गुरुग्राम में ड्रोन का आतंक: गांवों में रात को भरी जा रही रहस्यमयी उड़ान, खौफजदा ग्रामीण जागकर दे रहे पहरा

गुरुग्राम में संदिग्ध ड्रोन के डर से गांव के बाहर पहरा दे रहे ग्रामीण।
गुरुग्राम के जोनियावास और आसपास के गांवों में इन दिनों एक अजीब खामोशी पसरी हुई है। यह खामोशी रात के सन्नाटे में रहस्यमयी ड्रोन की गड़गड़ाहट से टूटती है, जो ग्रामीणों के दिलों में खौफ पैदा कर रही है। पिछले कुछ हफ्तों से बड़े, भारी-भरकम ड्रोन आसमान में उड़ते देखे जा रहे हैं, जिससे लोग दहशत में हैं। वे डरते हैं कि ये ड्रोन किसी बड़ी आपराधिक साजिश का हिस्सा हो सकते हैं या किसी अनहोनी का कारण बन सकते हैं। ग्रामीणों की इस चिंता को पुलिस की ढुलमुल कार्रवाई और भी बढ़ा रही है, जिससे उन्हें खुद ही अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी उठानी पड़ रही है।
ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया
मंगलवार की रात को जब गांव के लोग सोने की तैयारी कर रहे थे, तभी फिर से आसमान में रहस्यमयी ड्रोन दिखने लगे। इन ड्रोनों का आकार और वजन इतना अधिक था कि ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। लेकिन, जब पुलिस की तरफ से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो ग्रामीणों का गुस्सा और डर दोनों बढ़ गया। गांव के युवा बाइकों पर सवार होकर इन ड्रोनों का पीछा करने निकल पड़े।
करीब 2 किलोमीटर के सफर के बाद उन्हें एक बिना नंबर प्लेट वाली काली स्कॉर्पियो खड़ी मिली। कुछ संदिग्ध लोग उस गाड़ी के पास खड़े होकर ड्रोन उड़ा रहे थे। जैसे ही ग्रामीणों ने उन्हें घेरने की कोशिश की वे अपने ड्रोन लेकर भाग निकले। पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक अपराधी फरार हो चुके थे। इस घटना ने ग्रामीणों के डर को और भी पुख्ता कर दिया।
लोगों को आपराधिक गतिविधि की आशंका
ग्रामीणों का मानना है कि इन ड्रोनों का इस्तेमाल किसी बड़ी आपराधिक गतिविधि के लिए किया जा रहा है, जैसे कि घरों की निगरानी, चोरी या अन्य अपराध। एडवोकेट सुमेर यादव ने बताया कि ये ड्रोन बहुत नीचे उड़ते हैं और इनके साथ लाल और हरी बत्तियां लगी होती हैं। उनका वजन इतना ज्यादा है कि अगर वे किसी व्यक्ति पर गिर जाएं, तो एक बड़ा हादसा हो सकता है। यह सिर्फ एक आशंका नहीं है, बल्कि एक वास्तविक खतरा है जिसने गांव के लोगों की नींद उड़ा दी है। इस डर के कारण जोनियावास के लोग अब रात-रात भर जागकर पहरा दे रहे हैं। उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही युवाओं की टीमें बनाई हैं, जो रात में गश्त करती हैं।
पुलिस के प्रति लोगों में रोष
एक ग्रामीण महिला ने बताया कि उन्होंने कई बार पुलिस को इस बारे में सूचना दी, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। अब हमें अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा खुद करनी होगी, उन्होंने कहा। ग्रामीणों का रोष जायज है। पुलिस का कहना है कि वे इन ड्रोनों से अभी तक किसी आपराधिक घटना की पुष्टि नहीं कर पाए हैं और जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेंगे। लेकिन, ग्रामीणों के लिए यह आश्वासन काफी नहीं है। जब तक इन ड्रोनों को उड़ाने वाले पकड़े नहीं जाते और उनके इरादे साफ नहीं हो जाते, तब तक गांव में डर का माहौल बना रहेगा।
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