हरियाणा में आंधी-तूफान का कहर: हिसार में टूटी नहर, गुरुग्राम में डूबी सड़कें; फरीदाबाद में घर की छत गिरी, 5 घायल
शनिवार रात हरियाणा के कई जिलों में आए भयंकर आंधी-तूफान और मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। गुरुग्राम में जहां मानसून पूर्व तैयारियों की पोल खुल गई, वहीं हिसार में नहर टूट गई, दादरी में बिजली आपूर्ति ठप हो गई, फरीदाबाद में छत गिरने से परिवार घायल हुआ और करनाल व सिरसा में भी व्यापक नुकसान देखने को मिला। इस अप्रत्याशित मौसम ने समूचे हरियाणा में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
गुरुग्राम में जलभराव का तांडव: प्रशासन के दावे ध्वस्त
गुरुग्राम में आधी रात के बाद तेज आंधी और झमाझम बारिश ने शहर की व्यवस्था को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया। दो घंटे की मूसलाधार बारिश ने बेशक भीषण गर्मी से राहत दी, लेकिन सड़कों पर हुए जलभराव ने प्रशासन की मानसून पूर्व तैयारियों की पोल खोल दी। शहर के कई इलाकों में सड़कों और गलियों में घुटनों तक पानी भर गया।
रात करीब 1 बजे तेज हवा के साथ बिजली की गड़गड़ाहट शुरू हुई और कुछ ही देर में बारिश और आंधी ने गुरुग्राम को जलमग्न कर दिया। दिल्ली-जयपुर हाईवे, खांडसा, नरसिंहपुर और सोहना रोड जैसे प्रमुख मार्गों पर जलभराव के कारण भीषण जाम की स्थिति बन गई।
नरसिंहपुर: सर्विस लेन पर डेढ़ से दो फीट पानी भर गया
अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा एक बार फिर एनएच 48 पर नरसिंहपुर में देखने को मिला। तमाम दावों के बावजूद यहां सर्विस लेन पर डेढ़ से दो फीट पानी भर गया। सुबह लोग पानी से निकलते नजर आए और कारें आधी डूबी दिखाई दीं। इस बिंदु को लेकर जिला उपायुक्त से लेकर मंत्री तक ने अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की थी, लेकिन नगर निगम, जीएमडीए (गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी) और एनएचएआई (नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया) की योजना पूरी तरह से विफल रही। बारिश के सात घंटे बाद तक यहां सर्विस लेन से पानी की निकासी नहीं हो पाई, जिससे मानसून में हालात बिगड़ने की संभावना और बढ़ गई है।
लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए
सुबह जब लोग सोकर उठे तो मौसम सुहावना मिला, लेकिन जलभराव ने उनकी परेशानी बढ़ा दी। लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए, क्योंकि मानसून से पहले नालों की सफाई के दावे हकीकत में नाकाम साबित हुए। स्थानीय निवासियों ने बताया कि बारिश के कारण दूषित पानी सड़कों पर बह रहा था, जिससे बदबू और बीमारियों का खतरा बढ़ गया। एक निवासी ने 'एक्स' पर लिखा कि "हर बारिश में गुरुग्राम डूब जाता है, फिर भी प्रशासन कुछ नहीं करता।" सेक्टर 10 इलाके में भी सुबह जब लोग घरों से बाहर निकले तो उन्हें सड़कों पर पानी भरा मिला। ज्ञान देवी स्कूल के पास एक नाला है जो बच्चों के लिए भी काफी खतरनाक है, और लोगों का कहना है कि एक साल से स्वच्छ भारत ऐप पर शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
हिसार : शहर की जीवनरेखा बालसमंद ब्रांच टूटी
शनिवार रात करीब 8:30 बजे हिसार में 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवाओं और भारी बारिश ने शहर की लाइफलाइन बालसमंद ब्रांच नहर को तोड़ दिया। राजपुर के पास नहर में लगभग 50 फुट चौड़ा किनारा टूट गया, जिससे लाखों लीटर पानी कई एकड़ खेतों और आसपास की इंडस्ट्रीज में फैल गया।
मेयर का जायजा और युद्ध स्तर पर मरम्मत
नहर टूटने की सूचना मिलते ही मेयर प्रवीण पोपली मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने तुरंत सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सूचित किया। फिलहाल, जेसीबी की मदद से नहर में गिरे पेड़ों को हटाने का काम जारी है। यदि नहर का पानी जल्द नहीं रोका गया, तो यह सेक्टर 1-4 तक पहुंच सकता है, जो टूटने वाले स्थान से करीब 7 किमी दूर है। मेयर प्रवीण पोपली ने बताया कि पूरी टीम जल्द ही मौके पर पहुंचने वाली है और नहर के कमजोर हिस्से को भरने का काम युद्ध स्तर पर किया जाएगा।
लगातार तूफान और बढ़ता नुकसान
हिसार जिले में मई महीने में यह चौथा तूफान है। इससे पहले 11, 13 और 21 मई को भी तूफान आ चुके हैं। इन तूफानों के कारण जिले में कुल 747 बिजली के खंभे और 66 ट्रांसफॉर्मर गिर चुके हैं, जिससे बिजली निगम को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। शनिवार रात आए तूफान से और अधिक नुकसान होने की आशंका है। दिल्ली रोड, ऑटो मार्केट, राजगढ़ रोड, शांति नगर, मिलगेट, डोगरान मोहल्ला, सेक्टर 15, 16-17, 13, पीएलए, कैमरी रोड, पटेल नगर, जवाहर नगर, डिफेंस कॉलोनी और औद्योगिक क्षेत्र सहित कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई, जिससे पानी निकालने के लिए विभाग के कर्मचारी जुटे हुए हैं।
दादरी और करनाल: बिजली-यातायात पर आफत, इमारतों का ढहना
चरखी दादरी जिले में भी बीती देर रात तेज आंधी के साथ बारिश हुई। आंधी के कारण जिले में कई स्थानों पर बिजली के पोल और पेड़ टूट गए, जिससे बिजली आपूर्ति और यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई। कई स्थानों पर जलभराव भी हुआ, जिससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। जिले के बाढड़ा क्षेत्र में अधिक नुकसान देखने को मिला है। लोहारू चौक और महेंद्रगढ़ चुंगी सहित कई स्थानों पर जलभराव हुआ, जिससे सड़कों ने मिनी तालाब का रूप ले लिया। सरकारी भवनों जैसे नगर परिषद कार्यालय परिसर और रोडवेज वर्कशॉप परिसर में भी जलभराव देखने को मिला।
वहीं, करनाल में देर रात आई तेज आंधी और बरसात ने शहर को पूरी तरह हिला दिया। कई इलाकों में मकानों के हिस्से, पेड़, बिजली के खंभे और अन्य ढांचे गिर गए। सदर बाजार इलाके में एक जर्जर इमारत का छज्जा टूटकर गिर गया, जिससे नीचे खड़ी कार पूरी तरह चकनाचूर हो गई। कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के पास सड़क के बीच पेड़ गिरने से ट्रैफिक अवरुद्ध हो गया। घरौंडा के रेलवे अंडरपास में बारिश का पानी भर जाने से वाहन चालकों को घंटों परेशान होना पड़ा। लोगों ने बताया कि सदर बाजार की यह इमारत लंबे समय से जर्जर थी और लगभग 10-15 साल पहले भी इसी इलाके में एक छज्जा गिरने की घटना में 5 बच्चों की मौत हो गई थी। लोगों ने नगर निगम से जर्जर भवनों की पहचान कर उन्हें गिराने की मांग की है।
सिरसा: बिजलीकर्मी की बहादुरी और व्यापक बिजली गुल
सिरसा में शनिवार रात को तेज आंधी के साथ बारिश हुई, जिससे काफी नुकसान हुआ है। कई जगह पेड़ टूट गए, तो कहीं रास्ते बंद हो गए। खासकर बिजली निगम को काफी नुकसान हुआ। जिलेभर में 100 से ज्यादा बिजली के खंभे टूट गए और हाईटेंशन लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। आंधी इतनी तेज थी कि पेड़ जड़ सहित उखड़ गए।
बारिश के चलते कई जगह खेतों और कॉलोनियों में पानी भर गया, जिससे खंभे या बिजली लाइन ठीक करना बिजली कर्मचारियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया। ऐसे ही एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति लाइनमैन को अपने कंधे पर बैठाकर उसे खंभे तक छोड़कर आता है, ताकि लाइन ठीक कर सकें। सिरसा शहर हो या ग्रामीण इलाका, शनिवार रात से ही बिजली गुल है। घरों में रखे इन्वर्टर और बैटरी भी डिस्चार्ज हो गए, जिससे लोग रातभर परेशान रहे। शहर की सड़कों पर एक फीट तक पानी भरा हुआ है, जिससे पैदल चलना तो दूर वाहन चालकों के लिए भी परेशानी बनी हुई है। बिजली निगम नुकसान का आकलन कर रहा है और जल्द ही आपूर्ति बहाल करने की बात कह रहा है।
फरीदाबाद: घर की छत गिरी, परिवार घायल
फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में रविवार की सुबह करीब 3 बजे तेज आंधी और बारिश के चलते एक मकान की छत का कुछ हिस्सा भरभरा कर गिर गया, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोग दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को इलाज के लिए बीके अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना सेक्टर-23 स्थित संजय कॉलोनी की है। इंदु देवी के परिवार के सदस्य, जिनमें उनका बेटा, बेटियां, और 1 साल का नाती भी शामिल था, सो रहे थे जब छत का हिस्सा टूटकर गिरा। सबसे ज्यादा चोट इंदु के नाती मिथलेश को आई है, जिसके सर पर छत का टुकड़ा लगा। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने बताया कि हादसा प्राकृतिक आपदा के चलते हुआ है।


