ASI ने की सुसाइड: गुरुग्राम के PG में महेंद्रगढ़ के पुलिस कर्मचारी ने लगाया फंदा

गुरुग्राम में एएसआई सुनील ने पीजी में फंदा लगाकर जान दे दी।
ASI ने की सुसाइड : हरियाणा के गुरुग्राम से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस विभाग में कार्यरत एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना शुक्रवार सुबह सेक्टर-38 स्थित एक पेइंग गेस्ट हाउस (PG) में हुई, जहां एएसआई सुनील कुमार पिछले कुछ दिनों से रह रहा था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मृतक की पहचान महेंद्रगढ़ जिले के गहली गांव निवासी सुनील कुमार के रूप में हुई है। वह गुरुग्राम पुलिस के पीओ स्टाफ (प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर) में तैनात था और फरार आरोपियों की धरपकड़ से जुड़े मामलों पर काम कर रहा था। करीब एक माह पहले ही उसका ट्रांसफर सिटी थाना से पीओ विंग में हुआ था।
कमरे में मिली शराब की बोतलें
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि घटना के समय सुनील पीजी के अपने कमरे में अकेला था। जब शुक्रवार सुबह देर तक उसका कमरा नहीं खुला तो PG स्टाफ को संदेह हुआ। दरवाजा खटखटाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा तो सुनील का शव पंखे से लटका हुआ मिला। कमरे की तलाशी लेने पर पुलिस को वहां शराब की कई खाली बोतलें मिलीं, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। फोरेंसिक टीम ने मौके से जरूरी सबूत इकट्ठा किए हैं और आत्महत्या के कारणों को जानने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।
परिवार में कोहराम, पत्नी और बच्चे गांव में
सुनील कुमार का परिवार गांव में ही रहता है। उनकी पत्नी और दो बच्चे, एक 18 वर्षीय बेटी और एक 15 वर्षीय बेटा नारनौल में निजी स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं। मृतक के पिता फौज से रिटायर्ड हैं और भाई भी भारतीय सेना में कार्यरत है। सुनील का परिवार जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
पुलिस ने बनाई विशेष जांच टीम
गुरुग्राम पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि आत्महत्या के कारणों की पड़ताल के लिए एक विशेष जांच टीम बनाई गई है। यह टीम सुनील के सहकर्मियों, परिवारजनों और पीजी में रहने वाले अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का मानना है कि यह मामला व्यक्तिगत या मानसिक तनाव से जुड़ा हो सकता है, हालांकि अब तक कोई ठोस कारण सामने नहीं आया है।
