फतेहाबाद: चलती रोडवेज बस का टायर फटा, बड़ा हादसा टला, 80 सवारियां सुरक्षित

फतेहाबाद में रोडवेज बस का टायर फट गया।
हरियाणा के फतेहाबाद में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। पानीपत डिपो की एक रोडवेज बस, जो सिरसा जा रही थी। उसका चलते समय अचानक टायर फट गया। उस समय बस यात्रियों से पूरी भरी हुई थी, जिसमें लगभग 80 सवारियां मौजूद थीं, जिनमें कॉलेज के छात्रों की संख्या अधिक थी। टायर फटने से इतना जोरदार धमाका हुआ कि बस में बैठे सभी यात्री घबरा गए, लेकिन ड्राइवर की सूझबूझ और तत्परता के कारण बस पलटने से बच गई और सभी यात्री सुरक्षित रहे। किसी को भी कोई चोट नहीं आई।
ओवरब्रिज पर चढ़ते समय हुआ हादसा
यह घटना धांगड़ गांव के पास फ्लाईओवर पर हुई। बस हिसार से फतेहाबाद की ओर आ रही थी, तभी धांगड़ के पास ओवरब्रिज पर चढ़ते समय बस का टायर फट गया। धमाका इतना तेज था कि आसपास के लोग भी सहम गए और तुरंत मौके पर दौड़े। ड्राइवर ने दिखाया साहस: टायर फटने के बाद हुए जोरदार धमाके से बस बुरी तरह हिल गई, लेकिन ड्राइवर ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए तुरंत बस की गति कम की और उसे सावधानी से सड़क के किनारे लगा दिया। ड्राइवर की इस त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े हादसे को टाल दिया, जिससे बस में सवार 80 यात्रियों की जान बच गई। यदि ड्राइवर थोड़ी भी देर करता, तो बस पलट सकती थी, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते थे।
यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की
हादसे के बाद बस में बैठे सभी यात्री, खासकर छात्र, दहशत में आ गए थे। हालांकि, किसी को चोट न लगने से सभी ने राहत की सांस ली। सूचना मिलते ही रोडवेज अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई। यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए तुरंत दूसरी बस की व्यवस्था की गई। यात्रियों को सुरक्षित रूप से दूसरी बस में बिठाकर फतेहाबाद के नए बस स्टैंड के लिए रवाना किया गया, जहां से वे आगे अपनी यात्रा पूरी कर सके।
रोडवेज वर्कशॉप से क्रेन भेजी
टायर फटने वाली क्षतिग्रस्त बस को मौके से हटाने के लिए रोडवेज वर्कशॉप से क्रेन भेजी गई। क्रेन की मदद से बस को वर्कशॉप ले जाया गया, जहां उसकी मरम्मत की जाएगी। रोडवेज अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना रोडवेज बसों के नियमित रखरखाव और उनके टायरों की गुणवत्ता जांच के महत्व को उजागर करती है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि सड़कों पर चालकों का अनुभव और उनका शांत स्वभाव कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ड्राइवर की सतर्कता और सूझबूझ ने 80 जिंदगियों को बचाने में अहम योगदान दिया।
