फरीदाबाद की सोसाइटी में दर्दनाक हादसा: पौधे को पानी दे रहे रिटायर्ड बैंक मैनेजर 14वीं मंजिल से नीचे गिरे, शरीर दो टुकड़ों में बंटा

फरीदाबाद की सोसाइटी में 14वीं मंजिल पर बना पुल, जहां से गिरकर बुजुर्ग की मौत हुई। इनसेट में मृतक कुलवंत सिंह का फाइल फोटो।
फरीदाबाद में दर्दनाक हादसा : फरीदाबाद के सेक्टर-88 स्थित एक हाईराइज सोसाइटी में मंगलवार सुबह एक दुखद हादसे में 74 वर्षीय बुजुर्ग कुलवंत सिंह की मौत हो गई। वे सोसाइटी की 14वीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट से सटे टावरों के बीच बने लोहे के ब्रिज पर पौधों को पानी दे रहे थे, तभी अचानक उनका संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिर पड़े। गिरने से उनका शरीर दो हिस्सों में बंट गया और मौके पर ही उनकी जान चली गई।
आईटी इंजीनियर बेटे के साथ रहते थे बुजुर्ग
जानकारी के अनुसार, यह हादसा आरपीएस सोसाइटी के टावर-8 में हुआ, जहां कुलवंत अपने बेटे हर्षित और उसके परिवार के साथ रहते थे। हर्षित आईटी इंजीनियर हैं। परिवार मूल रूप से हिमाचल प्रदेश का निवासी है और करीब दो दशक से फरीदाबाद में रह रहा है। कुलवंत सिंह करीब 15 साल पहले भारतीय स्टेट बैंक में मैनेजर पद से रिटायर हुए थे। उनकी पत्नी का कुछ वर्ष पहले निधन हो चुका था। उनकी दो बेटियां विदेश में रहती हैं।
परिजनों का आरोप - गल चुका था लोहे का ब्रिज
परिवार ने बताया कि कुलवंत सिंह रोजाना पौधों की देखभाल करते थे। हादसे के समय वह फ्लैट के बाहर बने उस ब्रिज पर पौधों को पानी दे रहे थे, जो टावर-8 को दूसरे टावर से जोड़ता है। इस ब्रिज का एक हिस्सा काफी समय से खराब स्थिति में था, जहां लोहे में गलन आ चुकी थी। बताया गया कि कुलवंत सिंह का पैर उसी हिस्से पर पड़ा, जिससे उनका संतुलन बिगड़ा और वह सीधे नीचे बने ब्रिज पर आकर गिरे।
परिजनों ने पुलिस को दी शिकायत, जांच शुरू
घटना के समय फ्लैट में परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे, लेकिन किसी को कुछ पता नहीं चला। नीचे टहल रहे लोगों ने गिरने की आवाज सुनी और देखा कि बुजुर्ग नीचे पड़े हैं। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। खेड़ी पुल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। थाना प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि परिजनों ने शिकायत दी है। बिल्डिंग के मेंटेनेंस से जुड़े लोगों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि घटना की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं लापरवाही के कारण तो यह हादसा नहीं हुआ।
