Panipat-Gorakhpur Expressway: दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी का सफर होगा आसान, एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा गोरखपुर

दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी का सफर होगा आसान, एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा गोरखपुर
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Haryana Expressway Connecting Gorakhpur: हरियाणा के पानीपत एक्सप्रेसवे को गोरखपुर से जोड़ने की तैयारी चल रही है। इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के बीच रोड कनेक्शन और बेहतर हो जाएगा।

Panipat-Gorakhpur Expressway: केंद्र सरकार रोड कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। अब रोड कनेक्टिविटी और बेहतर बनाने के लिए एक और प्रोजेक्ट लॉन्च किया जाने वाला है। इसके तहत दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के बीच रोड कनेक्शन और बेहतर हो जाएगा। वर्तमान समय में हरियाणा-पानीपत एक्सप्रेसवे, जिसे पानीपत एलिवेटेड कॉरिडोर और NH-44 के नाम से भी जाना जाता है। इसे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर से जोड़ने की तैयारी चल रही है।

बेहतर हो जाएगी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी

जानकारी के अनुसार, गोरखपुर को हरियाणा एक्सप्रेसवे से जोड़ने की तैयारी है। ये गोरखपुर को हरियाणा के पानीपत से जोड़ेगा। ये एक्सप्रेसवे 750 किलोमीटर लंबा होगा। इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के बीच कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी। ये एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 22 जिलों को जोड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से लोगों को काफी फायदा होगा। उनका सफर आसान हो जाएगा। साथ ही कम समय में सफर तय कर सकेंगे।

750 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे यूपी के इन जिलों को करेगा कनेक्ट

ये एक्सप्रेसवे हरियाणा के पानीपत से गोरखपुर को जोड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद 8 घंटों में गोरखपुर से हरिद्वार तक का सफर तय किया जा सकेगा। ये 750 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 22 जिलों को जोड़ेगा। ये एक्सप्रेसवे गोरखपुर से संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, सहारनपुर, लखनऊ, बलरामपुर, बहराइच, सीतापुर, बिजनौर, हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, संभल, मेरठ, मुजफ्फरनगर और शामली को कनेक्ट करेगा।

4 साल में पूरा होगा काम

NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) की मानें, तो इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य कई चरणों में किया जाएगा। दिल्ली की ICT टीम इस प्रोजेक्ट में लगने वाली लागत का आंकलन करेगी और फिर निर्माण कार्य कराने के लिए टेंडर निकालेगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे को बनने में लगभग 3 से 4 साल का समय लग सकता है।

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