Honey Trap Case: गुरुग्राम में बुजुर्ग हुआ हनी ट्रैप का शिकार, 2 महिलाओं समेत वकील गिरफ्तार

गुरुग्राम में हनी ट्रैप के मामले में 2 महिलाओं समेत वकील गिरफ्तार। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Gurugram Honey Trap Case: गुरुग्राम में पुलिस ने बुजुर्ग व्यक्ति को हनी ट्रैप में फंसाने के मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 2 महिलाओं और एक वकील को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पीड़ित बुजुर्ग की बेटी की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ रंगदारी मांगने का मामला दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक, आरोपियों की पहचान वकील कुलदीप मलिक और आरोपी महिलाओं आशा और कंचन उर्फ कृतिका के तौर पर हुई है। पीड़ित बुजुर्ग की बेटी ने पुलिस को शिकायत में बताया कि दोनों आरोपी महिलाओं ने फोन करके उसके पिता के साथ दोस्ती की है, इसके बाद दोनों महिलाएं उसके पिता से बात करने लगी। बताया जा रहा है कि महिलाएं उनके घर भी आई थी और उन्होंने बुजुर्ग को शारीरिक संबंध बनाने का लालच दिया था, लेकिन थोड़ी देर बाद आरोपी महिलाएं यह कहकर चली गई कि 'काम हो गया, सबूत मिल गया है।'
आरोपी से 10 लाख रुपये मांगे
इसके बाद आरोपी महिलाओं की ओर से बुजुर्ग को रंगदारी के कॉल आने लगे और पीड़ित से 10 लाख रूपये मांगे गए। आरोपी महिलाओं ने बुजुर्ग को चेतावनी दी कि रकम न देने पर उसे झूठे बलात्कार केस में फंसा दिया जाएगा। लेकिन पीड़ित ने महिलाओं को पैसे देने से मना कर दिया, जिसके बाद आरोपी महिलाओं ने बुजुर्ग के खिलाफ घटना के 14 दिन बाद बलात्कार का केस दर्ज करा दिया।
वकील ने मामला सुलझाने के लिए मांगे पैसे
इसके बाद पीड़ित परिवार ने अपने वकील अंकित गुप्ता और सामाजिक कार्यकर्ता दीपिका नारायण भारद्वाज के साथ DCP करण गोयल से मुलाकात करके मामले की सूचना दी है। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सामने आई है, जिसमें आरोपी वकील कुलदीप मलिक ने बुजुर्ग को इस झूठे मामले से मुक्त कराने के लिए 6.5 लाख रुपये देने की मांग उठाई है। पीड़ित परिवार का कहना है कि वकील कुलदीप मलिक ने उन्हें धमकी देकर कहा था कि यह गिरोह हरियाणा के कई शहरों में सक्रिय है, पैसे न देने पर उनका अंजाम अच्छा नहीं होगा।
आरोपी कैसे बनाते हैं बुजुर्गों को शिकार ?
पुरुष अधिकार कार्यकर्ता और 'एकम न्याय फाउंडेशन' की निदेशक दीपिका नारायण भारद्वाज के मुताबिक, हनी ट्रैप गिरोह बुजुर्ग लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले आरोपी उनसे दोस्ती करते है, फिर उनसे मुलाकात करके झूठे बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी दी जाती है। बदनामी के डर से कई लोग इनकी जबरन वसूली के झांसे में आ जाते हैं। लेकिन इस मामले में पीड़ित परिवार ने सहयोग किया है। जिसके बाद इस मामले की शिकायत हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया के पास दर्ज कराई गई है। फिलहाल तीनों आरोपियों को अरेस्ट करके मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है।
