गुरुग्राम में दिल दहला देने वाली घटना: मजाक में गई पत्नी की जान, पति के हाथों से फिसलकर चौथी मंजिल से गिरी

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दुर्योधन और पार्वती की फाइल फोटो।

दुर्योधन ने पार्वती को कसकर पकड़ा और लगभग दो मिनट तक बचाने की पूरी कोशिश की। वर मदद के लिए चिल्लाया, पर कोई आसपास नहीं था। आखिरकार, उसके हाथों से पार्वती फिसल गई और नीचे जा गिरी।

हरियाणा के गुरुग्राम में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां पति-पत्नी के बीच हो रहा एक मजाक पत्नी की मौत का कारण बन गया। छत की रेलिंग की दीवार पर चढ़कर बैठी पत्नी ने मजाक के अंदाज में पति से पूछा अगर मैं गिर गई तो तुम मुझे बचा लोगे?। पति की ओर से नीचे उतरने के लिए कहने पर उसका बैलेंस बिगड़ गया और पति के बचाने की पूरी कोशिश के बावजूद पत्नी चौथी मंजिल से नीचे गिर गई और उसकी मौत हो गई।

दोनों ओडिशा के रहने वाले

दुर्योधन राव (25) और पार्वती (22) मूल रूप से ओडिशा के गंजम जिले के रहने वाले थे। लगभग ढाई साल पहले उनकी शादी हुई थी। बेहतर भविष्य और सपनों को पूरा करने के लिए यह युवा दंपत्ति गुरुग्राम आया था। दुर्योधन एक निजी फर्म में सोशल मीडिया कंटेंट मॉडरेटर के रूप में कार्यरत थे, जबकि पार्वती एक कॉल सेंटर में एग्जीक्यूटिव थीं। दोनों गुरुग्राम के DLF फेज 3 में एक 2BHK फ्लैट में एक साथ रह रहे थे, जहां वे अपने भविष्य के लिए मेहनत कर रहे थे। हाल ही में उन्होंने अपनी शादी की सालगिरह मनाई थी और आगरा में ताजमहल देखने भी गए थे, जो उनके गहरे प्यार और साथ बिताए सुखद पलों को दर्शाता है।

एक पल का मजाक, जिंदगी भर का गम

15 जुलाई की शाम को दुर्योधन और पार्वती छत पर कुछ सुकून के पल बिताने गए थे। मौसम सुहावना था और दोनों हंसी-मजाक कर रहे थे। इसी बीच पार्वती अचानक छत पर बनी रेलिंग की दीवार पर चढ़ गई। दीवार के किनारे पर दोनों ओर पैर लटकाकर बैठ गई। यहीं से मजाकिया अंदाज में उसने दुर्योधन से पूछा अगर मैं गिर जाऊं तो क्या तुम मुझे बचा लोगे?। दुर्योधन ने उसे फोरन उतरने को कहा और उसे अपनी ओर खींचने के लिए आगे बढ़ा। जब पार्वती नीचे उतरने लगी, तो उसका संतुलन बिगड़ गया और वह चौथी मंजिल से लटक गई।

दुर्योधन ने तत्परता दिखाते हुए उसे तुरंत अपनी बाहों में जकड़ लिया। वे दोनों मदद के लिए चिल्लाने लगे, लेकिन उस समय आस-पास कोई नहीं था। दुर्योधन ने लगभग 2 मिनट तक पार्वती को कसकर पकड़े रखा, अपनी पूरी ताकत लगा दी। इस दौरान उसके हाथों और छाती पर चोट के निशान भी बन गए, जो पार्वती को बचाने की उसकी हताश कोशिशों का प्रमाण हैं। हालांकि, कोशिशों के बावजूद, उसकी बाहें थकने लगीं और घबराहट में पसीना आने लगा। आखिर में पार्वती उसके हाथों से फिसल गई और चौथी मंजिल से नीचे जमीन पर जा गिरी।

अस्पताल में ली अंतिम सांस

पार्वती के छत से नीचे गिरने के बाद दुर्योधन तुरंत नीचे भागा और उसे संभाला। वह दर्द से चिल्ला रही थी। पति दुर्योधन उसे दिलासा दे रहा था कि वह ठीक हो जाएगी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने के आधे घंटे बाद पार्वती ने दम तोड़ दिया। नीचे गिरने से उसे गंभीर चोटें आई थीं।

दुर्योधन ने बताया कि यह सब बहुत जल्दी हो गया। उन्होंने गुरुग्राम में एक बेहतर भविष्य का सपना देखा था, लेकिन सब कुछ इतनी जल्दी खत्म हो गया। अस्पताल ले जाते समय पार्वती का यह कहना कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है दुर्योधन के मन में हमेशा के लिए एक दर्द बनकर रह गया है। 19 जुलाई को दुर्योधन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक मार्मिक पोस्ट भी लिखा तुम मेरी जिंदगी हो, तुम मेरी सबकुछ हो प्लीज वापस आ जाओ। मैं तुम्हारी आवाज, महसूस और स्पर्श का इंतजार कर रहा हूं। प्लीज वापस आ जाओ। यह उनके गहरे दुख और प्यार को दर्शाता है।

कोई आपराधिक एंगल नहीं

DLF फेस तीन थाने के जांच अधिकारी रजत राव ने घटना को दर्दनाक बताया। उन्होंने पुष्टि की कि इसमें किसी की गलती नजर नहीं आई है। पार्वती के परिवार को भी किसी प्रकार का संदेह नहीं है। दुर्योधन के हाथ और छाती पर चोट के निशान भी यह साबित करते हैं कि उन्होंने पत्नी को बचाने की भरपूर कोशिश की थी। पोस्टमॉर्टम के बाद पार्वती का शव परिवार को सौंप दिया गया है। पुलिस को इस हादसे में किसी भी तरह की कोई आपराधिक गतिविधि का कोई सबूत नहीं मिला है।

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