अजब-गजब: दिल्ली पुलिस में नौकरी मिलते ही पत्नी ने छोड़ा साथ, हरियाणा में यूपी की SDM ज्योति मौर्य जैसा मामला

शादी का डॉक्यूमेंट दिखाता पीतम सिंह।
हरियाणा के पलवल जिले में एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जो हाल ही में सुर्खियों में रहे एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के केस की याद दिलाता है। एक युवक ने आरोप लगाया है कि उसने अपनी पत्नी को दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल बनने के लिए पढ़ाई और तैयारी में मदद की, लेकिन नौकरी मिलते ही पत्नी ने उसे छोड़ दिया। वहीं, पत्नी ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए इसे धोखे से की गई शादी बताया है। यह मामला अब कोर्ट में पहुंच चुका है, जिसने दोनों पक्षों के बीच के रिश्ते की उलझन को और भी बढ़ा दिया है।
लाइब्रेरी से मंदिर तक का सफर रहा
यह कहानी 26 वर्षीय पीतम सिंह से जुड़ी है, जो पलवल के बड़ौली गांव के रहने वाले हैं। पीतम ने साल 2021 में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए एक लाइब्रेरी खोली थी। यहीं पर उनकी मुलाकात राजीव नगर की एक युवती से हुई, जो दिल्ली पुलिस में भर्ती होने की तैयारी कर रही थी।
पीतम बताते हैं कि दोनों के बीच दोस्ती हुई और यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। उन्होंने युवती को अपने परिवार से भी मिलवाया, 4 जनवरी 2023 को उन्होंने बल्लभगढ़ के एक आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। शादी के बाद वे साथ रहने लगे और युवती अपनी दिल्ली पुलिस की तैयारी में जुट गई।
पत्नी की नौकरी के लिए बेची लाइब्रेरी और जमीन
पीतम का कहना है कि पत्नी की तैयारी के लिए पैसों की कमी होने लगी। उन्होंने अपनी लाइब्रेरी बेच दी और अपनी कुछ पैतृक जमीन भी बेच डाली, ताकि पढ़ाई का खर्चा और घर का किराया निकल सके। पीतम ने बताया कि उन्होंने खुद पत्नी को शारीरिक परीक्षा (physical test) की भी तैयारी कराई, जिसका नतीजा यह रहा कि फरवरी 2024 में उनकी पत्नी को दिल्ली पुलिस में ट्रेनिंग के लिए बुला लिया गया। पीतम का आरोप है कि उनकी पत्नी ने वेरिफिकेशन के दौरान खुद को अविवाहित बताया, जबकि उनकी शादी हो चुकी थी। उन्हें इस बात का पता बाद में चला।
ट्रेनिंग के बाद अलगाव, पति का आरोप और पत्नी का जवाब
फरवरी 2025 में ट्रेनिंग खत्म होने के बाद पत्नी अपने मायके लौट गई। पीतम जब उसे लेने पहुंचे, तो उनके ससुराल वालों ने सामाजिक शादी का हवाला देते हुए उन्हें साथ भेजने से इनकार कर दिया। पीतम का आरोप है कि पत्नी ने भी उनके साथ रहने से साफ इनकार कर दिया और तलाक के लिए धमकी देने लगी। वहीं, दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल बनी युवती ने अपने बचाव में कुछ अहम बातें कही हैं।
1. धोखे से हुई शादी : युवती का कहना है कि पीतम उन्हें किसी काम के बहाने मंदिर ले गए थे, जहां उनके परिवार के लोग पहले से मौजूद थे। इसी दबाव में उन्होंने शादी की।
2. कर्ज के कारण बेची लाइब्रेरी : युवती ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पीतम ने अपनी लाइब्रेरी अपने कर्ज चुकाने के लिए बेची थी, न कि उनकी पढ़ाई के लिए।
3. सामाजिक शादी का वादा : युवती के परिवार ने पीतम से सामाजिक तौर पर शादी करने के लिए दिसंबर 2025 तक का समय मांगा था, लेकिन पीतम ने इंतजार किए बिना ये आरोप लगा दिए।
4. गुजारा भत्ता का डर : युवती का कहना है कि पीतम उन्हें गुजारा भत्ता देने की धमकी दे रहा है और खुद को बेरोजगार बताकर दबाव बना रहा है।
5. कोर्ट पर भरोसा : युवती ने स्पष्ट किया कि उन्होंने अपनी पढ़ाई और तैयारी का सारा खर्च खुद उठाया था और अब उन्हें कोर्ट पर पूरा भरोसा है।
कोर्ट में सेक्शन 9 के तहत अपील दायर
इस पूरे मामले को लेकर पीतम ने हरियाणा के मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली में शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही उन्होंने अपनी पत्नी को वापस लाने के लिए कोर्ट में सेक्शन 9 के तहत अपील दायर की है। इस मामले की अगली सुनवाई फरवरी 2026 में होनी है। पीतम ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भी शिकायत दी है कि उनकी पत्नी ने नौकरी के दौरान अपनी शादीशुदा स्थिति छिपाई है, जिस पर पुलिस ने बयान दर्ज किए हैं।
यह मामला एक बार फिर रिश्ते, विश्वास और करियर की महत्वाकांक्षाओं के बीच के जटिल समीकरणों को उजागर करता है। अब सभी की निगाहें कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं, जो इस उलझी हुई कहानी को सुलझाएगा।
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