Gurugram Corona Cases: गुरुग्राम में कोरोना के 11 नए केस, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट, दी ये सलाह

प्रतीकात्मक तस्वीर।
Gurugram Corona Cases: गुरूग्राम में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। आज गुरूग्राम में कोरोना के 11 नए मामले सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि इसमें युवक थाईलैंड से आया है। दूसरी तरफ 10 लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में अब तक पता नहीं लग पाया है। ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को बचाव करने की सलाह दी गई है।
मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा
जिला नोडल अधिकारी और डिप्टी सीएमओ डॉक्टर जेपी रजलीवाल का कहना है कि मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। मरीजों की स्थिति पर नजर रखी जाएगी। नोडल अधिकारी के मुताबिक बिना ट्रैवल हिस्ट्री वाले मामलों की संख्या चिंता का विषय है। क्योंकि यह मामले बड़े स्तर पर फैल सकते हैं। कोरोना के मामलों में नियंत्रण के लिए लोगों की पहचान करके उनकी जांच कराई जा रही है।
यात्रियों को लेकर बढ़ाई सतर्कता
स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार मई 2025 तक वैश्विक स्तर पर SARS-CoV-2 की गतिविधियां बढ़ गई हैं। जिसमें NB.1.8.1 वेरिएंट का प्रसार 10.7% तक पहुंच गया है। थाईलैंड में हाल ही में कोविड-19 मामलों में उछाल देखा गया है। जहां 18 से 24 मई के बीच 53,563 नए मामले दर्ज किए गए हैं। अधिकारियों की ओर से गुरुग्राम में थाईलैंड की ट्रैवल हिस्ट्री का केस आने के बाद विदेश से आने वाले खासकर थाईलैंड और आसपास के देशों की ट्रैवल हिस्ट्री के यात्रियों को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने दी सलाह
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
- बार-बार हाथ धोएं और सैनिटाइजर का उपयोग करें।
- सामाजिक दूरी बनाए रखें और अनावश्यक समारोहों से बचें।
- कोविड-19 के लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराएं और आइसोलेशन में रहें।
- उच्च जोखिम वाले समूह, जैसे बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति, विशेष सावधानी बरतें।
- स्वास्थ्य विभाग ने निवासियों से प्रोटीन और विटामिन युक्त आहार लेना चाहिए।
- हाइड्रेशन बनाए रखें और बाहर का खाना खाने से बचें।
निजी अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर बनाने का आदेश
गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 के लिए समर्पित 30 बेड का आईसीयू वार्ड सेक्टर 10 के सिविल अस्पताल में तैयार किया है। इसके अलावा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) में भी बेड की व्यवस्था की गई है। सभी निजी अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर बनाने के आदेश दिए गए हैं।