हरियाणा में गर्मी-लू का सितम: डरा रहा पारा! हीटवेव को लेकर प्रशासन की एडवाइजरी, बुजुर्गों-बच्चों को दी विशेष सलाह

हीट वेव को लेकर डीसी विश्राम कुमार मीणा ने जारी की एडवाइजरी।
Haryana Heat Wave Advisory: हरियाणा में गर्मी के कहर ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। बढ़ते तापमान की वजह से लोगों को 'लू' और चिलचिलाती गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नूंह में प्रशासन की ओर से हीटवेव को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। एडवाइजरी में बुजुर्गों और बच्चों को अहम सलाह दी गई है।
नूंह के डीसी विश्राम कुमार मीणा ने गर्मी के बढ़ते प्रकोप और हीटवेव के हालातों को ध्यान में रखते हुए सभी जिलावासियों से अपील करते हुए जरूरी सावधानी बरतने के लिए कहा है। लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए गाइडलाइन जारी की है।
डीसी विश्राम कुमार मीणा ने कहा है कि बच्चों के स्कूलों की गर्मियों की छुट्टियां शुरू हो गई हैं। ऐसे में बच्चों को धूप व तेजी गर्मी में बाहर ना निकलने की सलाह दी गई है। छोटे बच्चों को बार-बार पानी व ORS का घोल देने की सलाह दी है। डीसी की ओर से कहा गया है कि बीमार होने के स्थिति में डॉक्टर तुरंत चेक कराने के लिए कहा गया है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि हीटवेव के दौरान विशेष सतर्कता बरतें और स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन जरूर करें।
बुजुर्गों और बच्चों को दी सलाह
डीसी का कहना है कि हीटवेव बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा प्रभावित करता है। ऐसे में बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है। ये वर्ग हीटवेव के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। डीसी ने बताया कि दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक बच्चों को बाहर न निकलने की सलाह दी है। गर्मी के दिनों में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, ऐसे में लोगों को दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी, नींबू पानी, छाछ आदि का सेवन करने के लिए कहा है।
गर्मी में कैसे कपड़े पहनें?
डीसी ने कहा कि गर्मी के मौसम में हल्के, ढीले और सूती वस्त्र पहनें और गहरे रंग के कपड़ों से बचने की सलाह दी है। सिर को टोपी, कपड़े या छतरी से ढककर रखें। ज्यादा जरूरी हो, तभी बाहर निकलें। छायादार स्थानों पर रुकें और बार-बार पानी पीते रहें। दोपहर के समय में खेतों, निर्माणस्थलों या खुले में शारीरिक श्रम करने से बचें।
घर में खिड़कियों और दरवाजों को पर्दों से ढकें, ठंडी हवा के लिए पंखों व कूलर का इस्तेमाल करें। इसी तरह खानपान का ध्यान रखने बासी और हेवी खाने से बचने की सलाह दी है। ज्यादा से ज्यादा ताजे फल, सब्जियां, तरबूज, खीरा आदि का सेवन करने के लिए कहा है।
पशु-पक्षियों का भी रखें ध्यान
डीसी ने बताया कि अगर अत्यधिक पसीना, कमजोरी, चक्कर, उल्टी, तेज बुखार या बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई देने लगे तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही न करें। पशु-पक्षियों के लिए भी पर्याप्त पानी की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है। उपायुक्त का कहना है कि जिला प्रशासन ने अप्रैल में ही विस्तृत योजना बनाकर सभी विभागों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए थे।