हरियाणवी सिंगर पर हमले का CCTV फुटेज जारी: 'पंच' कार से फाजिलपुरिया की थार का पीछा करते दिखे हमलावर, लॉरेंस गैंग शक के घेरे में

CCTV Footage
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फाजिलपुरिया इसी थार गाड़ी में सवार थे। 

पुलिस को घटनास्थल से गोली के निशान जैसे कुछ सुराग मिले हैं और दो टीमें बनाकर हमलावरों की तलाश की जा रही है। यह हमला पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के पैटर्न से काफी मिलता-जुलता है।

गुरुग्राम में हरियाणवी सिंगर और रैपर राहुल फाजिलपुरिया पर सोमवार रात हुए जानलेवा हमले ने संगीत जगत और उनके प्रशंसकों को चौंका दिया है। शुरुआती जांच और सामने आए सीसीटीवी फुटेज से इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। हमलावर एक सुनियोजित तरीके से दो गाड़ियों में फाजिलपुरिया का पीछा कर रहे थे। सीसीटीवी फुटेज में हमलावरों की 'पंच' कार फाजिलपुरिया की 'थार' का तेजी से पीछा करते हुए उसे ओवरटेक करने की कोशिश करती दिख रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि हमलावर उनकी गाड़ी को रोककर उन पर गोलियां बरसाने की फिराक में थे, लेकिन फाजिलपुरिया ने सूझबूझ से अपनी थार को दौड़ाकर जान बचा ली। यह घटना निश्चित रूप से गंभीर चिंता का विषय है और पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।

रेकी कर फिल्मी अंदाज में पीछा

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि राहुल फाजिलपुरिया पर यह हमला किसी तात्कालिक झगड़े का परिणाम नहीं था, बल्कि पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया था। हमलावर पहले से ही उनकी रेकी कर रहे थे और उनके आने-जाने के रास्ते से भली-भांति वाकिफ थे। जिस वक्त यह हमला हुआ, फाजिलपुरिया अपनी सफेद रंग की थार गाड़ी में अकेले सवार होकर गांव फाजिलपुर से सेक्टर 80 स्थित अपने घर जा रहे थे।

सोमवार शाम करीब साढ़े 6 बजे, जैसे ही वे दक्षिणी पेरिफेरल रोड (SPR) पर पहुंचे, हमलावरों ने उनकी गाड़ी को घेरने की कोशिश की और फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि, फाजिलपुरिया ने हमलावरों के इरादों को भांप लिया और अपनी थार की गति बढ़ा दी। हमलावर उनकी गाड़ी का पीछा करते रहे और गोलियां चलाते रहे, लेकिन फाजिलपुरिया या उनकी गाड़ी को किसी भी प्रकार का कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा। घटना के बाद से साफ हो गया है कि हमलावर स्पष्ट रूप से उनकी जान लेना चाहते थे।

सीसीटीवी फुटेज और पुलिस की जांच

सामने आए सीसीटीवी फुटेज में हमलावरों की एक 'पंच' कार फाजिलपुरिया की थार का पीछा करती हुई दिख रही है। यह कार थार को ओवरटेक करने की भी कोशिश कर रही है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि वे आगे जाकर फाजिलपुरिया की गाड़ी को घेरना चाहते थे। हालांकि, पुलिस ने अभी तक गोलियां चलने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन घटनास्थल से लोहे की जालियों पर गोली के निशान जैसे कुछ सुराग मिले हैं, जिन्हें पुलिस ने सबूत के तौर पर अपने साथ लिया है।

गुरुग्राम पुलिस ने हमलावरों को पकड़ने के लिए दो विशेष टीमों का गठन किया है, जिसमें क्राइम ब्रांच को भी शामिल किया गया है। पुलिस प्रवक्ता का कहना है कि वे सभी संभावित कोणों से जांच कर रहे हैं और जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

लॉरेंस गैंग से जुड़ाव और सुरक्षा का मामला

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि राहुल फाजिलपुरिया को पहले भी कई बार कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस गैंग से धमकी मिल चुकी है। इसी धमकी के बाद फाजिलपुरिया की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी भी तैनात कर दिए गए थे। हालांकि, तीन महीने पहले धमकी का कोई ठोस सबूत न मिलने के कारण इन सुरक्षाकर्मियों को वापस बुला लिया गया था। गुरुग्राम पुलिस ने इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन अगर यह बात सच है तो यह सुरक्षा चूक का एक गंभीर मामला है। लॉरेंस गैंग का नाम सामने आने से इस मामले की गंभीरता और बढ़ जाती है, क्योंकि यह गैंग पहले भी कई हाई-प्रोफाइल वारदातों को अंजाम दे चुका है।

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से समानताएं

अब वीडियो सामने आने के बाद राहुल फाजिलपुरिया पर हमले के पैटर्न की तुलना पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या से की जा रही है, 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा में मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी, हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। मूसेवाला की हत्या से पहले पंजाब सरकार ने उनकी सुरक्षा भी कम कर दी थी ।

दोनों घटनाओं में कई समानताएं देखने को मिलती हैं :

1. गाड़ी का पीछा : दोनों मामलों में हमलावर गाड़ियों में सवार होकर पीड़ितों का पीछा कर रहे थे।

2. थार गाड़ी : दोनों ही घटनाओं में पीड़ित थार गाड़ी में सवार थे।

3.सुरक्षा कम होना : मूसेवाला की भी सुरक्षा कम की गई थी, और फाजिलपुरिया के सुरक्षाकर्मी भी 3 महीने पहले हटाए गए थे।

4. गैंगस्टर कनेक्शन : दोनों ही घटनाओं में लॉरेंस गैंग का नाम सामने आया है या संदेह व्यक्त किया जा रहा है। हालांकि, फाजिलपुरिया ने गाड़ी भगाकर अपनी जान बचा ली, जबकि मूसेवाला ने हमलावरों का सामना करने की कोशिश की, जिससे उनकी जान चली गई।

फाजिलपुरिया का करियर और विवादों से नाता

राहुल फाजिलपुरिया बॉलीवुड में "लड़की ब्यूटीफुल, कर गई चुल" जैसे हिट गानों से सुर्खियों में आए थे। वह मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव के करीबी दोस्त भी हैं। हाल ही में, उनका नाम एल्विश यादव से जुड़े सांपों के जहर के अवैध व्यापार के मामले में भी आया था, जिसके चलते केंद्रीय जांच एजेंसी ED ने उनसे पूछताछ की थी और उत्तर प्रदेश व हरियाणा में उनकी कुछ संपत्तियां भी जब्त की थीं।

राजनीति में भी उन्होंने हाथ आजमाया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने जननायक जनता पार्टी (JJP) के टिकट पर गुरुग्राम सीट से चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उनके मुकाबले भाजपा से राव इंद्रजीत सिंह और कांग्रेस से राज बब्बर मैदान में थे, जिसमें राव इंद्रजीत विजयी रहे थे।

इस हमले के बाद फाजिलपुरिया ने अपनी जान को खतरा बताया है और फिलहाल मीडिया से इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। पुलिस अपनी जांच जारी रखे हुए है और उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले के पीछे के असली चेहरों और मकसद का खुलासा होगा। यह घटना एक बार फिर कलाकारों की सुरक्षा और संगठित अपराध के बढ़ते खतरे पर गंभीर सवाल खड़े करती है।

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