बिश्नोई महासभा विवाद में कूदा गैंगस्टर लॉरेंस: तानाशाही' खत्म करने की धमकी, देवेंद्र बूड़िया के समर्थन में पोस्ट

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पोस्ट में लॉरेंस ने दावा किया कि एक व्यक्ति ने महासभा को अपने कब्जे में ले रखा था। दूसरी ओर कुलदीप बिश्नोई के करीबियों ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है।

अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के भीतर चल रहे विवाद ने एक नया और सनसनीखेज मोड़ ले लिया है। इस विवाद में अब कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई कूद गया है। लॉरेंस की कथित सोशल मीडिया पोस्ट का स्क्रीनशॉट अब सामने आया है, जिसमें उसने महासभा में 'तानाशाही' चलाने वाले एक व्यक्ति को अंजाम भुगतने की धमकी दी है। यह पोस्ट महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया के समर्थन में लिखी है। हालांकि, इस पोस्ट की प्रामाणिकता की पुष्टि हरिभूमि नहीं करता है, न ही यह स्पष्ट है कि यह किस अकाउंट से पोस्ट की गई है।

सोशल मीडिया पर खबर वायरल

कथित पोस्ट में गैंगस्टर लॉरेंस ने लिखा है श्री गुरु जंभेश्वर भगवान की जय। प्रभु श्री रामचंद्र जी के चरणों में नमन। गुरुदेव के चरणों में नमन। सभी माता-पिता को मेरा प्रणाम, भाई-बहनों को मेरा प्यार। मैं लॉरेंस राष्ट्रीय जीव रक्षा युवा मोर्चा अध्यक्ष। लॉरेंस ने आगे लिखा पिछले कुछ दिनों से देश-विदेश की सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है। बिश्नोई समाज में अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा जो की समाज हित में कार्य करती है। उसका जो चुनाव सर्व समाज के हिसाब से होना चाहिए।

पोस्ट में आगे कहा गया है कि उस चुनाव को एक व्यक्ति ने इस तरह अपने चंगुल में फंसा रखा था कि उसकी ही बात मानी जाती थी और वह तानाशाह की तरह महासभा चलाता था। इस तानाशाही के खिलाफ हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया ने यह निर्णय लिया कि समाज का चुनाव समाज के मौलिक अधिकारों से ही होना चाहिए और सर्व समाज जिसे मिलकर अध्यक्ष पद के लिए चुनेगा, वही महासभा का अध्यक्ष होगा।

सबसे चौंकाने वाला हिस्सा तब आता है जब लॉरेंस धमकी देता है समाज हित के लिए कभी भी ऐसे तानाशाह को खत्म करने के लिए किसी भी हद तक जाना पड़ा, तो मैं और मेरे सभी साथी ऐसी घटना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए तैयार रहेंगे। समाज में रहकर समाज हित में कार्य न करके जो समाज के साथ तानाशाही करेगा, वह चाहे कोई भी हो, अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे।

कुलदीप बिश्नोई से जुड़ा विवाद

यह पूरा विवाद अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के पूर्व संरक्षक कुलदीप बिश्नोई (कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे) और महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया के बीच चल रहा है।

• बूड़िया के आरोप : देवेंद्र बूड़िया ने आरोप लगाया था कि नवंबर 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में आदमपुर सीट पर कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई की हार के बाद, कुलदीप बिश्नोई के करीबियों ने उन्हें प्रधान पद से इस्तीफा देने के लिए बंधक बनाने की कोशिश की थी। बूड़िया ने कुलदीप बिश्नोई पर महासभा के पैसे का दुरुपयोग करने और लाखों रुपये विदेशी दौरों पर खर्च करने का भी आरोप लगाया था।

• रेप केस और गिरफ्तारी : इसी विवाद के बीच, 24 जनवरी को बूड़िया के खिलाफ आदमपुर में एक रेप का केस दर्ज हुआ। 29 जून को बूड़िया को गिरफ्तार किया गया और कल कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पेशी से पहले बूड़िया की तबीयत भी बिगड़ गई थी।

• पद से हटाना और जवाबी कार्रवाई : कुलदीप बिश्नोई ने बूड़िया को अध्यक्ष पद से हटाकर परसराम बिश्नोई को नया अध्यक्ष नियुक्त किया था। इसके जवाब में बूड़िया ने जोधपुर में महासभा की बैठक कर कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाने का प्रस्ताव पास कर दिया, जिसमें कुलदीप के छोटे बेटे चैतन्य के अंतरजातीय विवाह का भी हवाला दिया गया। बाद में दिसंबर 2024 में कुलदीप बिश्नोई ने खुद 12 साल बाद संरक्षक का पद छोड़ दिया था।

कुलदीप बिश्नोई खेमे की प्रतिक्रिया

कुलदीप बिश्नोई के करीबी मोहित शर्मा का कहना है कि कुलदीप बिश्नोई को इस तरह की कोई धमकी नहीं मिली है। उन्होंने इसे एक राजनीतिक साज़िश करार दिया है।

गैंगस्टर 2016 से जेल में बंद

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पर करीब 84 FIR दर्ज हैं। 2016 में नेपाल से गिरफ्तार होने के बाद से वह जेल में ही बंद है और वर्तमान में गुजरात की साबरमती जेल में है। 9 साल से जेल में होने के बावजूद, उसका नाम देश में हुए कई हाई-प्रोफाइल मर्डर केसों में सामने आया है। इनमें मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला, राजस्थान करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी का मर्डर भी शामिल है। वह काले हिरण के शिकार के आरोपों से घिरे बॉलीवुड स्टार सलमान खान के भी पीछे पड़ा है। अब इस मामले में गैंगस्टर लॉरेंस का कूदना बिश्नोई महासभा के विवाद को खतरनाक दिशा दे रहा है और अब देखना होगा कि प्रशासन क्या रुख अपनाता है।

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