गुरुग्राम वालों के लिए गुड न्यूज: शहर में इन 5 जगहों पर बनेंगे अंडरपास, ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत

प्रतीकात्मक तस्वीर।
Gurugram Underpasses: गुरुग्राम शहर को ट्रैफिक जाम से छुटकारा दिलाने के लिए गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) ने शहर में 5 जगहों पर अंडरपास बनाने के लिए फिजिबिलिटी स्टडी की शुरूआत करेगा। इसे लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हाई पावर्ड कमेटी की पहली बैठक हो चुकी है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक हुई थी। मीटिंग में नगर निगम, एचएसवीपी, एनएचएआइ, डीएचबीवीएन और एचवीपीएनएल तथा जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए थे।
ट्रैफिक से मिलेगा छुटकारा
जानकारी के मुताबिक, बैठक में मेट्रो कॉरिडोर की अड़चनों को दूर करने के साथ अंडरपास बनाने को लेकर भी चर्चा की गई है। बताया जा रहा अंडरपास बनाने के लिए फिजिबिलिटी स्टडी की लागत GMDA की ओर से खर्च की जाएगी। बैठक में फैसला लिया गया है कि ऐसे स्थान जहां पर अंडरपास और मेट्रो रूट को बिना किसी अड़चन के बनाया जा सकता है, वहां संबंधित विभागों को काम करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। GMRL ने मेट्रा कॉरिडोर और इससे जुड़े क्षेत्रों में जाम वाले चौराहों पर यातायात बेहतर करने के लिए 5 जगहों पर अंडरपास बनाने का फैसला लिया गया है। इस काम के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) द्वारा GMRL को बजट दिया जाएगा।
कौन सी 5 जगहों पर बनेंगे अंडरपास ?
- सेक्टर 3ए,4,5 के पास रेलवे रोड चौक
- सेक्टर 5 जंक्शन से रेलवे रोड होते हुए शीतला माता रोड (वन वे)
- कृष्णा चौक से बजघेड़ा रोड होते हुए सेक्टर 5 (वन वे)
- रेजांग ला चौक
- पुराना दिल्ली रोड व पालम विहार रोड के जंक्शन से उद्योग विहार तक
जिन 5 स्थानों पर अंडरपास बनाया जा रहा है, यहां दिनभर वाहनों का दबाव रहता है। चौराहों को पार करने के लिए लंबे ट्रैफिक का सामना करना पड़ता है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि अंडरपास बन जाने के बाद लोगों को ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ेगा।
अंडरपास के अलावा इन पर भी होगा काम
अंडरपास के अलाव हीरो होंडा चौक से उमंग भारद्वाज चौक फ्लाईओवर तक NHAI द्वारा सड़क बनाई जाएगी। GMDA ने सड़क परियोजना में आ रही समस्या को दूर करने का काम भी शुरू कर दिया है। प्रोजेक्ट के बीच आ रहे बिजली उप-स्टेशन की शिफ्टिंग, हिमगिरी आश्रम स्थल, मिष्ठान भंडार को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा बिजली की लाइनों को DHBVN द्वारा हटाया जाएगा। 66 केवी की HVPNL लाइन को भूमिगत किया जाएगा। इसके अलावा एक CNG पंप को हटाकर नए स्थान पर शिफ्ट करने की योजना बनाई गई है। सभी काम पूरे होने के बाद ही NHAI को कारिडोर हस्तांतरित किया जाएगा ताकि निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। इन सभी परियोजनाओं को लेकर हाई पावर्ड कमेटी की बैठक में चर्चा हुई है।
