हर घर छांव हर घर फल योजना: अब हरियाणा के हर घर में लगेंगे फल, सरकार बांटेगी 55 हजार पौधे

HAU agriculture fair 2025 : हरियाणा के हिसार में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हर घर छांव-हर घर फल योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत प्रदेश के 22 जिलों के 110 गांवों में 55000 फलदार पौधों का नि:शुल्क वितरण किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने लगभग 6 व्यक्तियों को पौधे प्रदान किए। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने देशी गायों के संरक्षण और विकास तथा मुर्राह विकास योजना के अंतर्गत 50 पुशपालकों को 40 हजार रुपये तक की प्रोत्साहन राशि के डमी चेक का भी वितरण किया। साथ ही, 75 महिला उद्यमियों को डेयरी स्थापना स्वीकृति पत्र भी प्रदान किए। वे हिसार के चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय HAU के मेला ग्राउंड में 2 दिवसीय रबी कृषि मेले के शुभारंभ अवसर पर शामिल हुए थे।
एचएयू में छात्रावास का किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में दत्तोपंत ठेंगड़ी कृषि उद्यमिता स्थल का उद्घाटन किया। इसके अलावा, कल्पना चावला महिला छात्रावास और देवी अहिल्या बाई होलकर महिला छात्रावास का भी उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री सैनी ने रविवार को हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मेला ग्राउंड में कृषि औद्योगिक प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं अवलोकन किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों का आह्वान किया कि कृषि में विविधीकरण को अपनाएं तथा मोटे अनाज की पैदावार को प्राथमिकता दें।
मेले में 10 फुट का बाजरा देख रहे दंग
कृषि मेले में किसानों को 12 फुट की ज्वार और 10 फुट की बाजरे की फसल दिखाई गई। जिसके बारे में किसान जानने के लिए उत्सुक दिखे। कुल मिलाकर मेले में नई तकनीक, उपकरणों व खेती में नए प्रयोगों की 300 स्टॉल लगी। यहां 25 स्टॉल प्रगतिशील किसानों की रही। उन्होंने जैविक खेती, जहर मुक्त खेती, परंपरागत खेती आदि पर किसानों को जानकारी दी। दूसरे प्रदेशों से भी कई किसान मेले में स्टॉल लगाने के लिए आए।
जलभराव व सूखे को झेलने वाली किस्में विकसित करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि खरीफ-2025 में राज्य में अत्यधिक वर्षा हुई है। इससे राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ आई है। सरकार ने प्रभावित किसानों को राहत पहुंचाने के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर फसल नुकसान की जानकारी मांगी है। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वे विभिन्न फसलों के ऐसी किस्में विकसित करें, जो जलभराव को भी झेल सकें और सूखे की स्थिति में भी पैदावार दे सकें। उन्होंने कहा कि बाढ़ से हुए नुकसान को देखते हुए सरकार 15 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देगी।
मत्स्य पालन में आगे बढ़ रहा हरियाणा : कृषि मंत्री
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि हरियाणा चारों प्रमुख कृषि क्षेत्रों खेती, बागवानी, मत्स्य पालन और पशुपालन में देश में अग्रणी है। बिना समुद्र तट वाले 17 राज्यों में हरियाणा मत्स्य पालन में दूसरे स्थान पर है। राज्य की प्रसिद्ध मुर्रा और साहीवाल नस्ल विश्व स्तर पर पहचान बना चुकी हैं। वहीं, गन्नौर में 3,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रही अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी हरियाणा को वैश्विक बाजार से जोड़ेगी।
हकृवि ने 44 नई किस्में विकसित की : प्रो. काम्बोज
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा गत 4 वर्षों के दौरान विभिन्न फसलों की 44 किस्में विकसित की गई हैं। इनमें विशेष तौर पर गेहूं, सरसों एवं चारा फसलों की कम पानी में अधिक उत्पादन देने वाली किस्में शामिल हैं। हकृवि द्वारा विकसित की गई उन्नत किस्मों की मांग हरियाणा के साथ अन्य राज्यों में भी बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा ईजाद की जा रही नवीनतम तकनीकों एवं शोध कार्यों से किसान अन्नदाता से उद्यमी बनने की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा, पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, विधायक सावित्री जिंदल, विधायक रणधीर पनिहार, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजा शेखर वुंडरू, हकृवि कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज, उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन, बागवानी विभाग से अर्जुन सैनी, नगराधीश हरिराम, जिला परिषद के चेयरमैन सोनू सिहाग डाटा, महापौर प्रवीण पोपली, पूर्व मंत्री अनूप धानक, हिसार जिलाध्यक्ष आशा खेदड़, हांसी जिलाध्यक्ष अशोक सैनी सहित अनेक गणमान्य नेता एवं नागरिक उपस्थित रहे।
