गुरुग्राम में 22वीं मंजिल से गिरा बच्चा: बालकनी से ऐसे फिसला 5 साल का रुद्र, मौके पर हो गई मौत

गुरुग्राम में 22वीं मंजिल से गिरकर बच्चे की मौत। (सांकेतिक फोटो)
गुरुग्राम के सेक्टर 62 स्थित पॉश पायनियर प्रेसीडिया सोसाइटी में 22वीं मंजिल से नीचे गिर जाने के कारण 5 साल के बच्चे की मौत हो गई। यह दुखद घटना हाई-राइज बिल्डिंग्स में बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। सेक्टर 65 थाना पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
कमरे में बंद हो गया था, बालकनी से मांगी थी मदद
यह हादसा तब हुआ जब रुद्र तेज सिंह घरेलू सहायिका के साथ सोसाइटी के ग्राउंड एरिया से खेलकर अपने फ्लैट पर वापस लौट रहा था। लिफ्ट से बाहर निकलते ही रुद्र दौड़कर अपार्टमेंट के अंदर चला गया। अचानक धक्का लगने के कारण फ्लैट का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद हो गया। इससे घरेलू सहायिका बाहर ही रह गई और तुरंत अंदर नहीं जा पाई। अपने आप को कमरे में अकेला पाकर रुद्र बुरी तरह घबरा गया। डर और अकेलेपन में रुद्र ने दरवाजा खोलने की बजाय मदद के लिए लोगों को पुकारने का फैसला किया और इसके लिए उसने बालकनी का सहारा लिया।
संतुलन खोने से 22वीं मंजिल से गिरा
22वीं मंजिल की बालकनी में पहुंचकर रुद्र नीचे खड़े लोगों को पुकारने की कोशिश करने लगा। इसके लिए उसने बालकनी में लगे कपड़े सुखाने वाली रॉड पर चढ़ना शुरू कर दिया। इसी दौरान वह संभल नहीं सका और अपना संतुलन खो बैठा। पलक झपकते ही वह 22वीं मंजिल की बालकनी से नीचे गिर गया। रुद्र के नीचे गिरने की खबर से सोसाइटी में हड़कंप मच गया और तुरंत ही स्थानीय लोग बच्चे को उठाकर मेरिंगो एशिया अस्पताल ले गए। हालांकि, इतनी ऊंचाई से गिरने के कारण चोटें इतनी गंभीर थीं कि डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिता बिल्डर और मां डॉक्टर
मृतक बच्चे के पिता का नाम प्रकाश चंद्र है। वह पेशे से बिल्डर हैं और उनकी माता डॉक्टर हैं। हादसे के समय दोनों घर पर मौजूद नहीं थे। प्रकाश चंद्र मूल रूप से हरियाणा के रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा के रहने वाले हैं और यह परिवार कई सालों से गुरुग्राम की इस सोसाइटी में रह रहा था। एक छोटी सी चूक के कारण हुए इस बड़े हादसे ने हंसते-खेलते परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
हाई-राइज सुरक्षा पर गंभीर सवाल
इस दुर्घटना ने ऊंची इमारतों में रहने वाले सभी परिवारों के लिए बच्चों की सुरक्षा के उपायों पर गंभीर चिंता पैदा कर दी है। यह घटना दर्शाती है कि कैसे दरवाजा अंदर से बंद हो जाने जैसी एक छोटी सी घटना भी भयानक त्रासदी का कारण बन सकती है। सेक्टर 65 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। जांच एजेंसियां अब सोसाइटी के सुरक्षा पहलुओं, विशेष रूप से बालकनी में लगे ग्रिल्स की ऊंचाई और मजबूती की भी जांच कर सकती हैं। यह सभी माता-पिता के लिए एक सख्त चेतावनी है कि वे सुनिश्चित करें कि बालकनी सुरक्षित हो और बच्चों की पहुंच से दूर रहे, ताकि ऐसी दुर्घटनाएं दोबारा न हों।
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