Delhi-Gurugram Dwarka Expressway: दिल्ली-गुरुग्राम और द्वारका एक्सप्रेसवे पर NHAI ने लगाए स्पीड इंफोर्समेंट कैमरे, जानें वजह

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Gurgaon-Delhi Dwarka Expressway: NHAI ने गुड़गांव-दिल्ली और द्वारका एक्सप्रेसवे पर हाई रेजोल्यूशन वाले कैमरे लगाए हैं। यह कैमरे ओवरस्पीड वाहनों पर नजर रखेंगे।

Gurgaon-Delhi Dwarka Expressway: NH-48 गुड़गांव-दिल्ली और द्वारका एक्सप्रेसवे पर अब कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इस कड़ी में NHAI की ओर से दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे और द्वारका एक्सप्रेसवे पर हाई रेजोल्यूशन वाले कैमरे लगाने का काम पूरा हो चुका है। फिलहाल कैमरों की टेस्टिंग चल रही है। बताया जा रहा है कि इस महीने के अंत तक कैमरों को पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा। NHAI की इस पहल से एक्सप्रेसवे पर तेज स्पीड में चल रहे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई आसान हो जाएगी।

कैमरे 24 घंटे रहेंगे ऑन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों हाईवे पर लगे हाई रेजोल्यूशन कैमरे 24 घंटे ऑन रहेंगे। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति निर्धारित स्पीड से ज्यादा रफ्तार में गाड़ी चलाएगा, तो उस पर भारी भरकम चालान काटा जाएगा। खासतौर से इन कैमरों से ओवर-स्पीड वालों पर नजर रखी जाएगी। बताया जा रहा है कि हाईवे पर लगाए गए कैमरों में से एक तिहाई स्पीड इंफोर्समेंट तकनीक वाले हैं।

कहां कितने कैमरे लगाए हैं?
ऐसा माना जा रहा है कि NHAI की तरफ से NH-48 पर दिल्ली के रजौकरी में शिवमूर्ति से खेड़कीदौला तक 27.2 और हाईवे पर ही खेड़कीदौला से द्वारका एक्सप्रेसवे के रास्ते दिल्ली के शिवमूर्ति तक ही 28.8 किलोमीटर एरिया में तीन तरह के कैमरे लगाए गए हैं। करीब 56 किलोमीटर एरिया में 190 कैमरे लगाए गए हैं। इनमें से 110 कैमरे पीटीजेड, 15 कैमरे 360 डिग्री और 65 कैमरे स्पीड इंफोर्समेंट के लिए लगाए गए हैं। इस प्रोजेक्ट को 9 महीनें में पूरा किया गया है। इस प्रोजेक्ट पर करीब17 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।15 पॉइंट्स पर इन कैमरों को लगाया गया है। जिसमें द्वारका का एक्सप्रेसवे पर 9 और एनएच-48 पर 6 पॉइंट्स पर कैमरे लगाए गए हैं।

ओवर स्पीड वाहनों के अलावा इन पर रखेंगे नजर
कुल 15 पॉइंटस पर लगे 190 कैमरों में से 65 कैमरे स्पीड रीडिंग करने वाले हैं। दोनों एक्सप्रेसवे पर ओवर स्पीड चलने वाले वाहन चालकों पर कंट्रोल रूम से निगरानी होगी। NHAI ने स्पीड लिमिट के अलावा प्रतिबंधित वाहन, वाहन चालकों की सुरक्षा, रॉन्ग साइड वाहन, सुरक्षा उपाय, टोल कलेक्शन, ओवर टेकिंग, लेन ड्राइविंग, यात्री सुरक्षा, खतरनाक सामग्री ले जाने वाले गाड़ियों के अलावा दूसरी तरह के ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।

क्रिमिनल एक्टिविटी पर भी रखी जाएगी नजर
प्रोजेक्ट के तहत सबसे अधिक 110 पीटीजेड कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे हर एंगल से वाहन की फुटेज कवर करते हैं। 15 कैमरे हाईवे के मैन कैरिवेज के अलावा सर्विस लेन तक 100 प्रतिशत कवर के लिए लगाए गए हैं। 65 कैमरे केवल ओवर स्पीड वाले वाहन चालकों पर नजर रखेंगे। ये कैमरे नाइट विजन तकनीक से लैस हैं। इसके अलावा पैनल पर रात के वक्त कैमरों के ऊपर लाइटें भी लगाई गई हैं ताकि हर तरह के ट्रैफिक नियम उल्लंघन के अलावा क्रिमिनल एक्टिविटी पर भी नजर रखी जा सके।

इन चौक पर होते हैं ज्यादा हादसे
बता दें कि हाईवे पर भारी वाहनों की 60, छोटे वाहनों की 80 और कार समेत दूसरे वाहनों की स्पीड 100 किलोमीटर प्रतिघंटा तय है। द्वारका एक्सप्रेसवे पर ओवरस्पीड वाहनों के मामले ज्यादा सामने आते हैं। कैमरे लग जाने के बाद सड़क हादसों में कमी आएगी। वहीं ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर भी कड़ी निगरानी रखेंगे। हाईवे पर शंकर चौक, इफको चौक, राजीव चौक, हीरो होंडा चौक, मानेसर, पचगांव, खैड़कीदौला जैसे 10 से ज्यादा ब्लैक स्पॉट हैं, जहां ओवरस्पीड की वजह से हादसे हो जाते हैं।

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