हिसार एयरपोर्ट पर संकट के बादल: बिजली कनेक्शन कटने का खतरा, लाइसेंस भी खतरे में

Hisar Airport
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हिसार एयरपोर्ट। 

एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि बिल भरने की जिम्मेदारी सिविल एविएशन हरियाणा और सरकार की है। लगभग 94.43 लाख रुपये का भारी-भरकम बिजली बिल बकाया है। एयरपोर्ट जो हिसार के सबसे बड़े डिफाल्टरों में से है।

हरियाणा के इकलौते महाराजा अग्रसेन हिसार एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने किया था। इन दिनों यह एयरपोर्ट एक बड़े संकट का सामना कर रहा है। बिजली के भारी भरकम बकाया बिल के कारण एयरपोर्ट का बिजली कनेक्शन कटने की तलवार लटक रही है। इतना ही नहीं तीन महीने बाद एयरपोर्ट का ऑपरेटिंग लाइसेंस भी एक्सपायर हो रहा है, जिससे भविष्य में उड़ानों पर भी ग्रहण लग सकता है। यह स्थिति न केवल एयरपोर्ट के संचालन पर सवाल उठाती है, बल्कि सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगाती है।

लगभग एक करोड़ का बिजली बिल बकाया

हिसार एयरपोर्ट अथॉरिटी शुरुआत से ही बिजली का बिल भरने में नाकाम रही है, जिसके चलते उन पर करीब 94.43 लाख रुपये का बिजली बिल बकाया हो गया है। इस भारी भरकम बकाया के कारण हिसार के बड़े डिफाल्टरों की सूची में एयरपोर्ट का नाम सबसे ऊपर आ गया है। बिजली निगम ने एयरपोर्ट पर निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपना एक अलग बिजली घर भी बनाया है। इसके बावजूद, हर महीने औसतन 13 लाख रुपये का बिजली बिल जमा न होने से यह राशि बढ़ती जा रही है।

उद्घाटन के समय भी बकाया था बिल

हैरानी की बात यह है कि जब 14 अप्रैल 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिसार से अयोध्या जाने वाली फ्लाइट का शुभारंभ किया था, तब भी एयरपोर्ट पर चार महीने का बिजली बिल बकाया था। मार्च में ही हिसार एयरपोर्ट को उड़ान भरने का लाइसेंस मिला था, लेकिन उसके बाद भी बिल लंबित रहा।

इसी प्रकार जब 9 जून को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हिसार से चंडीगढ़ विमान सेवा का शुभारंभ किया, तब भी एयरपोर्ट का बिजली बिल पेंडिंग पड़ा था। बिजली निगम के एसडीओ सिटी मुकेश रोहिल्ला ने साफ किया है कि बिल न भरने वाले डिफाल्टरों का कनेक्शन काटा जाएगा। वहीं, एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि बिजली बिल भरने का काम सिविल एविएशन हरियाणा और राज्य सरकार का है, इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है।

बिजली निगम की लगातार चेतावनी

हिसार बिजली निगम के एसडीओ मुकेश रोहिल्ला ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी हिसार को कई बार रिमाइंडर भेजकर बिजली बिल भरने के लिए कहा जा चुका है। लगातार पत्राचार के बावजूद बिल का भुगतान नहीं हो रहा है। कभी चंडीगढ़ से बिल भरने की बात कही जाती है, तो कभी ऊपर से अप्रूवल आने का हवाला दिया जाता है। एसडीओ ने यह भी बताया कि एयरपोर्ट का बिजली लोड करीब 2000 किलोवाट है और उनके लिए विशेष रूप से 33 KV का बिजली घर बनाया गया है। इसके बावजूद यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।

अन्य सरकारी विभाग भी डिफाल्टरों की सूची में

यह चौंकाने वाला है कि केवल एयरपोर्ट ही नहीं, बल्कि कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा के अधीन विभाग पब्लिक हेल्थ भी बिजली निगम का एक बड़ा डिफाल्टर है। पब्लिक हेल्थ पर करीब 64 लाख रुपये का बिल बकाया है, जो हिसार में दूसरा सबसे बड़ा देनदार है। पब्लिक हेल्थ के लगभग 13 बिजली के बिल पेंडिंग हैं, जो अलग-अलग जलघरों से संबंधित हैं, जहां मोटरें दिन-रात चलती रहती हैं। यह दिखाता है कि सरकारी विभागों में बिल भुगतान को लेकर लापरवाही का यह एक अकेला मामला नहीं है।

अक्टूबर में एक्सपायर हो जाएगा लाइसेंस

बिजली बिल के बकाया के अलावा हिसार एयरपोर्ट एक और बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। ऑपरेटिंग लाइसेंस का नवीनीकरण, हिसार एयरपोर्ट का वर्तमान लाइसेंस तीन महीने बाद अक्टूबर में एक्सपायर हो जाएगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने नए लाइसेंस के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है, और उम्मीद है कि अगला लाइसेंस 5 साल के लिए मिलेगा। इस बारे में DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) के ऑपरेशनल डायरेक्टर प्रशांत फुलमरे ने बताया कि लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया गया है और अक्टूबर से पहले लाइसेंस मिल सके, इसके लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।

यह लाइसेंस समस्या इतनी गंभीर है कि हिसार एयरपोर्ट से संचालित एलायंस एयर एविएशन ने अक्टूबर के बाद से कोई भी बुकिंग अपनी वेबसाइट पर लेना बंद कर दिया है। यदि समय पर लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं होता है, तो एयरपोर्ट से अक्टूबर में फ्लाइट का संचालन पूरी तरह बंद हो सकता है। मार्च में DGCA ने जो लाइसेंस जारी किया था, वह केवल 6 महीने के लिए वैध था।

भविष्य की उड़ानों पर अनिश्चितता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद से हिसार से अयोध्या, हिसार से चंडीगढ़ और हिसार से दिल्ली के लिए हवाई सेवाएं चल रही हैं। सरकार की योजना जयपुर, अहमदाबाद, देहरादून और जम्मू के लिए भी फ्लाइट शुरू करने की है। हालांकि, मौजूदा चुनौतियों के कारण इन योजनाओं पर भी अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। फिलहाल, हिसार से जयपुर सेवा शुरू होने में समय लग सकता है, क्योंकि एलायंस एविएशन कंपनी के पास विमानों की कमी है। उम्मीद है कि नए लाइसेंस मिलने के साथ या इससे पहले जयपुर के लिए फ्लाइट शुरू की जा सकती है, लेकिन जब तक बिजली बिल और लाइसेंस की समस्या का समाधान नहीं हो जाता, तब तक हिसार एयरपोर्ट का भविष्य अनिश्चित दिख रहा है।

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