मानसून की विदाई के बाद भी बारिश का दौर जारी: हरियाणा में 13 जिलों में अलर्ट, 3 दिन बाद महसूस होगी ठंडक

MP monsoon update
हरियाणा में मानसून की आधिकारिक विदाई के बावजूद मौसम ने फिर करवट ली है। मंगलवार सुबह से ही प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। सोनीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम और झज्जर के बहादुरगढ़ में तेज बारिश दर्ज की गई, जबकि सुबह चरखी दादरी और भिवानी में भी हल्की बूंदाबांदी हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ ने दोपहर तक के लिए प्रदेश के कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी, झज्जर और सोनीपत सहित पांच जिलों में तेज बारिश की संभावना है। वहीं, नूंह, पलवल, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, भिवानी, रोहतक, पानीपत और करनाल जैसे आठ अन्य जिलों में हल्की बारिश होने का अनुमान है।
यह मौसमी बदलाव अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने से हुआ
डॉ. मदन खीचड़ अध्यक्ष कृषि मौसम विज्ञान विभाग चौधरी चरण सिंह हरियाणा विश्वविद्यालय हिसार के अनुसार यह मौसमी बदलाव अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने से हुआ है। इसके कारण 3 अक्टूबर तक हरियाणा में मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। इस दौरान दक्षिण हरियाणा के जिलों में बीच-बीच में हल्की बारिश हो सकती है, और उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने से दिन और रात के तापमान में मामूली गिरावट आने की संभावना है।
3 अक्टूबर को 12 जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले तीन दिनों में बारिश की गतिविधियां और अधिक क्षेत्रों तक फैल सकती हैं।
• 2 अक्टूबर तक : हरियाणा के 6 से 8 जिलों में ही बारिश के आसार हैं, जिनमें चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात, पलवल, गुरुग्राम और फरीदाबाद शामिल हैं।
• 3 अक्टूबर को : हरियाणा के 12 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं फरीदाबाद, पलवल, मेवात, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी में ज्यादातर इलाकों में मध्यम बारिश के आसार हैं। इसके अलावा करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, चरखी दादरी और गुरुग्राम में हल्की बारिश की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 3 अक्टूबर के बाद बारिश थमने पर हल्की ठंडक महसूस की जा सकती है।
नारनौल की रात सबसे ठंडी रही
सोमवार को हरियाणा के चार जिलों में बारिश का अलर्ट जारी था, लेकिन सिर्फ करनाल में ही हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई थी। तापमान की बात करें तो सोमवार को पलवल में सबसे ज्यादा 36.7 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, जबकि रात के तापमान में नारनौल की रात सबसे ठंडी रही, जहां 23 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया।
इस साल हुई सामान्य से 38% ज्यादा बारिश
सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस बार मानसून हरियाणा पर काफी मेहरबान रहा, 1 जून से 22 सितंबर तक करीब 114 दिनों में प्रदेश में 568 एमएम बारिश हुई जो पूरे सीजन में सामान्य से 38 प्रतिशत ज्यादा दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा बारिश यमुनानगर में (1116.5 एमएम), सबसे कम बारिश सिरसा में (346.6 एमएम) रही।
यह अतिरिक्त बारिश राज्य के जल संसाधनों और कृषि के लिए काफी लाभदायक रही है। वर्तमान में हो रही यह बारिश रबी की बुआई से पहले खेत तैयार करने में भी किसानों की मदद कर सकती है, हालांकि, अत्यधिक बारिश से बचना भी जरूरी है। मौसम के इस बदलाव को देखते हुए, लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपने दैनिक कार्यक्रमों को मौसम पूर्वानुमान के अनुसार नियोजित करें।
