अजीबोगरीब मामला: हरियाणा कांग्रेस ने मृत महिला नेता को बनाया प्रदेश सचिव, रोहतक हत्याकांड से जुड़े तार, भाजपा का तीखा तंज

भाजपा हरियाणा की ओर से जारी पोस्टर।
हरियाणा की राजनीति में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पार्टी ने हाल ही में घोषित अपनी युवा कांग्रेस की नई प्रदेश और जिला कार्यकारिणी सूची में एक ऐसी महिला नेता को जगह दी है, जिनकी महीनों पहले हत्या हो चुकी है।
सोमवार देर रात जारी हुई इस सूची में रोहतक निवासी हिमानी नरवाल को युवा कांग्रेस का प्रदेश सचिव नियुक्त किया गया है। यह फैसला तब सामने आया है जब हिमानी नरवाल की इस साल मार्च महीने में निर्मम हत्या कर दी गई थी। उनका शव रोहतक के सांपला बस अड्डे के पास एक बंद सूटकेस में पड़ा मिला था, जिसने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी थी।
हत्याकांड में कांग्रेस विधायक पर गंभीर आरोप लगे थे
हिमानी नरवाल की मां सविता ने इस मामले में बरोदा से कांग्रेस विधायक इंदुराज नरवाल पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने विधायक पर आरोपी को बचाने और हिमानी के 15 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया था। हिमानी के परिजन इस मामले की सीबीआई जांच की मांग भी कर चुके हैं। ऐसे में एक मृत और विवादों से जुड़ी हुई नेता को संगठन में महत्वपूर्ण पद दिया जाना कांग्रेस के लिए अजीबोगरीब स्थिति पैदा कर रहा है।
कांग्रेस की आंतरिक प्रक्रियाओं की कमजोरी उजागर
इस पूरे विवाद के सामने आने के बाद कांग्रेस सूत्रों ने अपनी तरफ से सफाई पेश की है। उनका कहना है कि हरियाणा यूथ कांग्रेस के विभिन्न पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया 2024 में शुरू हुई थी और 20 दिसंबर 2024 तक आवेदन स्वीकार किए गए थे। हिमानी नरवाल ने भी इस दौरान आवेदन किया था। मेंबरशिप की पेमेंट 16 जनवरी 2025 तक की गई।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस की तरफ से आवेदनों की छंटनी और चयन प्रक्रिया 19 मई 2025 को की गई थी। लेकिन दुर्भाग्यवश, हिमानी की मौत 28 फरवरी 2025 को ही हो चुकी थी और उनका शव 1 मार्च को बरामद हुआ था। सूत्रों का कहना है कि इसके बावजूद हिमानी के नाम को सचिव पद के लिए रखा गया और परिणाम 16 जून 2025 को जारी किया गया। यह सफाई कांग्रेस की आंतरिक प्रक्रियाओं की कमजोरी को उजागर करती है।
भाजपा का कांग्रेस पर तीखा हमला
कांग्रेस की इस सूची पर भाजपा ने तीखा हमला बोला है। भाजपा हरियाणा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक पोस्टर जारी करते हुए इसे कांग्रेस ‘शर्मनाक’ करार दिया है। पोस्टर में लिखा है 'नीति, नेतृत्व और संवेदनहीन कांग्रेस'। भाजपा ने लिखा पहले स्वर्गवासी रघबीर सैनी को बैठक में बुलाया, अब हिमानी को प्रदेश सचिव बना दिया। साथ ही यह भी लिखा है कि कांग्रेस को अपने कार्यकर्ताओं की स्थिति की भी कोई जानकारी नहीं है। भाजपा घटना को कांग्रेस की संगठनात्मक कमजोरी व संवेदनहीनता के तौर पर पेश कर रही।
निशित कटारिया बने प्रदेशाध्यक्ष
इस विवाद के बावजूद हरियाणा युवा कांग्रेस को नया नेतृत्व भी मिला है। गुरुग्राम से पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया के बेटे निशित कटारिया को हरियाणा यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। निशित ने चुनाव में 29893 वोट हासिल किए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सोमिल संधू को 12949 वोट मिले। निशित, भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट से संबंध रखते हैं।
अन्य प्रमुख नियुक्तियां
• नवदीप दलाल (हिसार) : इन्हें युवा कांग्रेस का वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया है। नवदीप दलाल गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र और NSUI से लंबे समय से जुड़े हुए हैं।
• अभिषेक यादव (गुरुग्राम अर्बन): गुरुग्राम अर्बन का अध्यक्ष अभिषेक यादव को बनाया गया है। वह दीपेंद्र हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। अभिषेक यादव ने हिमानी नरवाल को एक निष्ठावान कार्यकर्ता बताया और कहा कि लिस्ट में उनका नाम होना एक सम्मान है।
• सुरभि शर्मा (पानीपत) : इन्हें स्टेट वाइस प्रेसिडेंट चुना गया है। महिला आरक्षित इस सीट पर सुरभि शर्मा ने जीत हासिल की। यह भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट से हैं।
जिलों में भी बदले युवा चेहरे
• हरमन सिंह हैरी (अंबाला) : अंबाला के यूथ जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं। यह हुड्डा गुट से जुड़े हैं और दीपेंद्र हुड्डा के खास माने जाते हैं।
• हरदीप उर्फ हन्नी राणा (रोहतक) : रोहतक में यूथ कांग्रेस की जिला कार्यकारिणी की जिम्मेदारी इन्हें सौंपी गई है। हरदीप पिछले 10 साल से कांग्रेस में सक्रिय हैं।
• दीपक सांगवान (चरखी दादरी) : छपार निवासी दीपक सांगवान युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बने हैं। करीब साढे 20 वर्षीय दीपक भी हुड्डा ग्रुप से जुड़े हुए हैं।
यह घटना जहां एक तरफ कांग्रेस की संगठनात्मक प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रही है, वहीं यह भी दिखाती है कि पार्टी में नए और युवा चेहरों को आगे लाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, हिमानी नरवाल विवाद ने इन नई नियुक्तियों पर एक बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है और विपक्षी दलों को कांग्रेस पर हमला करने का एक और मौका दे दिया है।