हरियाणा में बाढ़ का कहर जारी: हिसार और सिरसा में बांध-माइनर टूटे, कई गांव डूबे, अमित शाह की मीटिंग भी रद्द

बहादुरगढ़ में मुंगेशपुर ड्रेन को ठीक करने में जुटे सेना जवान और कर्मचारी।
हरियाणा में इस बार बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है, यहां 6 सितंबर तक औसतन 373.9 मिमी बारिश होनी थी, वहीं अब तक 550.9 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 47 प्रतिशत ज्यादा है। इस भारी बारिश ने प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। घग्गर, मारकंडा और यमुना जैसी नदियां और नहरें उफान पर हैं, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
किसानों को भारी नुकसान
आज सुबह हरियाणा के लिए एक और बुरी खबर आई। हिसार में एयरपोर्ट के नजदीक बनी राणा माइनर टूट गई। हालांकि, प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जेसीबी मशीनों की मदद से पानी को एयरपोर्ट की तरफ बढ़ने से रोक दिया, जिससे एक बड़ा नुकसान होने से बच गया। वहीं, सिरसा में भी घग्गर नदी का बांध एक बार फिर से टूट गया, जिससे आसपास के खेतों में पानी भर गया और किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इन घटनाओं से यह साफ हो गया है कि बारिश थमने के बावजूद बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है।
बहादुरगढ़ में भी भारी नुकसान
बाढ़ का सबसे ज्यादा असर बहादुरगढ़ में देखने को मिला। यहां मुंगेशपुर ड्रेन एक और जगह से टूट गई, जिससे आसपास के इलाकों में जलभराव हो गया। इस बाढ़ का सबसे बड़ा शिकार बना मारुति कंपनी का स्टॉक यार्ड, जहां खड़ी सैकड़ों नई गाड़ियां पानी में डूब गईं। इससे कंपनी को करोड़ों का नुकसान होने का अनुमान है। सेना और SDRF की टीमें पिछले 6 दिनों से लगातार ड्रेन की मरम्मत में जुटी हैं, लेकिन पानी का भारी दबाव और सफाई न होने की वजह से किनारे बार-बार टूट रहे हैं। बहादुरगढ़ के गांवों में भी पानी भर गया है। लौहारहेड़ी जैसे गांवों में गलियों में 2 फीट तक पानी जमा है और तालाबों के ओवरफ्लो होने से मछलियां भी गलियों में तैर रही हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
राहत सामग्री से भरी 25 गाड़ियां पंजाब-हिमाचल रवाना
इन मुश्किल हालातों के बीच, सरकार और प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला से बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री से भरी 25 गाड़ियों को रवाना किया है। इनमें 15 गाड़ियां पंजाब और 10 गाड़ियां हिमाचल प्रदेश भेजी गई हैं। यह कदम यह दिखाता है कि हरियाणा सरकार पड़ोसी राज्यों की भी मदद कर रही है, जो खुद भी बाढ़ से जूझ रहे हैं। फरीदाबाद में भी यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है, जिससे थोड़ी राहत मिली है। अब तक 750 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और 12 राहत शिविर सक्रिय हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में होने वाली मीटिंग रद्द
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की मीटिंग को रद्द कर दिया है। यह फैसला पंजाब और हरियाणा में बिगड़े हुए हालात के बाद लिया गया माना जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा के 20 जिलों में अगले कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। हालांकि, सिरसा और फतेहाबाद जैसे कुछ जिलों में मौसम साफ रहने का अनुमान है। मानसून का आखिरी चरण चल रहा है, लेकिन पिछले कुछ दिनों की बारिश ने जो तबाही मचाई है, उसकी भरपाई करने में काफी समय लगेगा।
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