था। घटना में घायल हुए दूसरे युवक आकाश द्वारा अपने बयान बदलने के सवाल पर एडीजीपी ने कहा कि आकाश के बयान उसके पिता की मौजूदगी में अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में दर्ज किए गए थे, और पुलिस इस मामले में लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए भी तैयार है।
अपराधी प्रवृत्ति के युवक शामिल
एडीजीपी ने आगे बताया कि घटना के दिन सड़क के बीच म्यूजिक सिस्टम बजा रहे लोगों में कुछ ऐसे युवक भी शामिल थे जिनकी आपराधिक प्रवृत्ति है। उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ पर 15-15 मामले दर्ज हैं, जो पिछले 8 साल से अदालत में विचाराधीन हैं। पुलिस जांच में कई ऐसे महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं जिन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। पुलिस पार्टी पर हमला करने के मामले में पुलिस ने 10 नामजद व्यक्तियों सहित 12-13 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनकी अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। एडीजीपी ने दोहराया कि पुलिस पर हमला करने वाले किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
धरने पर उठे सवालों का जवाब
धरने पर बैठकर पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहे विभिन्न संगठनों से एडीजीपी ने सीधा सवाल किया। उन्होंने कहा कि जो भी संगठन धरने को समर्थन देने आ रहे हैं, आज तक किसी ने यह नहीं कहा कि हम आपको पुलिस पर हमला करने वाले आरोपी सौंपते हैं, अब आप हमारी मांगों को पूरा करो। एडीजीपी ने इन संगठनों से भावनात्मक अपील की कि मृतक के शव का पोस्टमार्टम हो चुका है और अब वे शव का अंतिम संस्कार करें।
शराब के नशे में पुलिस पर किया था जानलेवा हमला
गौरतलब है कि यह विवाद 7 जुलाई को 12 क्वार्टर एरिया में सड़क के बीच म्यूजिक सिस्टम बजाने को लेकर शुरू हुआ था। म्यूजिक सिस्टम बंद करवाने गई पुलिस पार्टी पर जन्मदिन की पार्टी मना रहे कुछ युवकों ने, जो कथित तौर पर शराब के नशे में थे, जानलेवा हमला किया था। इसी दौरान हुई भगदड़ में दो युवक छत से गिर गए थे। इनमें से गणेश नामक युवक की दुखद मौत हो गई, जबकि आकाश गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस मामले को लेकर नागरिक अस्पताल में मृतक के परिजनों और दलित संगठनों का धरना अभी भी जारी है। उनकी मुख्य मांगें हैं कि पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज किया जाए और मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
