हमले के बाद पहली बार फाजिलपुरिया बोले: मेरी गाड़ी ओवरटेक कर रोकी, दो लोग उतरे और फायरिंग करने लगे

मीडिया से बात करते गायक फाजिलपुरिया।
हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री के जाने-माने नाम राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया ने गुरुग्राम में अपनी थार गाड़ी पर हुए हमले के बाद पहली बार मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि 14 जुलाई की शाम गुरुग्राम के सेक्टर 71 में हुए इस हमले ने उन्हें पूरी तरह चौंका दिया था। फाजिलपुरिया ने घटना का विवरण देते हुए कहा जो लोग मेरी कार के पास आए थे, मुझे लगा कि वे मेरे फैंस हैं। उन्होंने मेरी गाड़ी को ओवरटेक करके आगे अड़ा दिया। फिर अचानक दो लोग उतरे और सीधे फायरिंग करने लगे। उन्होंने आगे बताया कि अपनी जान बचाने के लिए उन्होंने तुरंत गाड़ी को पीछे की तरफ मोड़ा और तेजी से वहां से निकल गए। फाजिलपुरिया ने यह भी खुलासा किया कि उस रात उन्हें एक धमकी भरा कॉल भी आया था।
सोनीपत का व्यक्ति गिरफ्तार
गुरुग्राम में 14 जुलाई की शाम को फाजिलपुरिया की थार गाड़ी पर कुछ अज्ञात लोगों ने फायरिंग की थी। इस मामले में गुरुग्राम पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सोनीपत के जाजल के रहने वाले विशाल नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। विशाल फिलहाल एक दिन के पुलिस रिमांड पर है और उससे पूछताछ जारी है। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी वायरल हुई थी, जिसमें यह दावा किया गया था कि फाजिलपुरिया पर यह हमला 5 करोड़ के लेन-देन के विवाद के कारण किया गया है। यह पोस्ट और हमला दोनों ही हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री में हड़कंप मचाने वाले थे।
भागते-भागते भी की फायरिंग
फाजिलपुरिया ने बताया कि हमलावरों की गाड़ी में चार लोग सवार थे, जिनमें से दो पिछली सीट से उतरे और सीधे उनकी गाड़ी के पास आए। उन्होंने कहा मुझे लगा कि मेरे प्रशंसक होंगे, लेकिन उनमें से एक के हाथ में पिस्टल देखकर मैं तुरंत सतर्क हो गया और गाड़ी को तेजी से वापस दौड़ा लिया। उन्होंने बताया कि वे जान बचाने के लिए गाड़ी भगाते रहे और हमलावर उनके पीछे भागते हुए भी फायरिंग करते रहे। फाजिलपुरिया उस वक्त अकेले थे और अपने ऑफिस से घर जा रहे थे। उन्होंने कहा कि आमतौर पर वे मीटिंग या बाहर जाते समय अपने स्टाफ के साथ होते हैं, लेकिन उस दिन अकेले ही निकल गए थे।
फायरिंग वाले दिन आया था धमकी भरा कॉल
जब उनसे पहले मिली धमकियों के बारे में पूछा गया, तो फाजिलपुरिया ने स्वीकार किया कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के समय उन्होंने जो विरोध प्रदर्शन किए थे, तब उन्हें कुछ फोन आए थे और उन्हें सुरक्षा भी मिली थी। लेकिन बाद में उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी। उन्होंने बताया कि इस पर वे पुलिस कमिश्नर से मिले थे और उन्हें आश्वासन मिला था कि मामले की समीक्षा चल रही है। फाजिलपुरिया ने खुलासा किया कि जिस दिन उन पर हमला हुआ, उसी दिन उन्हें एक धमकी भरी कॉल भी आई थी।
हर गाने और हर काम का एग्रीमेंट है
सोशल मीडिया पर वायरल हुई उस पोस्ट पर, जिसमें दीपक नांदल ने 5 करोड़ के लेन-देन का दावा किया था, फाजिलपुरिया ने साफ इनकार किया। उन्होंने कहा मेरे ऊपर लेबल कंपनियों ने पैसा लगाया है। दीपक नांदल मेरा अच्छा दोस्त रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है उनका काम अच्छा चल रहा हो और दीपक का काम अच्छा न हो। फाजिलपुरिया ने स्पष्ट किया कि उनके हर गाने और हर काम का एग्रीमेंट है। उन्होंने दीपक नांदल को चुनौती दी कि अगर उन्हें लगता है कि कोई लेन-देन बाकी है, तो वे मीडिया के सामने आएं और सबूत पेश करें।
पुलिस की जांच पर भरोसा
फाजिलपुरिया ने कहा कि वह दो दिन से चुप थे, लेकिन अब उन्हें लगा कि अपनी बात सामने रखनी चाहिए। उन्होंने मीडिया से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर आने वाली ऐसी पोस्ट पर तुरंत विश्वास न करें और पोस्ट डालने वालों से सबूत मांगें। उन्होंने पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा जताया और कहा कि पुलिस सही तरीके से इन्वेस्टिगेशन कर रही है। उन्होंने यह भी मांग की कि जो आरोपी पकड़ा गया है, उससे अच्छे से पूछताछ की जाए ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके।
