सोनाली फोगाट की मौत के 3 साल: आज भी न्याय का इंतजार, आरोपी जमानत पर, मर्डर का मकसद नहीं खोज पाई CBI

Sonali Phogat Murder Case
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हरियाणा की टिक-टॉक स्टार और बीजेपी नेता सोनाली फोगाट। 

टिक-टॉक स्टार और बीजेपी नेता की रहस्यमय मौत के तीन साल बाद भी उनके परिवार को अभी भी न्याय का इंतजार है, 22 अगस्त 2022 को गोवा में हुई इस घटना में उनके पीए और उसके दोस्त को आरोपी बनाया गया था।

हरियाणा की टिक-टॉक स्टार और बीजेपी नेता सोनाली फोगाट की रहस्यमयी मौत को आज 3 साल पूरे हो गए हैं। 22-23 अगस्त 2022 की रात गोवा के कर्लीज रेस्टोरेंट में उनकी मौत ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया था। ड्रग्स के ओवरडोज को मौत का कारण माना गया, लेकिन परिवार ने इसे एक सोची-समझी हत्या बताया। इस मामले में उनके पीए सुधीर सांगवान और उसके दोस्त सुखविंदर सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया था। आज, तीन साल बाद परिवार का दर्द और निराशा कम नहीं हुई है।

न्याय की धीमी रफ्तार, तारीख पर तारीख

सोनाली के भाई वतन ढाका और रिंकू ढाका ने बताया कि पिछले तीन सालों में केस में 50 से ज्यादा तारीखें लग चुकी हैं। न्यायपालिका पर विश्वास तो है लेकिन तारीखों का सिलसिला लंबा होता जा रहा है। सबसे बड़ा दुख इस बात का है कि आरोपी जमानत पर बाहर खुले घूम रहे हैं। परिवार ने उनकी जमानत रद्द करने के लिए दो साल पहले अपील की थी, लेकिन उस पर भी कोई फैसला नहीं आया है। भाई कहते हैं कि उन्हें ऐसा महसूस नहीं होता कि केस में कुछ उनके पक्ष में हो रहा है।

सीबीआई की जांच पर सवाल

सोनाली फोगाट की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को यह केस सौंपा गया था। सीबीआई ने अपनी जांच के बाद सुधीर सांगवान और सुखविंदर सिंह के खिलाफ 2500 पेज की चार्जशीट भी दायर की, जिसमें फोरेंसिक रिपोर्ट और अन्य सबूत शामिल थे। हालांकि, तीन साल बाद भी सीबीआई मर्डर का मोटिव यानी हत्या की वजह का खुलासा नहीं कर पाई है। परिवार का आरोप है कि इतने सबूत और गवाह होने के बावजूद जैसे कि टैक्सी ड्राइवर और वेटर के बयान, आरोपियों पर शिकंजा नहीं कसा जा सका है। वे कहते हैं कि सीबीआई से अपडेट लेने के लिए उन्हें दिल्ली के चक्कर काटने पड़ते हैं, क्योंकि फोन पर भी बात नहीं हो पाती।

परिवार ने न्याय पाने के लिए कानूनी लड़ाई जारी रखी

सोनाली के परिवार ने आरोपियों से न्याय पाने के लिए कानूनी लड़ाई जारी रखी है। उन्होंने पांच वकील लगाए हैं - दो मुंबई से, एक सीबीआई से, एक हाईकोर्ट से और एक गोवा का लोकल वकील। इसके अलावा, उन्होंने कोर्ट में कई अर्जियां भी लगाई हैं।

गाड़ी और सामान की वापसी : परिवार का आरोप है कि सोनाली की टाटा सफारी गाड़ी अभी भी सुधीर चला रहा है। गुरुग्राम स्थित फ्लैट से करीब 25 लाख रुपये का सामान, जिसमें ज्वेलरी भी शामिल थी, सुधीर ले गया था। परिवार ने इन दोनों चीजों को वापस दिलाने के लिए भी कोर्ट में अर्जी दी है।

केस डिस्चार्ज की अर्जी : आरोपियों ने ट्रायल से पहले ही केस को डिस्चार्ज करने की अर्जी दी है, जिसमें उन्होंने खुद को निर्दोष बताया है। परिवार का कहना है कि वे शुरू से ही आरोपियों को सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं।

सोनाली की बेटी अब 12वीं पास कर चुकी हैं

सोनाली फोगाट की बेटी यशोधरा, जिन्होंने अपनी मां की अर्थी को कंधा दिया था, अब 12वीं पास कर चुकी हैं और कॉलेज में एडमिशन लेने की तैयारी में हैं। वह ज्यादातर समय अपने नाना-नानी के पास फतेहाबाद के गांव भूथन खुर्द में रहती हैं। सोशल मीडिया पर वह अपनी मां से जुड़ी यादें साझा करती रहती हैं और उनका फेसबुक अकाउंट चला रही हैं। सोनाली का राजनीतिक सफर भी उनकी बहन रुकेश पूनिया को विरासत में मिला था, लेकिन वह भी अब सक्रिय नहीं दिखती हैं।

मौत का रहस्य, अब भी बरकरार

सोनाली की मौत का कारण अभी भी रहस्य बना हुआ है। हालांकि सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में ब्रेन और फेफड़ों में सूजन को मौत की वजह बताया था, लेकिन परिवार का मानना है कि यह एक सोची-समझी साजिश है। उनका आरोप है कि सुधीर सांगवान ने सोनाली को जानबूझकर ड्रग्स का ओवरडोज दिया था ताकि उनकी संपत्ति हड़पी जा सके।

आज तीन साल बाद भी यह मामला न्याय के लिए एक लंबी और थका देने वाली लड़ाई का प्रतीक बन गया है। परिवार का दर्द, कानूनी प्रक्रिया की धीमी गति और सीबीआई जांच पर उठते सवाल, यह सभी मिलकर एक ऐसी तस्वीर पेश करते हैं जहां न्याय की राह बेहद कठिन और धुंधली नजर आती है। परिवार को उम्मीद है कि एक दिन उन्हें इंसाफ जरूर मिलेगा।

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