IPS officer Y Puran: IPS ऑफिसर वाई पूरन कुमार आत्महत्या केस की जांच करेगी SIT, 6 अधिकारी होंगे शामिल

सीनियर IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार सुसाइड केस।
IPS officer Y Puran Kumar Suicide: हरियाणा के सीनियर IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार आत्महत्या केस की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। चंडीगढ़ के IG पुष्पेंद्र कुमार को इस SIT का प्रमुख नियुक्त किया गया है। बताया जा रहा है कि इस टीम में 6 अधिकारी शामिल होंगे। बता दें कि इससे पहले वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर और रोहतक के सीनियर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया समेत करीब 14 अफसरों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
बताया जा रहा है कि नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में रेजिडेंट कमिश्नर डी. सुरेश की अगुवाई में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय के प्रतिनिधियों ने चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय में सीनियर पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करके इस मामले में निष्पक्ष और एक निश्चित समय सीमा के तहत मांग उठाई थी, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल के मुलाकात के कुछ घंटों बाद ही चंडीगढ़ पुलिस ने SIT गठन का ऐलान कर दिया।
कौन से अधिकारी होंगे शामिल ?
DGP सागर प्रीत हुड्डा द्वारा जारी आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि चंडीगढ़ के सेक्टर 11 (पश्चिम) पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) और SC/ST (अत्याचार निवारण) अधिनियम से जुड़ी धाराओं के तहत जांच के लिए SIT टीम का गठन किया गया है। इस टीम का नेतृत्व IG पुष्पेंद्र कुमार द्वारा किया जाएगा।
IG पुष्पेंद्र समेत इस टीम में SSP (यूटी) कंवरदीप कौर, SP (सिटी) केएम प्रियंका, DSP (यातायात) चरणजीत सिंह विर्क, SDPO (दक्षिण) गुरजीत कौर और इंस्पेक्टर जयवीर सिंह राणा शामिल होंगे। टीम को सबूत इकट्ठा करने, गवाहों की जांच, विशेषज्ञों की राय और कानूनी सलाह सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जां करने के निर्देश दिए हैं।
जातीय उत्पीड़न का लगाया आरोप
इस मामले में मृतक पूरन कुमार के परिजनों ने 15 अधिकारियों पर आरोप लगाया है, जिनमें मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी का नाम भी सामने आया है। सुसाइड नोट के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 108, 3(5) और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम की धारा 3 (1) (आर) के तहत अफसरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार 2001 बैच के अधिकारी थे। उन्होंने मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। वाई पूरन ने सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उन्होंने कई सीनियर अधिकारियों पर जातीय उत्पीड़न का आरोप लगाया है। लेटर में नौकरी का तनाव और मानसिक उत्पीड़न के बारे में लिखा है।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें। हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए haribhoomi.com के साथ।
