फतेहाबाद के थाने में हंगामा: सरपंच पर हमले में गिरफ्तारी न होने पर ग्रामीणों ने तीन घंटे घेरा थाना

फतेहाबाद जिले के भूना थाना परिसर में पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए बैजलपुर के ग्रामीण।
थाने में हंगामा : हरियाणा के फतेहाबाद जिले के भूना में गांव बैजलपुर के सरपंच हेमंत बैजलपुरिया पर हुए जानलेवा हमले के मामले में ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा। मुख्य आरोपी ईश्वर सिंह को हमले के लिए उकसाने एवं षड्यंत्र रचने वाले पूर्व सरपंच प्रताप सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रविवार को भूना थाना परिसर में जमकर हंगामा हुआ। ग्रामीणों ने पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर नारेबाजी की और तत्काल गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए।
आरोपी की रिश्तेदारों ने पंचायत में किया हंगामा
बैजलपुर के ग्रामीणों ने थाने पर प्रदर्शन से पहले गांव के मुख्य चौक पर एक पंचायत का आयोजन किया। इसमें सरपंच पर हमले को लेकर आंदोलन में आगे की रणनीति पर चर्चा हो रही थी। इसी दौरान आरोपी ईश्वर सिंह की पत्नी, भतीजी और सास पंचायत स्थल पर पहुंच गई और मौके पर मौजूद सरपंच हेमंत बैजलपुरिया के साथ सरेआम गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देकर चली गई। इस घटना से ग्रामीण भड़क उठे और बड़ी संख्या में थाने की ओर कूच कर दिया। उधर, पूर्व सरपंच प्रताप ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि यह सब राजनीतिक स्टंट है और उन्हें सलाखों के पीछे भेजने की कोशिश चल रही है।
थाने के बाहर तीन घंटे तक प्रदर्शन किया
ग्रामीणों ने थाने के बाहर करीब तीन घंटे तक जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि हमले को हुए 10 दिन बीत चुके हैं, लेकिन मुख्य साजिशकर्ता पूर्व सरपंच प्रताप सिंह को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होती, वे थाने से वापस नहीं लौटेंगे। इस दौरान थाना परिसर में स्थिति तनावपूर्ण बनी रही, लेकिन पुलिस और ग्रामीणों के बीच संवाद से टकराव टल गया। अंतत: पुलिस के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए और वापस लौटे।
रोड जाम करने से ग्रामीणों को रोका
थाना प्रभारी ओमप्रकाश ने प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने साफ कह दिया कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, कार्रवाई चाहिए। इसी बीच कई बार प्रदर्शनकारी सिरसा-चंडीगढ़ रोड की ओर बढ़े, लेकिन सरपंच हेमंत और गांव के अन्य गणमान्य लोगों ने उन्हें समझाकर शांत किया और रोड जाम होने से रोका।
एसपी से हुई फोन पर बात, तब माने
करीब तीन घंटे तक चले धरना-प्रदर्शन के बाद सरपंच हेमंत बैजलपुरिया की फतेहाबाद एसपी सिद्धांत जैन से फोन पर बात हुई। एसपी के निर्देश पर थाना प्रभारी ओमप्रकाश ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि पूर्व सरपंच प्रताप सिंह की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी। इसके साथ ही पंचायत में गाली-गलौज करने वाली महिलाओं के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
ग्रामीण ने चुनावी रंजिश बताई वजह
थाने पहुंचे पंचायत समिति सदस्य मानसिंह, महेंद्र सिंह, रामस्वरूप ओला, गुलाब सिंह, करण सिंह, संदीप कुमार, शमशेर सिंह, नत्थूराम, कुलदीप सिंह, सुभाष चंद्र, राकेश कुमार, राजेंद्र सिंह व अमर सिंह झाझडिया, रामप्रताप सहित अनेक लोगों ने कहा कि इस हमले का मास्टरमाइंड पूर्व सरपंच प्रताप सिंह है। उनका आरोप है कि चुनावी रंजिश के चलते ही ईश्वर सिंह को उकसाया गया था। ग्रामीणों का दावा है कि हमला करने से पहले ईश्वर सिंह, पूर्व सरपंच के घर भी गया था और वहीं से लौटकर उसने सरपंच पर हमला किया। जो सीसीटीवी के फुटेज रिकॉर्ड में उसकी तस्वीर कैद हो गई है।
18 सितंबर को हुआ था चाकू से हमला
गौरतलब है कि 18 सितंबर को सरपंच एसोसिएशन फतेहाबाद के जिलाध्यक्ष एवं बैजलपुर के सरपंच हेमंत बैजलपुरिया पर गांव के ही ईश्वर सिंह ने चाकू से हमला किया था। सरपंच ने खुद को बचाया तो चाकू उनके हाथ में लग गया था। ग्रामीणों ने आरोपी को मौके पर पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। फिलहाल ईश्वर सिंह न्यायिक हिरासत में है, लेकिन ग्रामीणों की मांग है कि इसके पीछे के असली षड्यंत्रकारी को भी तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
महिलाओं के खिलाफ भी एफआईआर
रविवार को पंचायत में हुए बवाल के बाद सरपंच हेमंत बैजलपुरिया ने ईश्वर सिंह की पत्नी, सास और अन्य महिलाओं के खिलाफ भी गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने की शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
