जानलेवा बनी पानी की आस : नूंह जिले में कुएं में दम घुटने से तीन की मौत, एक को बचाया

जानलेवा बनी पानी की आस : हरियाणा के नूंह जिले के मांड़ीखेड़ा गांव में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जहां कुएं में उतरे तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब खेत के कुएं में बनी एक पानी की मोटर खराब हो गई थी और उसे ठीक करने के प्रयास में युवक नीचे गया था। उसके बेसुध होने पर दो और लोग एक-एक कर उसे बचाने के लिए गए और वे भी अपनी जान से हाथ धो बैठे। चौथे युवक को समय रहते बाहर खींच लिया गया, जिससे उसकी जान बच गई।
कुछ दिनों से खराब पड़ी थी कुएं में लगी मोटर
घटना नगीना थाना क्षेत्र के तहत आती है। गांव निवासी रशीद (50) के खेत में एक कुआं है, जिसमें उन्होंने किरायेदारों के लिए पानी की मोटर लगवा रखी थी। यह मोटर पिछले कुछ दिनों से खराब पड़ी थी। शुक्रवार सुबह रशीद ने किराए पर रह रहे युवकों से मोटर निकालने को कहा, लेकिन काम पर जाने की बात कहकर उन्होंने इनकार कर दिया। मजबूर होकर रशीद खुद कुएं में उतर गया। रशीद के देर तक बाहर न आने पर मोनिस (19), जो उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले का निवासी था और रशीद के कमरे में किराए पर रहता था, उसे देखने नीचे उतर गया। थोड़ी देर बाद गांव का एक अन्य युवक समीर (18) भी दोनों को देखने के लिए कुएं में गया, लेकिन वह भी बाहर नहीं लौटा।
फायर ब्रिगेड की टीम ने आकर तीनों के शव बाहर निकाले
तीन लोगों के इस तरह गायब हो जाने से गांव में अफरा-तफरी मच गई। चौथा युवक शौकीन भी कुएं में उतरने ही वाला था, लेकिन वहां मौजूद ग्रामीणों ने उसे समय रहते रोक लिया और ऊपर खींच लिया। इसके बाद पुलिस और फायरबिग्रेड को सूचना दी गई। दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर ऑक्सीजन मास्क और अन्य सुरक्षा उपकरणों की मदद से करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों के शव बाहर निकाले। डॉक्टरों ने जांच के बाद पुष्टि की कि तीनों की मौत दम घुटने से हुई है, जिसकी वजह कुएं के अंदर जमा जहरीली गैस मानी जा रही है।
मुरादाबाद से काम की तलाश में नूंह आया था मोनिस
प्रत्यक्षदर्शियों और मृतकों के साथियों के अनुसार, मोनिस करीब एक महीने पहले ही मुरादाबाद से काम के सिलसिले में नूंह आया था और पास की मीट फैक्ट्री में 11 हजार रुपए मासिक वेतन पर काम कर रहा था। हादसे के वक्त वह और उसके दोस्त पहले मोटर निकालने की कहने पर मना कर चुके थे। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे पुराने कुओं की समय-समय पर सफाई की व्यवस्था न होने से अक्सर जानलेवा गैस भर जाती है। हादसे के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
